घरेलू बाजार में यात्री वाहनों की बिक्री सितंबर महीने में 23.69 प्रतिशत गिरकर 2,23,317 इकाइयों पर आ गयी। यह लगातार ग्यारहवां महीना है जब वाहनों की बिक्री में गिरावट आयी है।
वाहन बनाने वाली मारुति सुजुकी इंडिया और टाटा मोटर्स की यात्री वाहन खंड में घरेलू बाजार हिस्सेदारी इस साल अप्रैल-अगस्त में कम हुई है। हालांकि हुंदै और महिंद्रा एंड महिंद्रा की बिक्री इसी अवधि में बढ़ी।
सियाम के सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक अगस्त 2019 में घरेलू बाजार में कारों की बिक्री 41.09 प्रतिशत घटकर 1,15,957 कार रह गई
भारत के वाहन उद्योग के विकास की कहानी जल्द 'ढह' सकती है। टाटा मोटर्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक गुंटेर बुश्चेक ने गुरुवार को वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम के सालाना सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही।
त्योहारी सीजन नजदीक है। ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि इस पर फैसला तत्काल लिया जाए और इनकी घोषणा बिना विलंब के की जाए।
देश में यात्री वाहनों का उत्पादन चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जुलाई के दौरान सालाना आधार पर 13.18 प्रतिशत कम रहा। मारुति सुजुकी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, फोर्ड टोयोटो तथा होंडा जैसी कंपनियों ने उत्पादन में उल्लेखनीय रूप से कटौती की है।
समीक्षावधि में घरेलू बाजार में कार की बिक्री 35.95 प्रतिशत टूटकर 1,22,956 इकाई रही। जुलाई 2018 में यह आंकड़ा 1,91,979 इकाई था।
वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम ने शुक्रवार को कहा कि उद्योग वाहनों पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को तत्काल घटाकर 18 प्रतिशत किये जाने की मांग को लेकर एकमत है। बता दें कि वर्तमान में वाहनों पर 28 प्रतिशत की जीएसटी के अलावा एक प्रतिशत से लेकर 22 प्रतिशत तक का उपकर लगता है।
एक नए ट्रक या बस के लिए रजिस्ट्रेशन शुल्क 20,000 रुपए करने का प्रस्ताव है, जो वर्तमान में मात्र 1,500 रुपए है।
सियाम के अध्यक्ष राजन वढेरा ने कहा कि हमने उद्योग में इतने लंबे समय तक मंदी नहीं देखी है।
उद्योग संगठन के मुताबिक हर महीने वाहन उद्योग की बिक्री लगातार घट रही है। इस वजह से कई डीलरशिप बंद हो चुकी हैं।
देश की तीन बड़ी दोपहिया वाहन कंपनियों हीरो मोटोकॉर्प, बजाज ऑटो और टीवीएस मोटर्स ने सोमवार को नीति आयोग की 100 प्रतिशत ई-वाहन योजना का विरोध किया।
सियाम के मुताबिक कंपनी की लोकप्रिय हैचबैक कार स्विफ्ट पिछले महीने सबसे अधिक बिक्री वाली कारों की सूची में शीर्ष स्थान पर रही।
वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम ने सरकार से प्रदूषण नियंत्रण के लिए पुराने वाहनों को कबाड़ करने को प्रोत्साहन आधारित नीति लाने की मांग की है।
मारुति की ही हैचबैक स्विफ्ट इस साल फरवरी में 18,224 इकाइयों के साथ दूसरे स्थान पर रही। स्विफ्ट ने पिछले साल फरवरी में 17,291 इकाइयों के साथ तीसरा स्थान हासिल किया था।
चालू वित्त वर्ष की शुरुआत में सिआम ने यात्री वाहनों की बिक्री में 8-10 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया था लेकिन तीसरी तिमाही से लगातार बिक्री में कमी आने के बाद इसे संशोधित कर 6 प्रतिशत कर दिया गया था।
देश में यात्री वाहन बेचने वाली 17 बड़ी कंपनियों में से करीब आधी की बिक्री में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान गिरावट देखी गई है।
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में यात्री वाहनों की घरेलू बिक्री 6.88 प्रतिशत बढ़कर 17,44,305 इकाई रही। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में ये बिक्री 16,32,006 इकाई रही थी।
ईंधन के बढ़े हुए दाम और कुछ जगह बाढ़ के कारण सितंबर में घरेलू बाजार में यात्री वाहनों की बिक्री की रफ्तार मंद रही। प्रमुख विनिर्माताओं की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों में बिक्री में यह गिरावट दिखी है।
सबसे ज्यादा बिकी 10 में से 6 कारें मारुति और 3 हुंडई की
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