शिवपाल सिंह यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी और पार्टी के सभी प्रकोष्ठों को पार्टी के महासचिव आदित्य यादव ने शुक्रवार को भंग कर दिया। शिवपाल के निर्देश पर लिए गए इस फैसले ने सियासी हवा को तेज कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा शिवपाल सिंह यादव को यूपी विधानसभा में विधानसभा उपाध्यक्ष (डिप्टी स्पीकर) की कुर्सी पर बैठा सकती है। ऐसा हुआ तो शिवपाल सिंह यादव सदन में अपने भतीजे व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के नजदीक ही बैठेंगे।
शिवपाल का ये कदम सियासी गलियारों में इसलिए भी चर्चा में है, क्योंकि बीते कुछ समय से उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें चल रही हैं। हालही में शिवपाल यादव ने दिल्ली में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी।
वरिष्ठ विधायक शिवपाल सिंह यादव और 3 अन्य ने बुधवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली।
अपने अगले कदम के बारे में पूछे जाने पर शिवपाल यादव ने कहा कि वह इस मामले पर अपने समर्थकों से चर्चा करेंगे और फिर कोई फैसला लेंगे। इस बीच, प्रदेश सपा अध्यक्ष नरेश उत्तम ने स्पष्ट किया कि सपा के सहयोगियों को 28 मार्च को बैठक के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव ने कहा, “आगामी विधान परिषद चुनाव में अगर बेईमानी नहीं की गई तो हम विधान परिषद का चुनाव जीतेंगे।”
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान को नेता प्रतिपक्ष बनाया जा सकता है । आजम खान के मीडिया प्रभारी फसाहत खान ने इसे लेकर बयान दिया है कि नेता प्रतिपक्ष की रेस मे आजम सबसे आगे हैं ।
2017 में शिवपाल सिंह यादव की ऐतिहासिक जीत हुई थी। शिवपाल को 1 लाख 26 हजार 834 वोट मिले थे। बीजेपी उम्मीदवार मनीष यादव पात्रे को 74 हजार 218 वोट मिले थे। बीएसपी उम्मीदवार दुर्वेश कुमार शाक्य को 24 हजार 509 वोट हासिल हुए थे।
शिवपाल सिंह यादव ने ट्वीट कर कहा कि एग्जिट पोल्स द्वारा दिखाई जा रही तस्वीर आभासी, भ्रामक और अविश्वसनीय है। जनता इसके पीछे की मंशा को बहुत अच्छे से समझ रही है।
समाजवादी पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए शिवपाल सिंह यादव को जसवंतनगर सीट से सपा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) गठबंधन का उम्मीदवार घोषित किया। मौजूदा समय में जसवंत नगर विधानसभा क्षेत्र से शिवपाल सिंह यादव विधायक भी हैं।
एसपी सिंह बघेल को मैनपुरी की करहल सीट पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के सामने चुनाव लड़ाया जाएगा। बघेल ने आज ही करहल से अपना नामांकन भी दाखिल किया है। इनके अलावा विवेक शाक्य को जसवंत नगर में शिवपाल यादव के सामने प्रत्याशी बनाया गया है।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव इटावा की जसवंतनगर विधानसभा सीट से सपा के टिकट और सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे, इस सीट पर यह उनका 6वां चुनाव होगा।
शिवपाल सिंह यादव ने इंडिया टीवी के साथ इंटरव्यू में बताया कि उन्हें एक दिन अचानक अखिलेश यादव का फोन आ गया था। बातचीत के बाद दोनों ने साथ आने का फैसला किया था।
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल के साथ फोटो शेयर करते हुए ट्वीट में लिखा, 'प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से मुलाक़ात हुई और गठबंधन की बात तय हुई। क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की नीति सपा को निरंतर मजबूत कर रही है और सपा और अन्य सहयोगियों को ऐतिहासिक जीत की ओर ले जा रही है।'
लखनऊ में शिवपाल यादव के घर पर अखिलेश यादव की मुलाकात के बाद से यूपी की राजनीति गर्मा गई है। करीब आधे घंटे से ज्यादा अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के बीच मुलाकात हुई है।
अखिलेश यादव के निर्देश पर सपा कार्यकर्ता 22 नवंबर को सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन को प्रत्येक जनपद में सादगी से मनाएंगे। इस दौरान नेताजी के जीवन संघर्ष एवं समाजवादी विचारधारा के लिए सतत प्रतिबद्धता के विषय में परिचर्चा का भी आयोजन किया जाएगा।
शिवपाल सिंह यादव ने बुधवार को इंडिया टीवी के विशेष कार्यक्रम चुनाव मंच (Uttar Pradesh Chunav Manch 2021) में कहा कि हमको 3 साल पार्टी को बनाए हुए हो गए हैं प्रगतिशील समाजवादी पार्टी को, मैंने 3 साल में पूरे 75 जिलों में अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का संगठन बना लिया है और हम 2022 की पूरी तरह से तैयारी कर रहे हैं।
शिवपाल सिंह यादव ने दावा किया कि अबकी बार प्रसपा इटावा की तीनों और औरैया जिले की तीनों सीटों पर जीत दर्ज करेगी।
लखनऊ के विक्रमादित्य मार्ग पर बने शिवपाल यादव के बंगले में असदुद्दीन ओवैसी अपने समर्थकों के साथ पहुंचे। करीब एक घंटे ओवैसी और शिवपाल यादव के बीच बातचीत हुई। बाहर निकलकर ओवैसी ने शिवपाल यादव को बड़ा नेता बताया लेकिन शिवपाल यादव इस मुलाकात पर कुछ नहीं बोले।
प्रसपा के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि लोग कह रहे हैं कि चुनाव आते ही हमने इसके प्रयास किए हैं, जबकि ऐसा नहीं है। हम इसके लिए बहुत पहले से ही प्रयास कर रहे हैं।
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