Sim Card AI: फर्जी सिम कार्ड के जरिये कई अपराधों को अंजाम दिया जाता है, वहीं सारा खेल इसके KYC वेरिफिकेशन में ही किया जाता है। सरकार इसको AI की मदद से रोकेगी।
फोन में यूज होने वाली सिम भी आधार कार्ड से ही वेरिफाई होती है। कई बार लोग दूसरे के आधार कार्ड से भी सिम ले लेते हैं और इसका गलत फायदा उठाते हैं। इसलिए यह जानना जरूरी है कि आपके आधार कार्ड से कितनी सिम एक्टिव हैं।
जब से इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ा है तब से स्कैम और फ्रॉड के मामले भी तेजी से सामने आए हैं। फर्जी कॉल और स्कैम को रोकने के लिए आने वाले समय में सरकार सिम कार्ड खरीदने की लिमिट भी सेट कर सकती है। अभी आप एक आईडी पर कुल 9 सिम कार्ड को खरीद सकते हैं।
पंजाब पुलिस ने पिछले तीन दिनों में 52 एफआईआर दर्ज करने के अलावा फर्जी दस्तावेजों पर सिम कार्ड की बिक्री में शामिल पाए गए 17 लोगों को गिरफ्तार किया है।
पूछताछ और जांच को आगे बढ़ाया, तो अब तक पता चला कि मुंबई में 62 लोगों ने अपने-अपने फोटो का इस्तेमाल कर कुल 8500 सिम कार्ड जारी कराए हैं।
VIP यानी फैंसी मोबाइल नंबर को याद करना बहुत आसान होता है। शुरुआती समय में लोग इसे लेने के लिए अलग से चार्ज देते थे। अब आप VIP Mobile Number के लिए फ्री में ऑनलाइन घर बैठे अप्लाई कर सकते हैं। पहले से मौजूद VIP नंबर में से किसी एक को चुनने का मौका भी मिलेगा।
WhatsApp के जरिए आप दोस्तों-रिश्तेदारों को टेक्स्ट मैसेज, ऑडियो-वीडियो कॉल कर सकते हैं। ज्यादातर लोग व्हॉट्सएप को अपने मोबाइल नंबर के जरिए एक्टिव रखते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप को बिना सिम कार्ड या नंबर के भी एक्टिव रखा जा सकता है।
सिम कार्ड का इस्तेमाल लोग दशकों से कर रहे हैं, लेकिन क्या आपने कभी ये जानने की कोशिश की है कि सिम कार्ड एक कोने से क्यों कटा रहता है। इस सवाल का जवाब 99 प्रतिशत लोगों के पास नहीं होगा।
आपने स्मार्टफोन या स्मार्ट गैजेट में लगने वाले सिम कार्ड ते देखे ही होंगे। क्या आप जानते हैं कि सिम कार्ड का ये रूप अब कितना बदल चुका है।
E-SIM Card: किसी से भी कॉल पर बात करने के लिए स्मार्टफोन में सिम का होना बहुत जरूरी है। शुरुआती समय में लोग मिनी सिम का इस्तेमाल करते थे। इसके बाद माइक्रो सिम का इस्तेमाल करने लगे। समय के साथ टेक्नोलॉजी में बदलाव होते हुए अब ज्यादातर स्मार्टफोन में नैनो सिम देखने को मिलते हैं।
ग्राहकों के पास अनुमति से अधिक SIM कार्ड पाए जाने की स्थिति में उन्हें अपनी मर्जी का सिम चालू रखने और शेष को बंद करने का विकल्प दिया जाएगा।
मौजूदा दिशा-निर्देशों के मुताबिक एक व्यक्ति अपने नाम पर केवल 9 मोबाइल कनेक्शन ही प्राप्त कर सकता है।
भारतीय एजेंसियां 1,300 सिम कार्डो का विवरण हासिल करने में लगी हुई हैं, क्योंकि इनका इस्तेमाल कथित तौर पर चीनियों के एक गिरोह द्वारा खातों को हैक करने और वित्तीय धोखाधड़ी करने के लिए किया जा रहा था, जो कि एक चीनी खुफिया एजेंसी की एक संदिग्ध गतिविधि है।
भारत-बांग्लादेश की सीमा अवैध तरीके से पार करने की कोशिश में पकड़े गऐ चीन के नागरिक ने अधिकारियों को पूछताछ में बताया कि उसने और उसके साथियों ने करीब 1,300 भारतीय सिम कार्ड की अंत:वस्त्रों में छिपाकर अपने देश में तस्करी की है।
टेलिकाम सेक्टर में जबरदस्त कंपीटिशन देखा जा रहा है। ऐसे में इससे ग्राहकों को फायदा होता दिख रहा है। अब भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने जियो, वोडाफोन आईडिया, एयरटेल को टक्कर देने के लिए नया ऑफर पेश किया है।
एप और ओटीपी के जरिए पूरा होगा ग्राहक का वेरिफिकेशन
लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से ग्राहकों को खुद से KYC पूरा करने की छूट देने की मांग
सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलिमैटिक्स (सी-डीओटी) ने प्रौद्योगिकी तैयार कर ली है और इसे अगस्त में शुरू किये जाने की उम्मीद है।
तेल-साबुन के कारोबार में अपनी पकड़ मजबूत करने के बाद बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेदा अब टेलिकॉम सेक्टर में भी उतरने जा रही है, कंपनी ने इसके लिए रविवार को सरकारी टेलिकॉम कंपनी BSNL के साथ करार की घोषणा की है।
सरकार ने देश में ई-सिम के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। इससे अब यूजर्स को अपना सर्विस प्रोवाइडर बदलने या नया कनेक्शन लेने पर नया सिम खरीदने की आवश्यकता नहीं होगी।
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