अगर आपके पास स्मार्टफोन है या फिर फिचर फोन तो आपके लिए काम की खबर है। टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने सिम कार्ड को लेकर एक जरूरी नियम जारी किया है। ट्राई का नया नियम स्मार्टफोन यूजर्स की सेफ्टी से जुड़ा हुआ है।
गूगल ने Android यूजर्स की बड़ी टेंशन खत्म कर दी है। यूजर्स को अब अपने eSIM को पुराने से नए डिवाइस में ट्रांसफर करने के लिए टेलीकॉम ऑपरेटर्स के ऑफिस के चक्कर नहीं लगाने होंगे। यूजर्स नया फोन सेट-अप करते समय इसे पुराने से नए डिवाइस में ट्रांसफर कर पाएंगे।
New SIM Card Rules: आज यानी 1 जनवरी 2024 से सिम कार्ड खरीदने के लिए नया नियम लागू हो गया है। अब बल्क में सिम कार्ड खरीदने वाले रिटेलर्स का पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य हो गया है। ऐसा नहीं करने पर 10 लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है।
बीमा कंपनियां जरूरी पॉलिसी डिटेल प्रस्तुत करेंगी जिसमें बीमा राशि, कवरेज डिटेल और दावा प्रक्रिया आदि शामिल होंगे। बीमा ट्रिनिटी प्रोजेक्ट में बीमा सुगम, बीमा विस्तार और बीमा वाहक शामिल हैं।
बुधवार 20 दिसंबर को लोकसभा में टेलीकम्युनिकेशन बिल 2023 पास हो गया है। बिल को राज्यसभा में भेज दिया गया है। यह बिल 138 साल पुराने भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम को बदलेगा जो टेलीकॉम सेक्टर को कंट्रोल करता है।
1 जनवरी से नया साल लागू होने के साथ ही सिम खरीदने का नियम भी बदलने वाला है। अब सिम टेलीकॉम कंपनियों को नए साल से सिम बेचने के लिए डिजिटल केवाईसी करना जरूरी होगा। E-KYC के जरिए फ्रॉड और धोखाधड़ी के मामलों में रोक लगाने में मदद मिलने के साथ ही टाइम की भी बचत होगी।
अगर आप एक नया सिम कार्ड खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपके लिए काम की खबर है। 1 दिसंबर 2023 से सिम कार्ड बेचने और खरीदने दोनों के ही नियम बदलने वाले हैं। अब ग्राहकों को पहली की तरह सिम कार्ड आसानी से नहीं मिलेगी। नए नियमों से फ्रॉड कॉल्स को रोकने में भी मदद मिलेगी।
1 दिसंबर 2023 से सिम कार्ड खरीदने और बेचने के नियमों में बदलाव होने जा रहा है। स्कैम और फ्रॉड कॉल्स को रोकने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से सिम कार्ड को लेकर नए नियम जारी किए गए हैं। अगर कोई सिम कार्ड विक्रेता नियमों का उल्लंघन करता है तो उसे जुर्माने के साथ जेल की सजा भी मिल सकती है।
ऑनलाइन स्कैम और फ्रॉड कॉल्स को रोकने के लिए भारत सरकार लगातार प्रयासरत है। दूसरसंचार विभाग ने फ्रॉड कॉल्स को रोकने के लिए सिम कार्ड खरीदने और बेचने के नए नियम जारी किए हैं। ये नियम 1 दिसंबर से पूरे देश में लागू किए जाएंगे। बता दें कि पहले इस नियम को 1 अक्टूबर 2023 से लागू किया जाना था।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नए नियम को लेकर कहा कि साइबर फ्रॉड, स्कैम और फ्रॉड कॉल्क को रोकने के उद्देश्य से सरकार ने कदम सिम कार्ड के नए नियम जारी किए हैं। उन्होंने बताया कि फ्रॉड कॉल्स को रोकने के लिए करीब 52 लाख कनेक्शन को ब्लॉक किया गया है।
10 लाख सिम डीलर हैं और उन्हें पुलिस सत्यापन के लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा। नियमों का उल्लंघन करने वाले डीलर पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
Sim Card AI: फर्जी सिम कार्ड के जरिये कई अपराधों को अंजाम दिया जाता है, वहीं सारा खेल इसके KYC वेरिफिकेशन में ही किया जाता है। सरकार इसको AI की मदद से रोकेगी।
फोन में यूज होने वाली सिम भी आधार कार्ड से ही वेरिफाई होती है। कई बार लोग दूसरे के आधार कार्ड से भी सिम ले लेते हैं और इसका गलत फायदा उठाते हैं। इसलिए यह जानना जरूरी है कि आपके आधार कार्ड से कितनी सिम एक्टिव हैं।
जब से इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ा है तब से स्कैम और फ्रॉड के मामले भी तेजी से सामने आए हैं। फर्जी कॉल और स्कैम को रोकने के लिए आने वाले समय में सरकार सिम कार्ड खरीदने की लिमिट भी सेट कर सकती है। अभी आप एक आईडी पर कुल 9 सिम कार्ड को खरीद सकते हैं।
VIP यानी फैंसी मोबाइल नंबर को याद करना बहुत आसान होता है। शुरुआती समय में लोग इसे लेने के लिए अलग से चार्ज देते थे। अब आप VIP Mobile Number के लिए फ्री में ऑनलाइन घर बैठे अप्लाई कर सकते हैं। पहले से मौजूद VIP नंबर में से किसी एक को चुनने का मौका भी मिलेगा।
WhatsApp के जरिए आप दोस्तों-रिश्तेदारों को टेक्स्ट मैसेज, ऑडियो-वीडियो कॉल कर सकते हैं। ज्यादातर लोग व्हॉट्सएप को अपने मोबाइल नंबर के जरिए एक्टिव रखते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप को बिना सिम कार्ड या नंबर के भी एक्टिव रखा जा सकता है।
सिम कार्ड का इस्तेमाल लोग दशकों से कर रहे हैं, लेकिन क्या आपने कभी ये जानने की कोशिश की है कि सिम कार्ड एक कोने से क्यों कटा रहता है। इस सवाल का जवाब 99 प्रतिशत लोगों के पास नहीं होगा।
आपने स्मार्टफोन या स्मार्ट गैजेट में लगने वाले सिम कार्ड ते देखे ही होंगे। क्या आप जानते हैं कि सिम कार्ड का ये रूप अब कितना बदल चुका है।
E-SIM Card: किसी से भी कॉल पर बात करने के लिए स्मार्टफोन में सिम का होना बहुत जरूरी है। शुरुआती समय में लोग मिनी सिम का इस्तेमाल करते थे। इसके बाद माइक्रो सिम का इस्तेमाल करने लगे। समय के साथ टेक्नोलॉजी में बदलाव होते हुए अब ज्यादातर स्मार्टफोन में नैनो सिम देखने को मिलते हैं।
ग्राहकों के पास अनुमति से अधिक SIM कार्ड पाए जाने की स्थिति में उन्हें अपनी मर्जी का सिम चालू रखने और शेष को बंद करने का विकल्प दिया जाएगा।
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