मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान की योग गुरु बाबा रामदेव से कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए मध्यप्रदेश की आइडेंटिफिकेशन, आइसोलेशन और ट्रीटमेंट की रणनीति पर हुई चर्चा हुई।
शिवराज सिंह चौहान ने का अभी जो विभाग का बंटवारा हमने किया है वह कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए उस को नियंत्रित करने के लिए जितने विभाग जरूरी थे प्रमुखता से उनका बंटवारा किया है, जल्दी ही मंत्रिमंडल का विस्तार होगा।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 23 तारीख से लगातार कोरोना के खिलाफ युद्ध में लगे हुए थे। हमने फैसले किया है कि पहले इस लड़ाई को जीतना है। मंत्रिमंडल का विस्तार थोड़े दिनों बाद करेंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दूरदर्शन के माध्यम से प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पहले ही कोरोना संकट को पहचान लिया तथा देश में लॉकडाउन जैसी व्यवस्था प्रारंभ कर दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है कुछ को गिरफ्तार किया गया है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो रही है।
मध्य प्रदेश के इंदौर में बुधवार को एक और कोरोना वायरस पॉजिटिव मामला सामने आया है। इंदौर के एमवाय गायनिक विभाग की डॉक्टर पॉजिटिव पाई गई है। यह महिला डॉक्टर पीजी सेकंड ईयर की छात्रा है।
सूत्रों ने बताया कि शिवराज सिंह चौहान शाम 6 बजे राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
भाजपा ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी जहां गोपाल भार्गव को सौंपी है तो प्रदेशाध्यक्ष वी.डी. शर्मा को बनाया है। राज्य में भाजपा के प्रमुख नेताओं में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, कैलाश विजयवर्गीय, सांसद राकेश सिंह की गिनती होती है।
गुरुवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया भोपाल पहुंचे। यहां भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों ने उनका भव्य स्वागत किया। सिंधिया ने अपने भाषण में कहा, "मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि भाजपा ने मेरे लिए दरवाजे खोले।"
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ज्यातिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने का हम स्वागत करते हैं, उनके बीजेपी में आने से पार्टी को और गति मिलेगी। वहीं एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आज महाराज और शिवराज एक हो गए।
1967 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बहुमत हासिल हुआ था, और डी.पी. मिश्रा मुख्यमंत्री बने थे। लेकिन बाद में कांग्रेस के 36 विधायकों ने विजयाराजे के प्रति अपनी निष्ठा जाहिर की और विपक्ष से जा मिले। डी.पी. मिश्रा को इस्तीफा देना पड़ा था। अब एक बार फिर वही पटकथा लिखी गई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया कल से किसी भी वरिष्ठ कांग्रेस नेता का फोन नहीं उठा रहे हैं और वो भाजपा के बड़े नेताओं के संपर्क में हैं। सूत्रों ने ये भी जानकारी दी कि 16 मार्च से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में भाजपा कमलनाथ सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है।
सुमित्रा महाजन ने रविवार को राज्यपाल लालजी टंडन की मौजूदगी में उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी के घर आयोजित एक समारोह में इंदौर शहर के विकास की बात पर कई बातें बताई।
शिवराज सिंह चौहान अपने काफिले का साथ जैत जा रहे थे, तभी उन्होंने रास्ते में एक घायल युवक को देख अपना काफिला रुकवा लिया और घायल युवक को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ‘दीदी के बोलो’ अभियान का मखौल उड़ाते हुए इसे एक ‘‘हताश प्रयास’’ करार दिया और कहा कि पश्चिम बंगाल के लोग ‘‘दीदी के छोड़ो’’ और ‘‘मोदी के बोलो’’ कहना चाहते हैं।
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह की दत्तक पुत्री भारती का कल विदिशा में निधन हो गया।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी को ‘फर्जी’ गांधी बताते हुए तंज कसा कि वह असल गांधी यानी महात्मा गांधी के कांग्रेस को खत्म करने के सपने को पूरा करेंगे।
शिवराज सिंह चौहान ने हैदराबाद में पत्रकारों से कहा, ‘‘हमने सुना है कि जब कोई जहाज डूब रहा होता है, तो वह कैप्टन होता है जो उसे बचाने के लिए अंत तक उस पर रहता है। लेकिन कैप्टन सबसे पहले कांग्रेस के जहाज से कूद गया है।’’
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि उनकी पार्टी सत्ता से (मप्र में) किसी को बेदखल नहीं कर रही है, लेकिन यदि कांग्रेस की अंदरूनी कलह की वजह से सरकार गिर जाती है तो वह कुछ नहीं कर सकती।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोमवार को दावा किया कि प्रदेश में उनके छह माह के कार्यकाल में प्रदेश की स्थिति में बहुत सुधार हुआ है, जबकि पिछली भाजपा सरकार से उन्हें प्रदेश आर्थिक बदहाली की हालत में मिला था।
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