मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा के लिए रवाना हुए हैं। यहां सीएम शिवराज कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे।
चार बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके 64 वर्षीय शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वह "भाजपा के कार्यकर्ता" होने के लिए भाग्यशाली हैं। उन्होंने कहा, मैं भाग्यशाली हूं कि नरेंद्र मोदी हमारे नेता हैं और मुझे उनके साथ काम करने का मौका मिला।
Madhya Pradesh, Rajasthan, Chhattisgarh इन तीनों राज्यों में BJP ने PM Modi के फेस पर चुनाव लड़ा है। इसलिए दूसरे चेहरे गौण हो गए। ये सच है कि Shivraj Singh Chouhan की योजनाओं ने Madhya Pradesh के Voters पर असर किया, 'Ladli लहर' भी चली, लेकिन यह भी सच है कि पार्टी ने उन्हें CM प्रोजेक्ट नहीं किया।
मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को मिले प्रचंड बहुमत की चर्चा चारों ओर हो रही है। चुनाव परिणाम ने साबित कर दिया है करीब दो दशक के शासन के बाद भी पार्टी के खिलाफ राज्य में कोई भी माहौल नहीं था। अब राज्य में सीएम को लेकर कयासों का दौर जारी है।
मध्य प्रदेश में बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज की है। इसी को लेकर मध्यप्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने कमलनाथ के गुलदस्ता लाने पर चुटकी ली है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो अपने परिवार के साथ एक रेस्टोरेंट में बैठकर भोजन करते हुए नजर आ रहे हैं। यह वीडियो राज्य में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद आया है।
दतिया विधानसभा क्षेत्र से प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को हार मिली है। उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार राजेंद्र कुमार भारती ने सात हजार से भी ज्यादा वोटों से हराया है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में बीजेपी को प्रचंड जीत मिलने के बाद कांग्रेस नेता कमलनाथ, सीएम शिवराज सिंह चौहान से मिलने पहुंचे हैं। दोनों नेताओं ने मुस्कुराते हुए एक-दूसरे को बुके भी दिया और हाथ मिलाया। इसका वीडियो भी सामने आया है।
शिवराज सिंह चौहान जनता के साथ जिस तरह कनेक्ट रहते हैं, उसका असर उनकी राजनीतिक पारी पर भी दिखाई पड़ता है। वह राज्य में 4 बार सीएम पद पर रह चुके हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि उन्होंने जनता के साथ एक भरोसे का रिश्ता कायम किया है।
मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी प्रचंड बहुमत से जीत गई है। विधानसभा चुनाव के परिणामों ने बीजेपी को एमपी में बंपर जीत दिलाई है। बीजेपी की कई योजनाएं गेमचेंजर साबित हुईं। जानिए वे योजनाएं, जिन्होंने आम जनमानस पर असर किया और पार्टी को जीत दिलाई।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं। भाजपा ने 163 सीटों के प्रचंड बहुमत हासिल किया है तो वहीं, कांग्रेस सिर्फ 66 सीटों पर सिमट गई है। ऐसे में शिवराज सिंह चौहान की मेहनत को लेकर भी काफी चर्चा हो रही है।
मध्यप्रदेश की राजनीति में यह चुनाव परिणाम लंबे समय तक याद रखा जाएगा। इस परिणाम ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर कांग्रेस जो जीत की जोरदार ताल ठोक रही थी, उसे इतनी बुरी हार कैसे मिली? कारण चौंकाने वाले हैं।
तीन राज्यों में बीजेपी प्रचंड जीत की ओर बढ़ गई है। रुझानों के मुताबिक तो मध्यप्रदेश में तो प्रचंड बहुमत के साथ बीजेपी फिर सत्ता में आ रही है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि एमपी का सीएम कौन होगा? कुछ नाम चौंकाने वाले सामने आए हैं। जानिए क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट?
रुझानों के अनुसार एक बार फिर से मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनती नजर आ रही है ऐसे में ज्योतिरादित्य सिंधिया का शिवराज सिंह से मिलने पहुंचना काफी अहम माना जा रहा है।
Shivraj Singh Chouhan Exclusive: मध्य प्रदेश में भाजपा जीत दर्ज करने जा रही है। इस बीच सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इंडिया टीवी से खास बातचीत की है। इस बातचीत में उन्होंने कहा कि बहनों और राज्य की जनता का प्रेम देखकर वो अक्सर भावुक हो जाते हैं।
Bhopal में BJP Office के बाहर जश्न का माहौल देखने को मिला। BJP State President VD Sharma को कार्यकर्ता गोद में उठाकर नाचने लगे। पटाखे फोड़कर जश्न मनाते दिखे। रूझानों में बीजेपी को प्रदेश में बढ़त मिलती दिख रही है।
MP Election Result 2023 : CM Shivraj Singh Chauhan पहुंचे Smart Park जीत के बाद CM ने किया पौधारोपण
मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा विधानसभा चुनाव परिणाम 2023 की गिनती के रुझानों पर 'पीएम मोदी की वजह से बीजेपी हर जगह आगे बढ़ रही है'
आखिरकार मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी का 'कमल' खिल गया। कांग्रेस की तमाम मशक्कतों के बावजूद रुझानों में बीजेपी को स्पष्ट यानी प्रचंड बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है। जानिए वो 5 बड़े फैक्टर, जिन्होंने बीजेपी को सूबे का सिरमौर बना दिया। इनमें से एक फैक्टर तो 'मास्टरस्ट्रोक' साबित हुआ।
शुरुआती रुझानों में भारतीय जनता पार्टी प्रचंड बहुमत के साथ आगे बढ़ रही है। तो वहीं, कांग्रेस दहाई के आंकड़े में ही सिकुड़ती दिखाई पड़ रही है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़