पाकिस्तान के सिंध में एक लड़की ने खाने में जहर मिलाकर अपने ही परिवार के 13 लोगों की हत्या कर दी थी। पुलिस की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इस पूरी साजिश में लड़की के प्रेमी ने उसका साथ दिया था।
भारत की ओर से भेजे गए नोटिस में परिस्थितियों में आए मौलिक और अप्रत्याशित बदलावों पर प्रकाश डाला गया है, जिसके लिए संधि के विभिन्न अनुच्छेदों के तहत दायित्वों की समीक्षा जरूरी है।
पाकिस्तान में महिलाओं के साथ उत्पीड़न की खबरें अक्सर सामने आती रहती हैं। लेकिन, इस बीच सिंध पुलिस की पहली हिंदू महिला अधिकारी मनीषा रोपेटा चर्चा में हैं। डीएसपी के रूप में तैनात रोपेटा ने पुलिस बल की छवि बदलने में बड़ा योगदान दिया है।
सिंधु दर्शन उत्सव को लेह-लद्दाख की सभ्यता का प्रतीक माना जाता है। 1996 से इस उत्सव का शुभारंभ इस मकसद से किया गया था कि यहां के पर्यावरण के साथ संस्कृति और परंपरा को संजोकर रखा जाए।
पाकिस्तान में एक ऊंट का पैर इसलिए काट दिया गया क्योंकि वह चारे की तलाश में खेत में घुस गया था। मामले में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
करतापुर कॉरिडोर की तरह पाकिस्तान सिंध प्रांत में हिंदू और जैन धार्मिक स्थलों के लिए एक कॉरिडोर खोलने पर विचार कर रहा है। सिंध के पर्यटन मंत्री जुल्फिकार अली शाह ने यह प्रस्ताव रखा है।
कंगाल पाकिस्तान अब बूंद बूंद को तरस जाएगा। पाकिस्तान की खेती भारत से बहने वाली नदियों से ही सिंचित होती है। ऐसे में भारत ने बांध बनाकर रावी नदी का पानी रोक दिया। जानिए कितनी नदियों पर पाकिस्तान से भारत का विवाद है, पाकिस्तान की आपत्तियां क्या हैं, आजादी के बाद पानी को लेकर क्या समझौते हुए, जानिए ऐसे सभी सवालों के जवाब।
शहबाज़ शरीफ की सरकार में विदेश मंत्री रहे बिलावल भुट्टो ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर हमला बोलते हुए कहा कि वह देश के लोगों से डर रहे हैं और अपने घर में बैठकर चुनावों में धांधली करने का प्रयास कर रहे हैं।
पाकिस्तान में हिंदू धर्म के पवित्र स्थल हिंगलाज माता का मंदिर तोड़ने का मामला सामने आया है। यह मंदिर यूनेस्को की धरोहर की लिस्ट में भी शामिल है। इस कृत्य पर वहां रहने वाले हिंदू समुदाय के लोगों ने नाराजगी जताई और नारे लगाए।
पाकिस्तान में जबरन हिंदू लड़की का धर्मांतरण करने और मुस्लिम युवक से शादी कराने के मामले थम नहीं रहे हैं। एक और ऐसा मामला सिंध प्रांत से आया है। यहां पहले हिंदू लड़की का अपहरण किया गया, फिर धर्म परिवर्तित कर मुस्लिम युवक से निकाह करा दिया।
रविवार को लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय सिंधी अधिवेशन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि हमारी विरासत कभी भी हमसे अलग नहीं हो सकती। जिसने भी अपनी विरासत को भुलाया और उससे दूर रखा, उसका पतन हुआ है।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में जोरदार ब्लास्ट से 8 लोगों की मौत हो गई है। खेलने के दौरान बच्चों को रॉकेट शेल मिल, जिसे वे खिलौना समझ घर ले गए। लेकिन इसे घर ले जाना महंगा पड़ गया। धमाके से आठ की लोगों की मौत हो गई है।
भूख से बिलबिलाता पाकिस्तान, दो रोटी को मोहताज पाकिस्तान, अपनी बदहाली पर आंसू बहाता पाकिस्तान अब और बुरे हाल में फंसने वाला है। पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों के चलते भारत उसके साथ सिंधु नदी जल समझौते को रद्द करने वाला है। इससे पाकिस्तान के प्यासे मरने की नौबत आने वाली है।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदू कारोबारी के तीन बेटियों के जबरन किडनेप करने और उन्हें इस्लाम कबूल कराने का मामला सामने आया है। साथ ही जिन मुस्लिम पुरुषों ने अपहरण किया, उन्हीं के साथ जबरन शादी करा दी गई।
जालौन से पचनद की दूरी 65 किलोमीटर है। यह स्थान रामपुरा ब्लाक में पड़ता है और ये दुनिया का इकलौता स्थान है जहां पर पांच नदियों का संगम होता है। पचनद में यमुना, चम्बल, सिंध, पहुज, क्वांरी नदियां बहती हैं।
जम्मू-कश्मीर के उड़ी और पुलवामा में पाकिस्तान के आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने उस पर सर्जिकल कार्रवाई की थी। तब से भारत-पाकिस्तान के रिश्ते पूरी तरह बिगड़ गए। इसके बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कह दिया था कि वह पाकिस्तान को कटोरा लेकर भीख मांगने पर मजबूर कर देंगे। पीएम की वह बात सच हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे से वापस आने के बाद एक बार फिर से पीओके और पाकिस्तान के सिंध-बलूचिस्तान के लोगों ने खुद को भारत में शामिल किए जाने की मांग तेज कर दी है। इससे पाकिस्तान में खलबली मच गई है। पीओके के लोग खुद को भारत में शामिल करने के लिए पाकिस्तान सरकार के खिलाफ नारेजबाजी कर रहे हैं।
जेई सिंध मुत्तहिदा महाज जेएसएमएम नाम के संगठन के कार्यकर्ता सज्जाद शर ने कहा कि पाकिस्तान 75 सालों से सिंध का एक उपनिवेश के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है। वह सिंध के लोगों को उनकी मातृभूमि, संस्कृति, भाषा और राजनीतिक स्वतंत्रता से वंचित कर रहा है।
उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि पाकिस्तानी संघीय और प्रांतीय सरकारें सिंध के तबाह हुए शहरों और गांवों का पुनर्निर्माण नहीं करना चाहती है इसलिए हम UN और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अनुरोध करते हैं कि यह तबाही कैसे और क्यों हुई इसकी अंतरराष्ट्रीय जांच की जाए।
भारत और पाकिस्तान ने नौ वर्षो की वार्ता के बाद 1960 में संधि पर हस्ताक्षर किये थे। विश्व बैंक भी इस संधि के हस्ताक्षरकर्ताओं में शामिल था।
संपादक की पसंद