रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने कहा कि सामान्य स्थिति की ओर लौटने के प्रयास में रेल मंत्रालय 1 जून से 200 मेल एक्सप्रेस ट्रेनें चलाएगा।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 26 मई तक पश्चिम बंगाल में किसी भी मजदूर की एंट्री नहीं चाहतीं। ममता बनर्जी ने रेलवे को चिट्ठी लिखकर कहा है कि कोई भी श्रमिक ट्रेन 26 मई तक बंगाल ना भेजा जाए।
पालघर के तहसीलदार सुनील शिंदे के खिलाफ कार्रवाई की गई है जिन्होंने एक प्रवासी को कथित रूप से दुर्व्यवहार और लात मारी थी जो एक ट्रेन में सवार होने के लिए टोकन लेने के लिए इंतजार कर रहा था।
रेलवे ने एक मई से 2,317 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के जरिये 31 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया है।
कर्नाटक सरकार ने प्रवासी श्रमिकों और लॉकडाउन में फंसे हुए लोगों को उनके गृह राज्य तक की यात्रा का खर्च उठाने का फैसला किया है।
कोरोना संकट के चलते जारी लॉकडाउन के दौरान रेलवे प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने का महा अभियान चला रही है।
गाजियाबाद से यूपी और बिहार के शहरों के लिए छह ट्रेनें रवाना होंगी जो यहां फंसे हुए से 8400 प्रवासी श्रमिकों को उत्तर प्रदेश और बिहार में उनके गृह जिलों में पहुंचाएगी।
छह ट्रेनें गाजियाबाद से 8400 फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों को उत्तर प्रदेश और बिहार में उनके गृह जिलों में पहुंचाएगी।
कोरोना संकट के चलते जारी लॉकडाउन के बीच श्रमिकों का बिहार आना जारी है। बुधवार को मजदूरों की सबसे बड़ी संख्या बिहार पहुंचने वाली है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों को लाने में इन बसों का शत-प्रतिशत उपयोग हो।
गृह मंत्रालय की ओर से श्रमिक ट्रेनों को लेकर 1 मई को जारी किया गया सर्कुलर वापिस ले लिया गया है।
बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के नये मामलों के प्रकाश में आने के साथ ही प्रदेश में कोविड-19 से संक्रमित मामलों की संख्या अब बढकर 1442 हो गयी है जिनमें 748 प्रवासी मजदूर शामिल हैं।
राज्य में लौटने वाले प्रवासियों में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण, कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के बीच रेलवे मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा कि बिहार ने प्रतिदिन 50 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को अनुमति देने की प्रतिबद्धता जाहिर की है।
उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि रेलगाड़ी को शाम पांच बजे रवाना होना था, लेकिन श्रमिक यात्रियों के नहीं आने से यह रेलगाड़ी रवाना नहीं की गई।
नयी दिल्ली से लगभग 1,000 यात्रियों को लेकर पहली विशेष ट्रेन केरल पहुंची और उनमें से सात लोगों को कोविड-19 देखभाल केंद्रों और अस्पतालों में ले जाया गया क्योंकि स्क्रीनिंग के दौरान उनमें इस बीमारी के कुछ लक्षण पाए गए थे।
नोएडा के डीएम सुहास एलवाय ने बताया कि ये ट्रेनें ग्रेटर नोएडा के दादरी और दनकौर स्टेशनों से रवाना होंगी।
रेलवे ने एक मई से 800 ‘‘श्रमिक स्पेशल’’ ट्रेनें चलाई हैं और लॉकडाउन के चलते देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे करीब 10 लाख प्रवासी कामगारों को इन ट्रेनों से उनके गंतव्य तक पहुंचाया है।
कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्से में फंसे राज्य के प्रवासी श्रमिकों में से 3.84 लाख कामगार बृहस्पतिवार दोपहर तक भारतीय रेल की 318 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों प्रदेश लौट चुके हैं।
केन्द्र ने सोमवार को कहा कि रेलवे प्रवासी श्रमिकों को तेजी से उनके गृह राज्य पहुंचाने के वास्ते अब प्रतिदिन 100 ‘श्रमिक विशेष’ रेलगाड़ियां चलायेगा।
लॉकडाउन के दौरान अधिक से अधिक प्रवासियों को घर पहुंचाने के प्रयास में रेलवे ने अब ‘श्रमिक विशेष’ गाड़ियों में 1200 की जगह 1700 यात्रियों को भेजने का निर्णय किया है और तीन स्थानों पर इन ट्रेनों का ठहराव होगा।
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