बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हमले रुके नहीं है...मंदिरों को लेकर तलिबानी फरमान जारी हो रहा है...मूर्तियां तोड़ी जा रही हैं...पूजा समितियों से दुर्गा पूजा कराने के एवज में 5-5 लाख टका वसूला जा रहा है...
Sheikh Hasina in Bangladesh: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को लेकर भारत सरकार धर्म संकट में है। दरअसल, बीते माह पांच अगस्त को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रहीं शेख हसीना अभी भी भारत में रह रही हैं। इस बीच बांग्लादेश सरकार ने पासपोर्ट रद्द कर दिया है. तो क्या अब शेख हसीना की होगी देश वापसी
Sheikh Hasina will have to go back to Bangladesh? This deal between India-Bangladesh can become the reason
Sheikh Hasina Murder Case: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। बांग्लादेश में तख्तापलट हो चुका है और शेख हसीना फिलहाल भारत में हैं।
Sheikh Hasina ने Bangladesh में तख्तापलट के लिए America को ज़िम्मेदार बताया हैं। उनके मुताबिक America की दिलचस्पी Saint Martin द्वीप पर थी। लेकिन उसे Sheikh Hasina से ग्रीन फ्लैग नहीं मिला। देखिये क्यों ज़रूरी है Saint Martin।
एक चुनी हुई प्रधानमंत्री को हटाकर के..उनका तख्तापलट करके बांग्लादेश में कल एक नई सरकार का गठन हो जाएगा। कल रात 8 बजे बांग्लादेश में एक नई इंटरिम सरकार बना दी जाएगी। नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद युनुस इस नई सरकार के मुखिया होंगे
दंगाइयों की भीड़ हिंदुओं के घर और मंदिर को टारगेट कर रही है.. घरों में घुसकर लूटपाट की जा रही है.. इस बीच बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ जारी हिंसा का नया वीडियो सामने आया है.. इस बार दंगाइयों की भीड़ ने दलित हिंदू को निशाना बनाया है.
बांग्लादेश में जो बवाल हुआ वो आरक्षण से शुरू हुआ और शेख हसीना की खिलाफत तक जा पहुंचा...प्रदर्शनकारी अपने मकसद में कामयाब भी हुए...शेख हसीना को देश से भागना पड़ा.
बांग्लादेश में अब नई सरकार के गठन की कोशिशें तेज हो गई हैं....पार्लियामेंट को desolve कर दिया गया है....जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया और उनकी पार्टी के कई 254 बड़े बड़े नेताओं को जेल से रिहा किया गया है..
बांग्लादेश में जमात की 'सरकार'..हिंदुओं पर शुरू अत्याचार?...इस्कॉन,काली मंदिर पर हमला..कट्टरपंथ का ऑर्डर निकला?..बांग्लादेश में हिंदुओं पर आफत..कैसे होगी हिफाजत ?
आज से बांग्लादेश में आर्मी Rule शुरु हो गया है। बांग्लादेश की संसद को भंग कर दिया गया है। बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने विपक्ष की नेता खालिदा ज़िया की रिहाई का ऑर्डर दे दिया है। बांग्लादेशी आर्मी के लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद सैफुल आलम को विदेश मंत्रालय में ट्रांसफर कर दिया गया है।
Coffee Par Kurukshetra: क्या मोदी ने शेख हसीना की जान बचाई ? क्या शेख हसीना कुछ दिन भारत में ही रहेंगी ?
TITLE : Tension In India Bangladesh Border :बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद भारत ने बॉर्डर पर बढ़ाई सेना DES: बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद भारत ने बॉर्डर पर बढ़ाई सेना बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद भारत सतर्क है।
बांग्लादेश में आरक्षण आंदोलन की आग ऐसे भड़की की पीएम शेख हसीना को सत्ता त्याग कर जान बचाकर देश से भागना पड़ा...थोड़ी देर में साफ हो जाएगा कि शेख हसीना कहां पनाह लेंगी...लेकिन बांग्लादेश में जो हुआ उसने कई चिंताओं की हवा दे दी है.
आज बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देकर देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा...शेख हसीना और उनकी बहन बांग्लादेश की सेना के विमान से ढाका से निकली.....और करीब साढ़े पांच बजे दिल्ली पहुंच गई
Coffee Par Kurukshetra: क्या बांग्लादेश पर कट्टरपंथ का कब्जा हो गया ? बांग्लादेश के पीएम आवास में घुसने वाले कौन ?
पीएम मोदी ने शनिवार को तुंगीपारा के बंगबंधु समाधि परिसर में पौधारोपण किया। इस मौके पर बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना भी मौजूद थीं।
पीएम मोदी अपने दो दिवसीय दौरे पर बांग्लादेश पहुंचे हैं, अपने दौरे के पहले दिन पीएम मोदी ढाका में भारतीय समुदाय के लोगों से मिले, साथ ही पीएम ने वोहरा समुदाय के लोगों से भी मुलाकात की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 और 27 मार्च से बांग्लादेश की दो दिवसीय यात्रा पर आएंगे। यह पहला लॉकडाउन प्रतिबंध के बाद एक साल में उनकी पहली विदेश यात्रा होगी |
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और पीएम मोदी के बीच आज वर्चुअल मीटिंग होगी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होनेवाली इस मीटिंग में द्विपक्षीय संबंधों पर व्यपाक चर्चा होने की उम्मीद जताई जा रही है। भारत और बांग्लादेश के बीच 55 वर्ष बाद सीमा-पार रेलवे लाइन बहाल करने को लेकर सहमति होने की उम्मीद है। इसके साथ ही कई अन्य समझौतों पर भी मुहर लग सकती है। शेख हसीना और पीएम मोदी के बीच यह बैठक विजय दिवस के ठीक एक दिन बाद होने जा रही है। विजय दिवस 1971 में बांग्लादेश युद्ध में विजय के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
संपादक की पसंद