प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने समाजवादी पार्टी में वापसी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वो सिर्फ सपा के साथ गठबंधन के लिए तैयार हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता रामगोविंद चौधरी ने रविवार को कहा कि शिवपाल सिंह यादव अगर अपने दल को भंग कर सपा में फिर शामिल हो जाते हैं तो सपा उनकी विधानसभा सदस्यता समाप्त करने को लेकर दायर याचिका वापस लेने पर विचार करेगी।
सपा ने दलबदल कानून के तहत शिवपाल सिंह यादव की विधानसभा सदस्यता रद्द करने के लिए विधानसभा में याचिका लगा दी है।
अखिलेश के करीबियों का मानना है कि सपा अध्यक्ष नहीं चाहते कि पार्टी में एक बार फिर सत्ता के कई केंद्र बनें। शिवपाल के आने से इसकी संभावना कई गुना बढ़ जाएगी। कुछ व्यक्तिगत बातें भी ऐसी रही हैं कि शिवपाल को लेकर अखिलेश कड़वाहट दूर नहीं कर पा रहे हैं
सूत्रों के मुताबिक, पुत्र अखिलेश और भाई शिवपाल के बीच खटास दूर करने की मुलायम सिंह की शुरुआती कोशिश, चाचा भतीजे की दरार पाटने में कामयाब नहीं रही।
70 के दशक में मलखान और उनका गिरोह चंबल इलाके मे खौफ का पर्याय था, उनके खिलाफ 94 मामले दर्ज थे जिसमें डकैती के 18 मामले, अपहरण के 28, हत्या के प्रयास के 19 तथा हत्या के 17 मामले शामिल थे।
शिवपाल सिंह यादव ने शुक्रवार को सपा—बसपा गठबंधन पर हमला बोलते हुए जनता को आगाह किया कि वह इनसे सतर्क रहे क्योंकि ये लोग झूठ और अफवाह फैलाने में माहिर हैं।
कन्नौज लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ रही डिम्पल यादव के खिलाफ शिवपाल यादव ने अपनी पार्टी के उम्मीदवार को वापस ले लिया है।
मुलायम सिंह यादव ने शिवपाल से किनारा कर लिया है। उन्होंने साफ कर दिया कि "शिवपाल की रैली की चिंता मैं क्यों करूं।" इससे संकेत मिलने लगे हैं कि मुलायम अब शिवपाल को ज्यादा भाव देने वाले नहीं हैं।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी—लोहिया (प्रसपा) अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव लोकसभा चुनाव में फिरोजाबाद सीट पर अपने भतीजे अक्षय यादव को चुनौती देंगे। प्रसपा ने मंगलवार को अपने 30 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी।
सपा बसपा गठबंधन को 'बेमेल' बताते हुये प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख शिवपाल यादव ने कहा कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने कभी समाजवादियों का सम्मान नहीं किया।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने शनिवार को यहां कहा कि वह जनता की मांग पर लोकसभा चुनाव फिरोजाबाद से लड़ेंगे।
शिवपाल यादव ने 29 अगस्त 2018 को समाजवादी पार्टी से त्यागपत्र देकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) का गठन किया था।
समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी में गठबंधन होने के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर गर्माहट आ गई है।
शिवपाल सिंह यादव ने सपा और बसपा की पूर्ववर्ती सरकारों पर खनन के नाम पर लूट का आरोप लगाते हुए इस मामले में CBI की कार्रवाई को देर से उठाया गया कदम करार दिया।
शिवपाल सिंह यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) ने पूर्व विधायक सुंदर लाल लोधी को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किया है।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने 2019 के लोकसभा चुनावों को लेकर एक बेहद ही महत्वपूर्ण बयान दिया है।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने केन्द्र और उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा पर रविवार को निशाना साधते हुए कहा कि उसने देश को कमजोर किया है और वह लोकसभा चुनाव में सियासी फायदा लेने के लिये दंगा भड़काना चाहती है।
उल्लेखनीय है कि शिवपाल ने मुलायम के सामने प्रसपा-लो का नेतृत्व करने की पेशकश रखी थी। वह मुलायम का आशीर्वाद प्राप्त होने का भी लगातार दावा करते रहे हैं।
शिवपाल यादव ने कहा कि ऐसा लगता है कि सीबीआई के डर से गैर भाजपा दल 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए 'महागठबंधन' बनाने से डर रहे हैं।
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