Gold Price Today: सोने और चांदी दोनों में तेजी देखी जा रही है। इस कारण सोना और चांदी दोनों ही ऑल टाइम हाई पर चल रहे हैं।
मध्य एशिया में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के चलते सोने की कीमत तेजी से बढ़ी है। यूएस फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती के संकेत से भी सोने की खरीददारी में वृद्धि हुई है। केंद्रीय बैंकों ने बड़ी मात्रा में सोना खरीदा है और इजराइल-हमास संघर्ष के कारण बढ़ते तनाव के बीच इसकी मांग बढ़ गई है।
विदेशी बाजार, कॉमेक्स में हाजिर सोना 2,297 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले बंद भाव से 22 डॉलर अधिक है। चांदी भी बढ़त के साथ 27.05 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी। पिछले सत्र में यह 26.25 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुई थी।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिसर्च एनालिस्ट दिलीप परमार ने कहा, "दिल्ली के बाजारों में सोने की हाजिर कीमतें (24 कैरेट) 66,575 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रही हैं, जो पिछले दिन से 875 रुपये कम है।" विदेशी बाजारों में, कॉमेक्स पर सोना हाजिर पिछले दिन के स्तर से 35 डॉलर नीचे 2,167 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था।
जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज में ईबीजी - ‘कमोडिटी एंड करेंसी रिसर्च’ के उपाध्यक्ष प्रणव मेर ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अधिकारियों द्वारा इस साल ब्याज दर में तीन बार कटौती के संकेतों के बाद डॉलर में बिकवाली के समर्थन से सोना अपने अबतक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
कमजोर हाजिर मांग के बीच सटोरियों ने अपने सौदों के आकार को घटाया जिससे वायदा कारोबार में शुक्रवार को सोने की कीमत 75 रुपये की गिरावट के साथ 65,960 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गयी।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉमेक्स (जिंस बाजार) में सोना हाजिर मजबूती के साथ 2,152 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले बंद भाव से 30 डॉलर की बढ़त है।
सोने की कीमत के साथ चांदी भी 900 रुपये बढ़कर 74,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। पिछले कारोबार में यह 74,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के जिंस शोध के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नवनीत दमानी ने कहा कि मजबूत अमेरिकी गैर-कृषि पेरोल आंकड़ों के बाद डॉलर और बॉन्ड प्रतिफल में उछाल के कारण सोने में गिरावट आई, जिससे इस साल अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति रुख के बारे में कुछ अनिश्चितता पैदा हुई है।
Sone Chandi ke Bhav on 25 january 2024 : सोने-चांदी की कीमतों में गुरुवार को गिरावट देखने को मिली है। सोना वायदा गिरावट के साथ 61,892 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड करता दिखाई दिया।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के जिंस शोध मामलों के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नवनीत दमानी ने कहा कि पश्चिम एशिया में संघर्ष के कारण उत्पन्न अनिश्चितता के बीच सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग हो रही।
Gold Silver Price Today : सोने-चांदी की कीमतों में बुधवार को शुरुआती कारोबार में गिरावट देखने को मिली। सोना वायदा 0.24 फीसदी या 150 रुपये की गिरावट के साथ 61,865 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड करता दिखाई दिया।
Sone Chandi ka Bhav : शुरुआती कारोबार में सोना वायदा 0.32 फीसदी या 199 रुपये की गिरावट के साथ 62,358 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड करता दिखाई दिया। वहीं, चांदी 0.45 फीसदी या 328 रुपये की गिरावट के साथ 72,259 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेड करती दिखाई दी।
विशेषज्ञों का कहना है कि रुपये की स्थिरता, भूराजनीतिक अनिश्चितता और धीमी वैश्विक आर्थिक वृद्धि के कारण नए साल में भी सोने का आकर्षण कायम रहेगा। पिछले साल सोने की कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव रहा था।
सर्राफा बाजार के जानकारों का कहना है कि इस साल भी सोने और चांदी की कीमत में बढ़ोतरी जारी रहेगी। विदेशी बाजारों में सोना तेजी के साथ 2,073 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया और चांदी मजबूती के साथ 24 डॉलर प्रति औंस हो गई।
Gold Silver Price on 1 january 2024 : सोने के घरेलू वायदा भाव में तेजी देखने को मिली है। एमसीएक्स पर सोना 63,332 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड करता दिखाई दिया। वहीं, चांदी 74,279 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेड करती दिखी। वैश्विक स्तर सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट है।
साल 2024 में भी सोने से अच्छा रिटर्न मिलने की उम्मीद है। साल 2023 में सोने ने करीब 15 फीसदी का रिटर्न दिया है। 2024 में सोने की कीमत करीब ₹72,000 प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड उच्च स्तर तक पहुंच सकती हैं।
Gold Price Today: सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। 24 कैरेट सोने का रेट 63,000 के पार बना हुआ है।
विदेशी बाजारों में मंदी के कारोबार के बीच एमसीएक्स पर वायदा कारोबार में सोने का फरवरी कॉन्ट्रैक्ट 25 रुपये बढ़कर 62,440 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज में कमोडिटी रिसर्च के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, नवनीत दमानी ने कहा कि सोने की कीमतों में बढ़ोतरी जारी है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के उदार रुख के कारण यह ऊपर गया है।
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