एनसीपी प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को बैठक की। यह बैठक मुख्य रूप से कांग्रेस और शिवसेना पार्टी के बीच की कलह को शांत करने के लिए थी।
सावरकर के मुद्दे पर कांग्रेस(Congress) डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। थोड़ी देर पहले संसद भवन में राहुल गांधी(Rahul Gandhi) और सोनिया गांधी(Sonia Gandhi)की उद्धव गुट के नेता संजय राउत(Sanjay Raut) से मुलाकात हुई है#veersavarkar
Maharashtra News: राहुल गांधी के बाद अब शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत(Sanjay Raut) की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। संजय राउत के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव राज्यसभा को भेजा गया है
आदित्य ठाकरे ने एकनाथ शिंदे के खिलाफ आरपार की लड़ाई शुरु कर दी है। बीएमसी घोटाले पर कैग रिपोर्ट सामने आने के बाद सत्ता पक्ष ठाकरे परिवार को कटघरे में खड़ा कर रहा है। सभी आरोपों पर पलटवार करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा 'लोग कांटो से बचकर चलते हैं हमने तो फूलों से धोखा खाया है'।
मुंबई के शिवाजी पार्क की रैली में गुड़ी पड़वा के मौके पर 17 साल से छिपे राज को राज ठाकरे ने सबके सामने रख दिया।
मुंबई के दहिसर पूर्व में शिंदे गुट और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच में बैनर लगाने को लेकर झड़प हो गई। इसके बाद शिवसेना (शिंदे गुट) के कार्यकर्ताओं ने भाजपा के कार्यकर्ता विभीषण वारे की जमकर पिटाई कर दी।
महाराष्ट्र में सियासी गलियारे से बड़ी खबर है। उद्धव के भरोसेमंद सुभाष देसाई के बेटे ने शिंदे शिवसेना का दामन थाम लिया है। आदित्य ठाकरे ने कहा-जिसे वाशिंग मशीन में कूदना हो, जाकर कूद जाए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि मुसलमानों को लग रहा है कि उन्हे बचाने वाली कोई फोर्स है तो वो शिवसेना (UBT) है। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों को लग रहा है कि उद्धव ठाकरे ही उन्हे बचा सकतें है।
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे रविवार को रत्नागिरी में जमकर बरसे। उन्होंने बीजेपी और एकनाथ शिंदे गुट पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि क्या ऐसा हुआ कि गोमूत्र छिड़का गया और हमें आजादी मिली? ऐसा नहीं था, स्वतंत्रता सेनानियों ने बलिदान दिया तब हमें आजादी मिली।
अब ठाकरे महाराष्ट्र के हर जिले, शहर में जाकर सीधे जनता से संवाद करने वाले है। आज उद्धव ठाकरे की पहली जनसभा महाराष्ट्र के कोंकण प्रांत के खेड तहसील में होने वाली है। इस रैली को कामयाब बनाने के लिए ठाकरे गुट ने कमर कस ली है।
उद्धव ठाकरे आज रत्नागिरी के खेड तहसील में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। इस दौरे के लिए ठाकरे गुट की तरफ से बड़े पैमाने पर तैयारियां की गई है। पूरे कोंकण से सच्चे शिवसैनिकों को ठाकरे की रैली के लिए इकठ्ठा करने की कोशिश पार्टी कर रही है।
संजय राउत के बयान के बाद से विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ और उनपर कार्रवाई की मांग करते हुए सत्तापक्ष के विधायकों ने जमकर नारेबाजी की।
पवार ने आग्रह किया, हमने सरकार को पहले ही सूचित कर दिया है कि कैसे बरशी (सोलापुर) में एक प्याज उत्पादक को उसके स्टॉक के लिए 2 रुपये का चेक दिया गया, जो एक मजाक है। सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए और कृषि उपज खरीदने के लिए नेफेड जैसे संगठनों को निर्देशित करना चाहिए।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे खेमे के विधायक संजय शिरसाट ने इस घटनाक्रम पर तंज कसते हुए कहा, नार्वेकर जानते हैं कि वह अब (पूर्व मुख्यमंत्री) उद्धव ठाकरे के करीबी सहयोगी नहीं हैं। वह विधायक बनने के लिए अधीर हैं।
एकनाथ शिंदे ने कहा कि भविष्य में हम ठाकरे गुट को अपने काम के जरिए जवाब देने वाले हैं। राज्य में 2024 में मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होगा इस सवाल के जवाब में एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह जनता तय करेगी कि आगामी विधानसभा चुनाव के बाद कौन मुख्यमंत्री होगा।
असदुद्दीन ओवैसी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि यहां के MLA का पेट नही भरता। ओवैसी ने उद्धव ठाकरे से सहानुभूति के सवाल पर कहा कि बिहार से लेकर राजस्थान में मुस्लिम लड़को को लेकर अत्याचार हो रहा है। राजस्थान में लड़के अगवा किए गए और उनका केस नहीं लिया जाता है।
महाराष्ट्र में मचे राजनीतिक घमासान के बीच सबसे चर्चित चेहरों में से एक संजय राउत ने इंडिया टीवी के शो 'आप की अदालत' में रजत शर्मा के सवालों के खुलकर सामना किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज देश की अदालतें सत्ता में बैठे लोगों के इशारों पर चल रही हैं।
सामना के एडिटर इन चीफ संजय राउत ने एक लेख में लिखा था कि सुप्रिया सुले की साड़ी जल गई, अजीत पवार लिफ्ट में फंस गए. बाला साहेब थोराट का कंधा टूट गया, धनंजय मुंडे का सड़क दुर्घटना हो गया, संजय राउत जेल चले गए। यह सब जादू टोने के कारण हुआ।
उद्धव ठाकरे के मन में डर है कि चुनाव आयोग के फैसले के बाद अब पार्टी के साथ-साथ पार्टी की प्रॉपर्टी और इसका फंड भी शिंदे गुट के हाथ में चला जाएगा।
एकनाथ शिंदे से अपनी करीबी के सवाल पर ठाकुर ने कहा कि वह तो सबके लोकप्रिय नेता हैं और कौन उनके करीब नहीं है।
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