केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ यहां प्रदर्शन कर रहे समूह में शामिल पंजाब के दो किसानों की मौत हो गई, जिनमें से एक कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया।
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के एक टेंट में शनिवार सुबह 10 बजे अचानक आग लग गई।
कृषि कानून विरोधी आंदोलन के दौरान कुंडली स्थित धरनास्थल पर एक और बुजुर्ग की हृदयाघात से मौत हो गई। स्वजन ने बुधवार देर रात उनका शव हरियाणा के सोनीपत जिले में नागरिक अस्पताल के शवगृह में रखवाया। रात में शव को चूहों ने कुतर दिया।
दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में शामिल एक प्रदर्शनकारी ने दिल्ली पुलिस पर जानलेवा हमला किया है।
लगता है किसान गांव लौटने लगे हैं। सिंघु बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर किसान नेता मंच पर बैठे है लेकिन उनको नेता बनाने वाली जनता घर बैठी है। टूल किट आने के बाद किसानों की आंखे खुलने लगी है। इस बीच एक वीडियो वायरल हो रहा है जो 14 तारीख की शाम का सिंघु बॉर्डर का बताया जा रहा है।
सिंघु बॉर्डर पर टेंट में सिर्फ चंद किसान बैठे नज़र आए। सिंघु बॉर्डर के किसानों के तंबू खाली हैं, सिर्फ यही नही जिस सड़क पर पहले ट्रैक्टर ट्रॉली खड़े रहते थे, प्रदर्शनकारियों के टेंट लगे होते थे वो सड़क अब पूरी तरह से खाली है।
सिंघु बॉर्डर पर टेंट में सिर्फ चंद किसान बैठे नज़र आए। सिंघु बॉर्डर के किसानों के तंबू खाली हैं, सिर्फ यही नही जिस सड़क पर पहले ट्रैक्टर ट्रॉली खड़े रहते थे, प्रदर्शनकारियों के टेंट लगे होते थे वो सड़क अब पूरी तरह से खाली है।
सिंधु बॉर्डर पर कम हो चुकी है किसानों की भीड़, देखिए सिंधु बॉर्डर की सच्ची तस्वीर
किसान आंदोलन के सबसे बड़े हॉट स्पॉट सिंघु बॉर्डर खाली-खाली और शांत दिखा। जहां किसान नेताओं का मजमा लगता था, सड़कों पर भीड़ जुटी रहती थी, भाषणों का शोर और आंदोलनकारियों का हुड़दंग था, वहां अब आंदोलन के तंबू उखड़ने लगे हैं।
राष्ट्रीय राजधानी के सिंघू बॉर्डर पर शनिवार को हालात सामान्य रहे। वहीं, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को छोड़कर राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर तीन घंटे का चक्का जाम किया गया।
DPDA ने कहा है कि सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर चल रहे किसानों के विरोध के कारण पिछले 65 दिनों में जीरो कारोबार के साथ उनके लिए गुजारा करना अब मुश्किल हो गया है।
नए कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसान आंदोन के बीच सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सिंघु, गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर पर आज रात 11.59 बजे तक के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।
नए कृषि कानूनों के खिलाफ करीब ढाई माह से जारी आंदोलन के बीच आज किसान देश भर में चक्का जाम करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा ने देशभर में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम करने का फैसला किया है।
दिल्ली-उत्तरप्रदेश सीमा पर कड़ी सुरक्षा वाले प्रदर्शन स्थल गाजीपुर बॉर्डर पर सैकड़ों किसान सर्द रात और बृहस्पतिवार सुबह हुई बूंदाबांदी के बीच केंद्र के नए कृषि कानूनों को वापस लेने की अपनी मांग को लेकर डटे रहे।
इंडिया टीवी के साथ एक विशेष बातचीत में कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन पर चर्चा की।
सोमवार की सुबह टीकरी में हरियाणा के साथ दिल्ली की सीमा के अतिरिक्त रातोंरात देखा गया | हरियाणा की ओर से आने वाले वाहनों के टायरों को पंचर करने के लिए लोहे की कीलें रोहतक रोड की चौड़ाई में पंक्तियों में लगाई गई |
दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के प्रदर्शन स्थलों को सोमवार को किले में तब्दील कर दिया गया। पुलिस ने वहां सुरक्षा कड़ी कर दी और बैरीकेड की संख्या बढ़ा दी।
भारतीय किसान यूनियन (आर) के नेता बलबीर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 6 फरवरी को दिन में 12 बजे से 3 बजे तक राष्ट्रीय और राज्य मार्गों का देशव्यापी चक्का जाम करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन स्थलों पर इंटरनेट बैन, बजट में किसानों को नजरअंदाज किए जाने और अन्य मुद्दों को लेकर हम चक्का जाम करेंगे।
दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के प्रदर्शन स्थलों को सोमवार को किले में तब्दील कर दिया गया। पुलिस ने वहां सुरक्षा कड़ी कर दी और बैरीकेड की संख्या बढ़ा दी।
गृह मंत्रालय ने 29 जनवरी को इजरायली दूतावास पर हुए हमले और 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा के मद्देनजर इमरजेंसी कारणों से सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर व उसके आसपास के 500 मीटर के इलाके तक इंटरनेट बंद करने का आदेश जारी किया था जिसकी अवधि को बढ़ा दिया गया है।
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