समाजवादी पार्टी विधायक दल की बैठक में शिवपाल यादव को नहीं बुलाया गया है। शिवपाल यादव ने समाजवादी पार्टी के सिंबल पर ही जसवंत नगर सीट से विधानसभा चुनाव जीता था।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव ने कहा, “आगामी विधान परिषद चुनाव में अगर बेईमानी नहीं की गई तो हम विधान परिषद का चुनाव जीतेंगे।”
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान को नेता प्रतिपक्ष बनाया जा सकता है । आजम खान के मीडिया प्रभारी फसाहत खान ने इसे लेकर बयान दिया है कि नेता प्रतिपक्ष की रेस मे आजम सबसे आगे हैं ।
2017 में शिवपाल सिंह यादव की ऐतिहासिक जीत हुई थी। शिवपाल को 1 लाख 26 हजार 834 वोट मिले थे। बीजेपी उम्मीदवार मनीष यादव पात्रे को 74 हजार 218 वोट मिले थे। बीएसपी उम्मीदवार दुर्वेश कुमार शाक्य को 24 हजार 509 वोट हासिल हुए थे।
शिवपाल सिंह यादव ने ट्वीट कर कहा कि एग्जिट पोल्स द्वारा दिखाई जा रही तस्वीर आभासी, भ्रामक और अविश्वसनीय है। जनता इसके पीछे की मंशा को बहुत अच्छे से समझ रही है।
आज रिपोर्टर बाइक वाली का कारवां पहुंचा समाजवादी पार्टी के गढ़ इटावा जहां ज्योति मिश्रा ने अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव से एक्सक्लूसिव बातचीत। सुनिए उन्होंने यूपी चुनाव पर क्या कहा।
समाजवादी पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए शिवपाल सिंह यादव को जसवंतनगर सीट से सपा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) गठबंधन का उम्मीदवार घोषित किया। मौजूदा समय में जसवंत नगर विधानसभा क्षेत्र से शिवपाल सिंह यादव विधायक भी हैं।
इटावा से मिली सूचना के अनुसार, जसवंत नगर विधानसभा क्षेत्र से सपा-प्रसपा प्रत्याशी शिवपाल सिंह यादव छठवीं बार चुनाव मैदान मे हैं और उनके सामने कांग्रेस पार्टी ने अपना कोई प्रत्याशी नहीं उतारा है।
एसपी सिंह बघेल को मैनपुरी की करहल सीट पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के सामने चुनाव लड़ाया जाएगा। बघेल ने आज ही करहल से अपना नामांकन भी दाखिल किया है। इनके अलावा विवेक शाक्य को जसवंत नगर में शिवपाल यादव के सामने प्रत्याशी बनाया गया है।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव इटावा की जसवंतनगर विधानसभा सीट से सपा के टिकट और सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे, इस सीट पर यह उनका 6वां चुनाव होगा।
शिवपाल यादव आज समाजवादी पार्टी के दफ्तर पहुंचे हैं। और थोड़ी देर पहले ही अखिलेश यादव के साथ शिवपाल की मीटिंग भी हुई है। सूत्रों के मुताबिक इस मुलाकात में ये तय हुआ कि शिवपाल यादव और उनकी पार्टी के उम्मीदवार समाजवादी पार्टी के निशान साइकिल पर चुनाव लड़ेंगे।
शिवपाल सिंह यादव ने इंडिया टीवी के साथ इंटरव्यू में बताया कि उन्हें एक दिन अचानक अखिलेश यादव का फोन आ गया था। बातचीत के बाद दोनों ने साथ आने का फैसला किया था।
इंडिया टीवी से खास बातचीत में शिवपाल यादव ने कई बातें कही है।
यूपी में अगले साल यानी 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले गुरुवार को बड़ी खबर आयी है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव की मुलाकात के बाद दोनो दलों के बीच गठबंधन को लेकर स्थिति साफ हो गई है।
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल के साथ फोटो शेयर करते हुए ट्वीट में लिखा, 'प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से मुलाक़ात हुई और गठबंधन की बात तय हुई। क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की नीति सपा को निरंतर मजबूत कर रही है और सपा और अन्य सहयोगियों को ऐतिहासिक जीत की ओर ले जा रही है।'
लखनऊ में शिवपाल यादव के घर पर अखिलेश यादव की मुलाकात के बाद से यूपी की राजनीति गर्मा गई है। करीब आधे घंटे से ज्यादा अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के बीच मुलाकात हुई है।
अखिलेश यादव के निर्देश पर सपा कार्यकर्ता 22 नवंबर को सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन को प्रत्येक जनपद में सादगी से मनाएंगे। इस दौरान नेताजी के जीवन संघर्ष एवं समाजवादी विचारधारा के लिए सतत प्रतिबद्धता के विषय में परिचर्चा का भी आयोजन किया जाएगा।
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए समाजवादी पार्टी से सुलह के संकेत दिए हैं। इंडिया टीवी से बात करते हुए शिवपाल यादव ने कहा है कि उन्हें अभी भी अखिलेश यादव के साथ गठबंधन की उम्मीद है और अखिलेश यादव उनसे हाथ मिलाते हैं, तो ही भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला किया जा सकता है।
इंडिया टीवी से बात करते हुए शिवपाल यादव ने बताया कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों को लेकर भी नेताजी ने अखिलेश को मिलकर चुनाव लड़ने के लिए कहा है, लेकिन अखिलेश यादव नहीं मानते हैं तो नेताजी उनके लिए (शिवपाल यादव) प्रचार करेंगे।
समाजवादी पार्टी से अलग होकर प्रजातांत्रिक समाजवादी पार्टी (प्रसपा) का गठन करने वाले शिवपाल यादव ने सत्ता परिवर्तन के लिए मंगलवार को वृन्दावन से सामाजिक परिवर्तन यात्रा की शुरुआत की।
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