देश में 'वन नेशन, वन इलेक्शन' के मुद्दे पर फिर से चर्चा शुरू हो गई है। इस बाबत विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। इस बाबत महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज च्वहाण ने निशाना साधते हुए कहा कि सरकार पैनिक मोड में है।
महाराष्ट्र की सियासत के रंग अब सिर चढ़ के बोलने लगे हैं। हाल ही उद्धव ठाकरे ने डिप्टी की तुलना एक फल से कर दी, जिसके बाद बीजेपी भड़क गई।
उद्धव ठाकरे ने एक सभा को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा पर निशाना साधा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल का गठबंधन एनडीए नहीं घमंडिये है।
शिवसेना(UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मातोश्री पर हुई बैठक में बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। इसी बैठक में उद्धव ने कहा कि वो जिद्दी और फिर शिवसेना(UBT) को सत्ता में लाएंगे।
अंधेरी इलाके में दिख रहे गड्ढों को पूरे तरह से भरा जाये, इस मांग को लेकर पिछले एक हफ्ते से ठाकरे गुट की तरफ से गड्ढों में रंगोली और दिये लगाकर अनोखा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
शिवसेना उद्धव गुट की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि ये प्रधानमंत्री मोदी का लाल किले से आखिरी भाषण था और अगला पीएम इंडिया गठबंधन से होगा। प्रियंका ने आगे कहा कि दंगे कराना भाजपा की आजमाई हुई टूलकिट है। उन्होंने महाराष्ट्र में ऐसा करने की कोशिश की है। हरियाणा और मणिपुर में भी यही चल रहा है।
2024 लोकसभा चुनाव करीब आने के साथ ही ठाकरे सेना और शिंदे सेना में जुबानी जंग और भी तेज हो गई है। सीएम एकनाथ शिंदे पर ताजा हमला युवा सेना अध्यक्ष आदित्य ठाकरे की तरफ से किया गया है।
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए भरत गोगावले ने कहा कि एकनाथ शिंदे सिर्फ अपने दम पर मुख्यमंत्री नहीं बने हैं। रायगढ़ जिले का पालकमंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज विधायक भरत गोगावले ने कहा कि विधायकों ने सीएम को इमोशनल ब्लैकमेल कर मंत्रीपद हासिल किए हैं।
महाराष्ट्र नव निर्माण सेना ठाण की तीन और पालघर की एक लोकसभा सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। इस संबंध में पार्टी पदाथिकारियों के साथ राज ठाकरे मीटिंग कर रहे हैं।
शिवसेना उद्धव गुट के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने शरद पवार के उन आरोपों को बेहद गंभीर बताया है जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार केंद्रीय एजेंसियों के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया है।
अजित और शरद पवार के बीच हुई बैठक ने राजनीतिक सरगर्मियां तेज कर दी है। सामना में प्रकाशित संपादकीय में कहा गया है, रोजाना भ्रम की स्थिति पैदा करना अब लोगों की समझ से परे हो गया है। रोज-रोज के इस खेल से जनता अब उदासीन हो चुकी है।
अजित पवार की ओर से दावा किया गया था कि उनके पास राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक, सांसद और पदाधिकारी हैं। इस लिहाज से पार्टी का चुनाव चिन्ह घड़ी और नाम राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी उन्हें मिलनी चाहिए।
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले महाराष्ट्र में बयानबाजी खूब देखने को मिल रही है। इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा है कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना 2024 तक दिखेगी नहीं।
लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्मानित किए जाने के कार्यक्रम में शरद पवार की मौजूदगी ने विपक्षी गठबंधन में खलबली मचा दी है।
प्रियंका चतुर्वेदी ने संजय शिरसाट पर पलटवार करते हुए ट्वीट कर कहा कि मैं कैसी दिखती हूं और मैं शिवसेना में क्यों हूं, एक गद्दार को ये बात मुझे बताने की जरूरत नहीं है। शिरसाट ने महिलाओं एवं राजनीति को लेकर जो बयान दिया है वह उनके बीमार मानसिकता को दर्शाता है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि मंदिर में घण्टा बजाने वाले नहीं, हमे आतंकियों को मारने वाले हिन्दू चाहिए। हमारा हिंदुत्व हृदय में राम और हाथों को काम ऐसा है। मणिपुर जल रहा है, क्या यही हिन्दुराष्ट्र है।
महाराष्ट्र के कुछ नेताओं को अब न तो संवैधानिक पद की मर्यादा का ख्याल है और न ही वरिष्ठ नेताओं की प्रतिष्ठा का। हर बार अपने प्रतिद्वंदी पर निशाना साधते वक्त ठाकरे और बीजेपी विधायक ने मर्यादा की सीमा लांघ दी है।
संजय राउत ने कहा कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी इस मीटिंग में भाग लेने के लिए पहुंच सकते हैं। इस बैठक में गिले-शिकवे भी दूर किए जाएंगे और सीट शेयरिंग को लेकर भी बातचीत होगी।
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र देवेंद्र फडणवीस से वित्त और नियोजन विभाग वापस लेकर अजित पवार को सौंपा गया है। इन्हीं दो मंत्रालयों को लेकर पेंच फंसा हुआ था।
महाराष्ट्र सरकार में एनसीपी का अजित पवार का गुट शामिल होने के बाद से शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी के विधायकों के बीच बेचैनी बढ़ गई है। इससे शिंदे सरकार की छवि पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।
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