महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और उससे पहले राजनीति चरम पर है। शरद पवार ने सीएम एकनाथ शिंदे की सरकार को अगले दो महीने में सत्ता से बेदखल करने की बात कही है।
छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति ढहने के मामले पर राजनीति तेज है। इसे लेकर पीएम मोदी ने माफी मांगी है जिसपर उद्धव ठाकरे ने तंज कसा और कहा है कि ये उनका अहंकार था।
"जूते मारो" आंदोलन के लिए महा विकास अघाड़ी के नेता पुलिस की अनुमति का इंतजार कर रहे हैं। यह मोर्च हुतात्मा चौक से गेटवे ऑफ इंडिया छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के लिए निकलेगा।
महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि पुतला लगाने में भ्रष्टाचार हुआ है। महाराष्ट्र के लोग सरकार के लोगों को माफ नहीं करेंगे। सावरकर और शिवाजी महाराज की कोई तुलना नहीं हो सकती।
मोदी ने जिस अंदाज़ में, पूरी विनम्रता के साथ सिर्फ छत्रपति शिवाजी से ही नहीं, महाराष्ट्र के लोगों से भी माफी मांगी है, उससे महाविकास आघाड़ी के नेताओं को बड़ा झटका लगा होगा।
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में बीते दिनों छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिर गई थी। इसे लेकर पूरे राज्य में हंगामा मचा हुआ था। आज शुक्रवार को एक सभा में पीएम मोदी ने इस घटना को लेकर माफी मांगी है।
मूर्ति गिरने के बाद इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। प्राथमिकी में चेतन का नाम था और वह इस बारे में जानकारी मिलते ही फरार हो गया था। कोल्हापुर क्राइम ब्रांच ने आरोपी चेतन को मालवण पुलिस को सौंप दिया है।
9 महीने में ढही छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को लेकर जहां विपक्ष सरकार को घेर रहा है। वहीं, सरकार अपना बचाव करने में लगी है, जबकि एनसीपी ने इस मुद्दे पर सरकार से अलग रुख अपनाया है। अजित पवार ने इस हादसे के लिए पहले ही महाराष्ट्र की जनता से माफी भी मांगी थी।
पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि अजीत पवार विरोध प्रदर्शन करने का नाटक कर रहे हैं। उन्हें लगता है कि लोग जल्दी भूल जाते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। चुनाव में इस सरकार को लोग जवाब देंगे।
छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति के ढहने के कारणों का पता लगाने के लिए सरकार नौसेना-राज्य सरकार की जॉइंट समिति बनाएगी। इसके साथ ही नई भव्य प्रतिमा के लिए विशेषज्ञों वाली समिति गठित करने का फैसला किया गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ये निर्देश दिए हैं।
मराठा साम्राज्य के संस्थापक की 35 फुट ऊंची प्रतिमा सोमवार को ढह गई थी। पिछले साल 4 दिसंबर को इस प्रतिमा का अनावरण पीएम मोदी ने किया था।
सिंधुदुर्ग में शिवाजी महाराज की प्रतिमा टूटने का मामला चर्चा में है। इस मामले को लेकर डिप्टी सीएम अजित पवार का बयान सामने आया है। उन्होंने महाराष्ट्र के 13 करोड़ लोगों से क्षमा मांगी है।
सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के बाद से जमकर सियासत हो रही है। सिंधुदुर्ग PWD विभाग ने दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। वहीं, इस घटना को लेकर एक चिट्ठी सामने आई है जिसमें मूर्ति को लेकर पहले ही जानकारी दे दी गई थी।
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के बाद पुलिस एक्शन मोड में आ गई है। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची मूर्ति ढहने से हड़कंप मच गया है। इस मूर्ति का अनावरण पीएम मोदी द्वारा किया गया था।
महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि छत्रपति शिवाजी द्वारा इस्तेमाल किया गया बाघ के पंजे के आकार का हथियार ‘वाघ नख’ बुधवार को लंदन के एक संग्रहालय से मुंबई लाया गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि वह सपनों के शहर मुंबई में 2047 का सपना लेकर आए हैं। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के सपने को साकार करने में मुंबई की सबसे अहम भूमिका होगी।
महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास शिवाजी महाराज की प्रतिमा स्थापित करने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज पूरे देश का गौरव हैं।
छत्रपति शिवाजी महाराज ने इसी वाघ नख की मदद से बीजापुर सल्तनत के दुर्दांत सेनापति अफजल खान को मारा था। इस कारण ब्रिटेन के विक्टोरिया एंड एल्बर्ट म्यूजियम में रखे गए इस वाघ नख के लिए लोगों में काफी आस्था है।
महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार का कहना है कि वह लंदन जा रहे हैं और वहां से उन बाघ नखों को वापस लाएंगे, जिनसे शिवाजी महाराज ने मुगल सरदार अफजल खान के पेट की चीर डाला था।
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