बांग्लादेश में भीषण हिंसा और अराजकता के बीच भारतीय उच्चायोग के सामने कठिन चुनौतियां हैं। इसके बावजूद भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उच्चायोग के राजनियक रात-दिन काम कर रहे हैं। हालांकि गैर जरूरी सेवाओं में कार्यरत कर्मचारी स्वदेश लौट आए हैं।
बांग्लादेश की बर्बादी और तख्तापलट से पाकिस्तान को सबसे ज्यादा खुशी हो रही है। अंदर ही अंदर पाकिस्तान की मानों किस्मत जाग गई हो। वजह साफ है कि अब पाकिस्तान की समर्थक और कट्टर इस्लामिक नेता खालिद जिया जेल से बाहर आ गई हैं। वह पूर्व पीएम शेख हसीना की कट्टर विरोधी थीं।
बांग्लादेश में शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद सियासी हालात लगातार बदल रहे हैं। शेख हसीना फिलहल भारत में है।
नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया है। यूनूस नोबेल पुरस्कार विजेता हैं, जिन्हें ‘‘सबसे गरीब लोगों का बैंकर’’ भी कहा जाता है।
बांग्लादेश में हिंदुओं को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। जगह-जगह हिंदू मंदिरों और हिंदुओं के घरों को निशाना बनाया जा रहा है। इसी क्रम में इस्लामी कट्टरपंथियों ने बीते दिनों बांग्लादेश के मशहूर गायक राहुल आनंद के घर में जमकर लूटपाट की उसके बाद इसे आग के हवाले कर दिया।
बांग्लादेश में हिंसा की घटनाओं के बीच प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर शेख हसीना भारत चली आई हैं। वे पिछले दो दिनों से गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम के बीच रह रही हैं।
बांग्लादेश में सियासी संकट जारी है। नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया है। हिंसा में अब तक 440 लोगों की मौत हो चुकी है।
बांग्लादेश में सेना ने अंतरिम सरकार बनाने के ऐलान के बाद अब नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद युनूस को देश की कमान सौंपी है। मुजिब-उर-रहमान के कट्टर समर्थक रहे युनूस कैसे बेटी शेख हसीना के दुश्मन बन गए और अब सत्ता संभालेंगे।
बांग्लादेश में सियासी संकट के बीच अंतरिम सरकार के प्रमुख को नियुक्त कर दिया गया है। राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया है।
बांग्लादेश में हुई हिंसा में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच विरोध-प्रदर्शन के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों ने बांग्लादेश में गठित होने वाली अंतरिम सरकार के सामने अपनी मांगों को रख दिया है।
बांग्लादेश में छात्र आंदोलन के नाम पर जो हुआ है वह लोकतांत्रिक देशों के लिए एक बड़ा सबक है और भारत के लोगों को भी आने वाले दिनों में पूरी तरह सतर्क और सावधान रहना होगा।
बांग्लादेश संकट के दौर से गुजर रहा है। पूरे देश में प्रदर्शन और हिंसा का दौर जारी है। प्रदर्शन की आड़ में हिंदुओं के घरों और मंदिरों में तोड़फोड़ और लूट की जा रही है। ऐसे में अब बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भारत सरकार से बड़ी अपील की है।
शेख हसीना के लिए एक के बाद एख बुरी खबर सामने आ रही है। अब अमेरिका ने शेख हसीना का वीजा रद्द कर दिया है। ब्रिटेन ने भी इससे पहले शेख हसीना को झटका दिया है।
बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने बांग्लादेश की स्थिति पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने बांग्लादेश में फंसे भारतीयों को लेकर एक खास पोस्ट भी साझा किया है। इस पोस्ट के जरिए उन्होंने वहां फंसे भारतीय को भारत वापस लाने के लिए सभी से सहियोग की अपील की है।
शेख हसीना ने जमात-ए-इस्लामी के खिलाफ एक्शन लिया लेकिन जमात ने छात्र नेताओं को सामने कर दिया। इन सारे छात्र नेताओं के तार कट्टर इस्लामिक संगठन जमात-ए-इस्लामी से जुड़े हैं। इन संगठनों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI पैसे देती है।
बांग्लादेश में हुई अब तक की हिंसा में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। आलम यह है कि अवामी लीग सरकार के मंत्रियों, पार्टी सांसदों और नेताओं के आवासों एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को भी निशाना बनाया गया है।
बांग्लादेश के पूर्व विदेश मंत्री हसन महमूद को एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया है। महमूद शेख हसीना की सरकार में मंत्री थे।
प्रदर्शनकारियों के सामने खुद को सरेंडर करते हुए शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और अपना मुल्क छोड़ भाग निकलीं। इस बीच, शेख हसीना के उन दावे को लेकर सवाल उठ रहा, जब उन्होंने कहा था कि उनके ऊपर विदेश से दबाव बनाया जा रहा है।
बांग्लादेश में संकट के बीच प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के कुछ घंटों बाद शेख हसीना सोमवार को हिंडन एयरबेस पर उतरीं थी। माना जा रहा था कि वह भारत से लंदन जाएंगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार समाप्त हो चुकी है और इसके बाद अल्पसंख्यकों पर हमले भी तेज हो गए हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को गुरुद्वारों और मंदिरों की सुरक्षा के लिए पत्र लिखा है।
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