सिंहस्थ 2028 को लेकर प्रेस वार्ता में मोहन यादव ने कहा कि उज्जैन की पहचान साधु संतों से है। हरिद्वार में जिस प्रकार साधु -संतों के अच्छे आश्रम बने हुए हैं, उसी प्रकार विकास के क्रम को जारी रखते हुए उज्जैन में भी साधु संतों के स्थायी आश्रम बनाने के प्रयास किए जाएंगे।
30 दिनों तक चले सिंहस्थ कुंभ के दौरान डेढ़ करोड़ से ज्यादा श्रद्घालुओं ने महाकाल के दर्शन किए। श्रद्घालुओं से महाकाल के खजाने में 10 करोड़ रुपए जमा हुए हैं।
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