कांग्रेस नेता एवं कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और कर्नाटक के किसानों को लेकर अपनी मांगों से चिट्ठी के जरिए अवगत कराया।
पीएम मोदी को लिखे पत्र में सीएम सिद्धारमैया ने कहा है कि बच्चे के लिए जरूरी दवा की कीमत अपने आप में काफी ज्यादा है। ऐसे में इस पर अलग से आयात शुल्क लगने के बाद इसकी कीमत और बढ़ गई है।
कर्नाटक के अत्तिबेले में हुए अग्निकांड के मामले में बड़ा एक्शन लेते हुए सिद्धारमैया सरकार ने जहां 3 अफसरों को सस्पेंड कर दिया है वहीं शादियों, रैलियों और गणेश उत्सव में पटाखों के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया है।
बेंगलुरू की एक पटाखा गोदाम सह दुकान में भीषण आग लगने से 12 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल हो गए हैं। घायलों का अस्पताल में इलाज जारी है। जानकारी के मुताबिक पटाखा गोदाम में आग लगने के बाद जोरदार धमाका हुआ जो दूर तक सुनाई दिया।
आगामी लोकसभा चुनाव में अब बहुत ही कम समय रह गया है। ऐसे में राजनीतिक बयानबाजियों का दौर भी शुरू हो गया है। सिद्धारमैया के इस विवादित बयान को भाजपा जनता के सामने भुना सकती है।
गृह लक्ष्मी योजना कांग्रेस की पांच चुनाव पूर्व ‘गारंटी’ में शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य सरकार ने पांच गारंटी में तीन- शक्ति, गृह ज्योति और अन्न भाग्य को पहले ही लागू कर दिया है व उल्लेख किया कि गृह लक्ष्मी चौथी योजना है।
कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के 100 दिन पूरे हो गए हैं। इस मौके पर सिद्धारमैया ने पांच चुनावी गारंटी के कार्यान्वयन के साथ-साथ 'विकास के रथ' का नेतृत्व करने के लिए लोगों से सहयोग की अपील की।
कर्नाटक कांग्रेस में पनप रहे असंतोष के बीच पार्टी के बड़े नेताओं के साथ होने वाली इस बैठक को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
सिद्धारमैया जब से मुख्यमंत्री बने हैं उनके घर के सामने कई गाड़ियां खड़ी रहती हैं, जिसके चलते उनके पड़ोसी बुजुर्ग शख्स अपनी गाड़ी नहीं निकाल पाते हैं। रोज-रोज की इस समस्या से परेशान इस बुजुर्ग के सब्र का बांध आखिर टूट गया।
सियासी गलियारों में ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि कर्नाटक कांग्रेस में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है और नेताओं के बयान भी इसी तरफ इशारा करते नजर आते हैं।
कर्नाटक के कद्दावर नेता बीके हरिप्रसाद के ताजा बयानों से लगता है कि उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री और वित्त मंत्रालय के प्रभारी सिद्धरमैया ने वित्त वर्ष 2023-24 का बजट विधानसभा में आज पेश किया। इस बार सिद्धरमैया ने 3.27 लाख करोड़ रुपये के आवंटन वाला बजट कर्नाटक विधानसभा में पेश किया है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने ‘जनता दर्शन’ के दौरान मदद की गुहार लेकर आई एक एसिड अटैक पीड़िता को नौकरी देने का निर्देश दिया है।
कर्नाटक सरकार ने ‘अन्न भाग्य’ योजना के तहत चावल देने के लिए केंद्र सरकार ने इस अनाज की मांग की थी, लेकिन उसने स्टॉक की कमी की बात कहकर असमर्थता जता दी थी।
कर्नाटक में बिजली की दरों में भारी बढ़ोत्तरी हुई है जिसके बाद व्यापारी और कारोबारी सड़कों पर उतरकर अपना विरोध प्रदर्शन दर्ज करा रहे हैं।
स्कूली बच्चों के बैग का वजन हर साल दोगुने रफ्तार से बढ़ते जा रहे हैं। इसका बड़ा कारण प्राइवेट स्कूलों की पैसे की लालच है। इसे लेकर कर्नाटक की राज्य सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने स्कूली बच्चों के बैग को लेकर एक गाइडलाइन जारी की है।
कर्नाटक बंद से सामान्य जनजीवन में कुछ बाधा आने की संभावना है। ऐसे समय में जब लोग गुस्से में हैं और विपक्षी भाजपा बिजली दरों में बढ़ोतरी को लेकर आड़े हाथ ले रही है, डिप्टी सीएम डी.के. शिवकुमार ने बेंगलुरु में कचरा कर लगाने का भी संकेत दिया।
पार्वती सिद्धारमैया की बीमारी के बारे में जानकारी दिए बगैर अस्पताल ने कहा कि मुख्यमंत्री के परिवार ने अस्पताल से उनकी निजता का सम्मान करने का आग्रह किया है।
कर्नाटक सरकार ने स्कूलों की सिलेबस से RSS संस्थापक की जीवनी को हटा दिया है। इसके अतिरिक्त जो भी आरएसएस के नेता को सिलेबस में पिछली भाजपा सरकार ने जोड़ा था, उन्हें भी हटा दिया गया है। इसके अलावा चैप्टर में संविधान की प्रस्तावना को जोड़ने का फैसला लिया गया है।
कांग्रेस आलाकमान कर्नाटक में जारी सियासी बयानबाजी पर नजर बनाए हुए है। कांग्रेस नहीं चाहती है कि लोकसभा और बेंगलुरु निकाय चुनाव से पहले दलितों और अन्य पिछड़ा वर्ग के वोटबैंक को खोने का जोखिम उठाया जाए।
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