सराफा बाजार में भले ही सोने को ज्यादा तरजीह दी जाती है, लेकिन आज का दिन पूरी तरह से चांदी के नाम रहा।
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि कोरोना महामारी खत्म होने के बाद दुनियाभर के देशों में ब्याज दर बढ़ने का दौर शुरू हुआ। यह अब खत्म हो रहा है। अमेरिका भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी का दौर थमा है।
विदेशी बाजारों में सोना गिरावट के साथ 1,910 डॉलर प्रति औंस रहा। चांदी भी गिरावट के साथ 22.75 डॉलर प्रति औंस पर आ गयी।
स में वैगनर समूह के विद्रोह के प्रयास के बाद भू-राजनीतिक अनिश्चितता बढ़ गई। इससे सोने की कीमतें ऊंची हो गईं क्योंकि निवेशकों ने सुरक्षित निवेश का रुख किया है।
सर्राफा बाजार के जानकारों का कहना है कि सोने की कीमत में तेजी तब आती है जब वैश्विक अनिश्चितता का महौल होता है। अब दुनियाभर में ऐसी कोई स्थिति नहीं है।
कमजोर हाजिर मांग के बीच सटोरियों द्वारा अपने सौदों के आकार को घटाने से वायदा कारोबार में सोमवार को सोने की कीमत 9 रुपये की गिरावट के साथ 59,345 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गयी।
भारतीय बाजार में अभी मांग की कमी है। शादियों का सीजन निपट जाने से मांग कम हुई है। वहीं, अमेरिकी फेड के फैसले ने सोने और चांदी पर असर डाला है।
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के वीपी अनुज गुप्ता ने इंडिया टीवी को बताया कि अभी सोने और चांदी की कीमत में और गिरावट आएगी।
विदेशी बाजारों में सोना गिरावट के साथ 1,950 डॉलर प्रति औंस रह गया। चांदी भी गिरावट के साथ 23.85 डॉलर प्रति औंस पर आ गई।
गांधी ने कहा कि यूएस फेड द्वारा ब्याज दरों को और सख्त करने की उम्मीदों पर अमेरिकी बांड प्रतिफल में तेजी के कारण सोने की कीमतों पर दबाव आया।
कमजोर हाजिर मांग के बीच सटोरियों ने अपने सौदों के आकार को घटाया जिससे वायदा कारोबार में मंगलवार को सोने की कीमत 11 रुपये की गिरावट के साथ 59,837 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गयी।
पिछले कारोबारी सत्र में सोना 59,945 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था। चांदी की कीमत भी 500 रुपये की तेजी के साथ 72,750 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।
सोने की कीमत में आज एक बार फिर बदलाव देखने को मिला। विदेशी संकेतों के चलते सराफा बाजार में सोने के दाम 63600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गए
हालांकि, बीते वित्त वर्ष में चांदी का आयात 6.12 प्रतिशत बढ़कर 5.29 अरब डॉलर पर पहुंच गया। सोने के आयात में भारी गिरावट के बावजूद देश के व्यापार घाटे को कम करने में मदद नहीं मिली है।
विदेशी बाजारों में सोना तेजी के साथ 2,039.50 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि चांदी बढ़कर 25.50 डॉलर प्रति औंस पहुंच गयी।
भारत में, शादी विवाह के मौसम की मांग के कारण कीमतें अब तक के उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रही हैं। सोना एक सुरक्षित ठिकाना माना जाता है और अक्सर अनिश्चितता और मंदी, अर्थव्यवस्था में मंदी के समय में निवेश को आकर्षित करता है।
कमजोर हाजिर मांग के बीच सटोरियों द्वारा अपने सौदों का आकार घटाने से वायदा कारोबार में शुक्रवार को सोने की कीमत 141 रुपये घटकर 60,175 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गयी।
पिछले कारोबारी सत्र में सोना 60,410 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था। चांदी की कीमत भी 675 रुपये की गिरावट के साथ 74,400 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना तेजी के साथ 2,009 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि चांदी भी बढ़त के साथ 25.55 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई।
सर्राफा बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आप सोना निवेश के लिए खरीदना चाहते हैं तो इंतजार करें। सोने की कीमत रिकाॅर्ड हाई पर पहुंच गई है। ऐसे में आने वाले समय में इसमें करेक्शन आ सकती है।
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