अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कॉमेक्स सोना वायदा 0. 09 प्रतिशत गिरकर 2,663. 10 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। एशियाई बाजार में कॉमेक्स सिल्वर वायदा 30.71 डॉलर प्रति औंस पर बोला गया।
आभूषण-फुटकर विक्रेताओं की खरीदारी और रुपये के मूल्य में गिरावट आने के कारण कीमत धातु में उछाल आया। इससे सोने और चांदी की कीमत बढ़ी।
सोने की कीमत में आज कमी आई। वहीं, चांदी की कीमत में बढ़त दर्ज की गई।
विश्लेषकों ने कहा कि प्रतिभागियों द्वारा ताजा सौदे किए जाने से चांदी की कीमतों में तेजी आई। वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में चांदी 1. 03 प्रतिशत बढ़कर 31. 28 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी।
मंगलवार को देश के प्रमुख शहरों में चांदी की कीमतें 91,000 रुपये प्रति किलो के भाव पर कारोबार कर रही है। सोमवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में चांदी के भाव में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली थी। सोमवार को चांदी की कीमत में 2200 रुपये की गिरावट दर्ज की गई थी।
चांदी की कीमत में गिरावट दर्ज की गई है। शादियों के सीजन में यह खबर बहुत से लोगों के लिए अच्छी है।
दुनिया भर में अस्थिरता के दौरान सोना अब भी निवेशकों के लिए एक सुरक्षित निवेश विकल्प है। चाहे वह युद्ध या राजनीतिक संघर्ष के कारण हो, निवेशक अक्सर सोने की ओर आकर्षित होते हैं। ऐसा तब होता है जब वे अन्य निवेश के बारे में आश्वस्त नहीं होते हैं।
विदेशी बाजारों में कॉमेक्स सोना वायदा 19. 90 डॉलर प्रति औंस या 0. 76 प्रतिशत गिरकर 2,597 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज में कमोडिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक सौमिल गांधी ने कहा, "राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बीच मंगलवार को सोने में गिरावट जारी रही।
अनुज गुप्ता के अनुसार, दिसंबर तक सोने के की कीमत में 3000 से 4000 रुपये प्रति 10 ग्राम की कमी आ सकती है। वहीं, चांदी की बात करें तो चांदी की कीमत में 5000 से 6000 रुपये प्रति किलोग्राम की गिरावट देखने को मिल सकती है।
कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच वायदा कारोबार में सोमवार को सोने की कीमत 531 रुपये की गिरावट के साथ 76,741 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गयी।
ज्वैलर्स के अनुसार, ग्लोबल टेंशन की वजह से सोना और चांदी की कीमत में रिकॉर्ड तेजी आई है। इससे मांग पर असर देखने को मिल रहा है। आने वाले समय में हालात बेहतर होने पर सोने और चांदी की कीमत में गिरावट आने की पूरी संभावना है।
कारोबारियों ने कहा कि वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के बीच स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की सुस्त मांग के कारण सोने की कीमतों में गिरावट आई।
सोने का भाव फेस्टिवल सीजन में तेज डिमांड के चलते बढ़त बनाए रख सकता है। इंटरनेशनल मार्केट में सोने की कीमत पर भू-राजनितिक तनाव का असर आने वाले समय में देखने को मिल सकता है।
सोमवार को सोना 78,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। हालांकि, स्थानीय बाजारों में मंगलवार को चांदी 92,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर अपरिवर्तित बनी रही।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक-जिंस सौमिल गांधी ने कहा, ‘मंगलवार को सोना नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, क्योंकि कई अमेरिकी फेडरल रिजर्व सदस्यों ने ब्याज दरों में और अधिक कटौती के लिए दरवाजा खुला रखा है।’
दिसंबर डिलिवरी वाले चांदी अनुबंध की कीमत बुधवार को 116 रुपये या 0.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 89,024 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई। पिछले सत्र में मंगलवार को चांदी 89,140 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
व्यापारियों ने बताया कि घरेलू मांग में वृद्धि के कारण सोने की कीमतों में तेजी देखी गई। हालांकि, विदेशों में कमजोरी के रुख ने बढ़त को सीमित कर दिया। विदेशी बाजारों में कॉमेक्स सोना 2,532.10 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था।
कोटक सिक्योरिटीज के एवीपी-जिंस शोध कायनात चैनवाला के अनुसार, अमेरिकी आर्थिक आंकड़े जारी होने से पहले डॉलर में मजबूती, मुनाफावसूली और समायोजन के कारण कॉमेक्स सोने में गिरावट आई।
कमजोर हाजिर मांग के बीच सटोरियों ने अपने सौदों के आकार को घटाया जिससे वायदा कारोबार में मंगलवार को सोने की कीमत 111 रुपये की गिरावट के साथ 71,490 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गयी।
चैनवाला ने कहा कि इसके अलावा मजबूत उपभोक्ता खर्च, मुद्रास्फीति में कमी और अमेरिका में बेहतर जीडीपी वृद्धि ने फेडरल रिजर्व द्वारा अधिक आक्रामक ढील की उम्मीदों को कम कर दिया है। एशियाई कारोबारी घंटों में, चांदी की कीमतें 0.52 प्रतिशत गिरकर 28.99 डॉलर प्रति औंस रह गईं।
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