शिवसेना उद्धव गुट के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने शरद पवार के उन आरोपों को बेहद गंभीर बताया है जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार केंद्रीय एजेंसियों के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया है।
अजित और शरद पवार के बीच हुई बैठक ने राजनीतिक सरगर्मियां तेज कर दी है। सामना में प्रकाशित संपादकीय में कहा गया है, रोजाना भ्रम की स्थिति पैदा करना अब लोगों की समझ से परे हो गया है। रोज-रोज के इस खेल से जनता अब उदासीन हो चुकी है।
अजित पवार की ओर से दावा किया गया था कि उनके पास राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक, सांसद और पदाधिकारी हैं। इस लिहाज से पार्टी का चुनाव चिन्ह घड़ी और नाम राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी उन्हें मिलनी चाहिए।
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले महाराष्ट्र में बयानबाजी खूब देखने को मिल रही है। इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा है कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना 2024 तक दिखेगी नहीं।
लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्मानित किए जाने के कार्यक्रम में शरद पवार की मौजूदगी ने विपक्षी गठबंधन में खलबली मचा दी है।
प्रियंका चतुर्वेदी ने संजय शिरसाट पर पलटवार करते हुए ट्वीट कर कहा कि मैं कैसी दिखती हूं और मैं शिवसेना में क्यों हूं, एक गद्दार को ये बात मुझे बताने की जरूरत नहीं है। शिरसाट ने महिलाओं एवं राजनीति को लेकर जो बयान दिया है वह उनके बीमार मानसिकता को दर्शाता है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि मंदिर में घण्टा बजाने वाले नहीं, हमे आतंकियों को मारने वाले हिन्दू चाहिए। हमारा हिंदुत्व हृदय में राम और हाथों को काम ऐसा है। मणिपुर जल रहा है, क्या यही हिन्दुराष्ट्र है।
महाराष्ट्र के कुछ नेताओं को अब न तो संवैधानिक पद की मर्यादा का ख्याल है और न ही वरिष्ठ नेताओं की प्रतिष्ठा का। हर बार अपने प्रतिद्वंदी पर निशाना साधते वक्त ठाकरे और बीजेपी विधायक ने मर्यादा की सीमा लांघ दी है।
संजय राउत ने कहा कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी इस मीटिंग में भाग लेने के लिए पहुंच सकते हैं। इस बैठक में गिले-शिकवे भी दूर किए जाएंगे और सीट शेयरिंग को लेकर भी बातचीत होगी।
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र देवेंद्र फडणवीस से वित्त और नियोजन विभाग वापस लेकर अजित पवार को सौंपा गया है। इन्हीं दो मंत्रालयों को लेकर पेंच फंसा हुआ था।
महाराष्ट्र सरकार में एनसीपी का अजित पवार का गुट शामिल होने के बाद से शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी के विधायकों के बीच बेचैनी बढ़ गई है। इससे शिंदे सरकार की छवि पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू हो। साथ ही कहा कि विधानपरिषद पर भी अब कांग्रेस का हक है। शिवसेना उद्धव गुट से विधानपरिषद के विपक्ष नेता पद की मांग करेगी।
महाराष्ट्र में राजनीतिक माहौल गर्म है। उद्धव ठाकरे ने बीजेपी को चैलेंज किया है कि मर्द की औलाद हो तो सीधे मैदान में उतरो, इसपर बीजेपी ने कहा है-पहले आईने में अपना चेहरा तो देख लो।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में पहले की सरकार मतपेटी से बनी थी। अबकी सरकार खोके से बनी है, क्यूंकि आप किसी को भी मतदान करो लेकिन सरकार मेरी ही आएगी।
प्रदेश में अपने दौरे की शुरुआत करते हुए उद्धव ठाकरे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि उस दौरान बीजेपी अपने शब्दों से मुकरी और इसीलिए गठबंधन टूट गया।
देश में सब्जियों के दाम बढ़ रहे हैं। खासकर टमाटर की महंगाई लोगों को रास नहीं आ रही है। इस मामले पर शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र सामना में एक लेख प्रकाशित किया गया है।
शिंदे गुट के नाराज विधायकों का कहना है कि हम पहले जहां थे वहीं अच्छे थे। मातोश्री से माफी मांगकर लौटना चाहते हैं। इस मामले पर अंतिम फैसला उद्धव ठाकरे को लेना है।
इस वक्त महाराष्ट्र में जबरदस्त सियासी हलचल है। शरद पवार की राजनीति विसर्जित हो रही है। कुनबा बगावत करके पवार को छोड़ गया लेकिन पवार कहते हैं कि वह तीन महीने के भीतर पार्टी को फिर खड़ी कर देंगे।
महाराष्ट्र की राजनीति में चल रही उठापटक का विपक्ष की राजनीति पर क्या असर होगा। क्या भाजपा को मजबूती मिलेगी। क्या शरद पवार के खिलाफ बगावत के विपक्षी एकता कमजोर होगी।
मुंबई की सड़कों पर अलग-अलग पोस्टर दिखाई पड़ रहे हैं। मुंबई के दाद स्थित शिवसेना भवन के पास महाराष्ट्र नवनिर्माण शेना नेता लक्ष्मण पाटिल ने पोस्टर लगाया है।
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