कर्नाटक में कांग्रेस ने नई सरकार बनते ही सरकारी कर्मचारियों को खुश कर दिया है। सिद्दारमैया सरकार ने ऐलान किया है कि अब राज्य के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की जाएगी।
कर्नाटक की सिद्धारमैया की नई नवेली कैबिनेट में 32 मंत्री होंगे, इन सबकी दौलत, इनकी शिक्षा-दीक्षा के बारे में एडीआर की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है।
कर्नाटक की तत्कालीन भाजपा सरकार ने 22 सितंबर 2022 को भाजपा युवा मोर्चा के दिवंगत नेता की पत्नी की नौकरी को नौकरी दी थी, जिसे हाल ही में हटा दिया गया था। लेकिन अब मुख्यमंत्री सिद्दरमैया वापस से बहाल कर दिया है।
मुख्यमंत्री पद के लिए कई दिनों तक चली गहमागहमी के बाद अब कांग्रेस आलाकमान को राज्य सरकार में मंत्रियों के विभागों के बटवारे का मामला सुलझाना है। इस मसले पर भी सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच विवाद बना हुआ है।
कर्नाटक में सिद्धारमैया और शिवकुमार ने 20 मई को आठ मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। हालांकि, इन मंत्रियों को अभी विभागों का आवंटन नहीं किया गया है।
वरिष्ठ लिंगायत नेता एमबी पाटिल ने सोमवार को मैसुरू के प्रसिद्ध सुत्तूर मठ के महंत से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए यह बयान दिया है।
सरकारी टीचर का नाम शांतामूर्ति एमजी है और वह होसदुर्गा के कनुबनहल्ली सरकारी स्कूल में टीचर के रूप में काम कर रहे थे। उन्होंने सरकार की आलोचना करते हुए अपने पोस्ट में कहा कि 'मुफ्त उपहार देने के अलावा आप और क्या कर सकते हैं।'
सिद्धारमैया के सीएम पद की शपथ लेते ही 'विधानसौधा' में सीएम कार्यालय के बाहर लगी नेम प्लेट को बदल दिया गया और सिद्धारमैया के नाम की नेम प्लेट लगाई गई। इस नेम प्लेट को लगाने का वीडियो भी सामने आया है।
राहुल ने कहा, 'पिछले 5 सालों में कर्नाटक ने मुश्किलें झेली हैं। लेकिन बीजेपी की ताकत को कर्नाटक की जनता ने हराया है। कांग्रेस गरीब, आदिवासियों और पिछड़ों के साथ है। जनता ने बीजेपी के भ्रष्टाचार और नफरत को शिकस्त दी है।'
सिद्धारमैया ने कर्नाटक के CM पद की शपथ ले ली है। उन्हें दूसरी बार राज्य की कमान मिली है। इस दौरान मंच पर राहुल और प्रियंका गांधी मौजूद रहे। सोनिया गांधी तबीयत खराब होने की वजह से समारोह में नहीं पहुंचीं।
शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन बेंगलुरू स्थित श्री कांतीरवा स्टेडियम में होगा। पहली सिद्धारमैया ने साल 2013 में इसी मैदान में शपथ ली थी।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली जीत के बाद आज मुख्यमंत्री के रूप में सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री के तौर पर डीके शिवकुमार ने पद और गोपनीयता की शपथ ली।
सिद्धारमैया के शपथ ग्रहण समारोह में करीब 19 विपक्षी पार्टियों के 20 नेताओं को न्योता भेजा गया है, जबकि 10 पार्टियों से दूरी बनाई है, जिसमें आदमी पार्टी (AAP), बीआरएस भी शामिल है।
कल दोपहर साढ़े 12 बजे बेंगलुरु के कांतिरावा स्टेडियम में सिद्धारमैया सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा। बताया जा रहा है कि सिद्धारमैया समेत 21 विधायक कल मंत्रीपद की शपथ ले सकते हैं।
कर्नाटक की बंपर जीत ने कांग्रेस के लिए केवल प्राण फूंकने वाली संजीवनी बूटी की काम ही नहीं किया बल्कि अब पार्टी 2024 का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए दोगुने जोश से काम करने में भी जुट गई है।
चुनाव परिणामों की घोषणा के एक दिन बाद 14 मई को सीएलपी की बैठक हुई थी जिस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को नए मुख्यमंत्री का फैसला करने के लिए अधिकृत करते हुए एक पंक्ति का प्रस्ताव पारित किया गया था।
शुक्रवार शाम 7 बजे बेंगलुरू में विधायक दल की बैठक होने वाली है, जिसमें औपचारिक तौर पर सिद्धारमैया को विधायक दल का नेता चुना जाएगा। इसके बाद गवर्नर से मिलकर कांग्रेस सरकार बनाने का दावा पेश करेगी और 20 मई को शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा।
सिद्धारमैया कर्नाटक के सीएम होंगे तो कांग्रेस के कर्नाटक अध्यक्ष डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम बनाए जाएंगे। डीके शिवकुमार कर्नाटक के सीएम भले ही नहीं बन पाए लेकिन कांग्रेस आलाकमान से अपनी एक जिद मनवाने में जरूर कामयाब रहे।
सिद्धारमैया कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री होंगे। वहीं कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम बनाए जाएंगे। आखिर वो कौनसे फैक्टर रहे जिनकी वजह से सिद्धारमैया ने डीके शिवकुमार को सीएम की रेस से बाहर कर दिया।
सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच सीएम पद को लेकर मंथन खत्म हुआ और सिद्धारमैया को सीएम बनाया गया। इस खबर में हम आपको सिद्धारमैया के जीवन के बारे में कई सारी अहम बाते बताएंगे।
संपादक की पसंद