प्रियंका चतुर्वेदी ने संजय शिरसाट पर पलटवार करते हुए ट्वीट कर कहा कि मैं कैसी दिखती हूं और मैं शिवसेना में क्यों हूं, एक गद्दार को ये बात मुझे बताने की जरूरत नहीं है। शिरसाट ने महिलाओं एवं राजनीति को लेकर जो बयान दिया है वह उनके बीमार मानसिकता को दर्शाता है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि मंदिर में घण्टा बजाने वाले नहीं, हमे आतंकियों को मारने वाले हिन्दू चाहिए। हमारा हिंदुत्व हृदय में राम और हाथों को काम ऐसा है। मणिपुर जल रहा है, क्या यही हिन्दुराष्ट्र है।
महाराष्ट्र के कुछ नेताओं को अब न तो संवैधानिक पद की मर्यादा का ख्याल है और न ही वरिष्ठ नेताओं की प्रतिष्ठा का। हर बार अपने प्रतिद्वंदी पर निशाना साधते वक्त ठाकरे और बीजेपी विधायक ने मर्यादा की सीमा लांघ दी है।
संजय राउत ने कहा कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी इस मीटिंग में भाग लेने के लिए पहुंच सकते हैं। इस बैठक में गिले-शिकवे भी दूर किए जाएंगे और सीट शेयरिंग को लेकर भी बातचीत होगी।
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र देवेंद्र फडणवीस से वित्त और नियोजन विभाग वापस लेकर अजित पवार को सौंपा गया है। इन्हीं दो मंत्रालयों को लेकर पेंच फंसा हुआ था।
महाराष्ट्र सरकार में एनसीपी का अजित पवार का गुट शामिल होने के बाद से शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी के विधायकों के बीच बेचैनी बढ़ गई है। इससे शिंदे सरकार की छवि पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू हो। साथ ही कहा कि विधानपरिषद पर भी अब कांग्रेस का हक है। शिवसेना उद्धव गुट से विधानपरिषद के विपक्ष नेता पद की मांग करेगी।
महाराष्ट्र में राजनीतिक माहौल गर्म है। उद्धव ठाकरे ने बीजेपी को चैलेंज किया है कि मर्द की औलाद हो तो सीधे मैदान में उतरो, इसपर बीजेपी ने कहा है-पहले आईने में अपना चेहरा तो देख लो।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में पहले की सरकार मतपेटी से बनी थी। अबकी सरकार खोके से बनी है, क्यूंकि आप किसी को भी मतदान करो लेकिन सरकार मेरी ही आएगी।
प्रदेश में अपने दौरे की शुरुआत करते हुए उद्धव ठाकरे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि उस दौरान बीजेपी अपने शब्दों से मुकरी और इसीलिए गठबंधन टूट गया।
देश में सब्जियों के दाम बढ़ रहे हैं। खासकर टमाटर की महंगाई लोगों को रास नहीं आ रही है। इस मामले पर शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र सामना में एक लेख प्रकाशित किया गया है।
शिंदे गुट के नाराज विधायकों का कहना है कि हम पहले जहां थे वहीं अच्छे थे। मातोश्री से माफी मांगकर लौटना चाहते हैं। इस मामले पर अंतिम फैसला उद्धव ठाकरे को लेना है।
इस वक्त महाराष्ट्र में जबरदस्त सियासी हलचल है। शरद पवार की राजनीति विसर्जित हो रही है। कुनबा बगावत करके पवार को छोड़ गया लेकिन पवार कहते हैं कि वह तीन महीने के भीतर पार्टी को फिर खड़ी कर देंगे।
महाराष्ट्र की राजनीति में चल रही उठापटक का विपक्ष की राजनीति पर क्या असर होगा। क्या भाजपा को मजबूती मिलेगी। क्या शरद पवार के खिलाफ बगावत के विपक्षी एकता कमजोर होगी।
मुंबई की सड़कों पर अलग-अलग पोस्टर दिखाई पड़ रहे हैं। मुंबई के दाद स्थित शिवसेना भवन के पास महाराष्ट्र नवनिर्माण शेना नेता लक्ष्मण पाटिल ने पोस्टर लगाया है।
एक साल पहले शिवसेना में टूट हुई थी और अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की टूट ने राज्य की राजनीति में बड़ा उलटफेर हुआ है। इस प्रकरण के बाद आगामी लोकसभा चुनाव के लिए हालात काफी बदल गए हैं।
ठाकरे परिवार के करीबी और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने एकनाथ शिंद की सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि जनता की सुनवाई नहीं हो रही है।
महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे के करीबी नेता ने उनकी पार्टी को छोड़कर एकनाथ शिंदे की शिवसेना का दामन थाम लिया है।
अदित्य ठाकरे के करीबी दोस्त रहे युवा सेना नेता राहुल कनाल कल दोपहर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में वर्षा बंगले पर शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) ज्वाइन कर सकते हैं।
अबतक शिवसेना (यूबीटी) के किसी नेता की तरफ से इस बाबत औपचारिक बयान नहीं दिया गया है। लेकिन ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि लोकसभा में यूसीसी के पक्ष में उद्धव ठाकरे की पार्टी समर्थन देगी।
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