बांग्लादेश में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। शेख हसीना के पीएम पद से इस्तीफा देने के बाद अब उनकी पार्टी अवामी लीग के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। नेताओं की पिटाई के साथ-साथ घरों में आग लगा दी जा रही है।
बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर पिछले कई दिनों से जारी हिंसक प्रदर्शनों ने निर्णायक मोड़ ले लिया है। शेख हसीना ने देश छोड़ दिया है। सेना ने ऐलान किया कि वो अंतरिम सरकार बनाएगी।
बांग्लादेश में तख्तापलट हो चुका है और शेख हसीना देश छोड़कर चली गई हैं। बांग्लादेश के आर्मी चीफ ने कहा कि अंतरिम सरकार सत्ता चलाएगी। चलिए जानते हैं कि बांग्लादेश में जारी सियासी संकट को लेकर पूरी दुनिया क्या कह रही है।
बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर हो रहे बवाल ने प्रधानमंत्री शेख हसीना की कुर्सी छीन ली हैं। उनके पिता की तरह उनका भी तख्तापलट हो गया है। अगर आप शेख हसीना की लाइफ को करीब से जानना चाहते हैं तो उनपर बनीं ये डॉक्यू-ड्रामा जरूर देखें।
बांग्लादेश में बने हालातों पर अमेरिका ने भी चिंता जताई है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा है कि उनका देश बांग्लादेश के हालात पर करीबी नजर रख रहा है।
बांग्लादेश में उपद्रव और हिंसा के बाद शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया है और वे भारत आईं थीं। इसपर विवादित लेखिका रही तस्लीमा नसरीन ने उनपर तंज कसा है और ट्वीट में बड़ी बात कह दी है।
बांग्लादेश में सियासी संकट उठ खड़ा हुआ है। देश में जारी हिंसा के बीच पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पद के साथ-साथ देश भी छोड़ दिया है। इस बीच बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार का नाम सामने आया है।
शेख हसीना के विमान ने सुबह 9 बजे गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से उड़ान भरा है। अब ये जानकारी सामने आ गई है कि शेख हसीना के विमान ने कहां के लिए उड़ान भरा है और इसमें कौन लोग सवार हैं?
बांग्लादेश में अभी भी हिंसा का दौर जारी है। दंगाई ढाका में आवामी लीग पार्टी के नेताओं को निशाना बना रहे हैं। शेख हसीना के करीबियों को चुन चुनकर टारगेट किया जा रहा है। इस बीच अंतरिम पीएम की रेस भी तेज हो गई है।
भारी विरोध प्रदर्शन और हिंसा के बीच बांग्लादेश की नेता शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। वह अब बांग्लादेश छोड़कर भारत आ गई हैं। बांग्लादेश की घटना को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में अपनी बात रखी है।
बांग्लादेश में शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा देकर देश छोड़कर भारत आ गई हैं। बांग्लादेश में अब उथल-पुथल मच गई है। सेना ने वहां पर अपना कब्जा कर लिया है। जल्द ही वहां अंतरिम सरकार बनाने की घोषणा की गई है।
बांग्लादेश में छात्रों का विरोध प्रदर्शन हिंसा में बदल गया और यह इतना बढ़ गया कि इसकी आंच ने सियासत को हिलाकर रख दिया। पीएम को देश छोड़कर जाना पड़ा। कहीं इसके पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की साजिश तो नहीं।
शेख हसीना बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद भारत आ गई हैं, जिसके बाद बाॅलीवुड एक्ट्रेस और सांसद कंगना रनौत ने एक पोस्ट शेयर करते हुए लोगों की सोच पर सवाल उठाया है। जानिए एक्ट्रेस ने क्या कहा है।
बांग्लादेश में हुए ताजा घटनाक्रम के मद्देनजर बांग्लादेश के साथ सीमा साझा करने वाले मेघालय ने बांग्लादेश सीमा पर रात्रि कर्फ्यू लगा दिया है। BSF ने सोमवार को बांग्लादेश में हुए घटनाक्रम के मद्देनजर 4,096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर अपनी सभी यूनिट के लिए सोमवार को ‘हाई अलर्ट’ जारी किया।
हिंसक प्रदर्शनों के बीच पीएम पद से इस्तीफे देने के बाद शेख हसीना ढाका से रवाना होकर सोमवार को दिल्ली के पास हिंडन एयर बेस पर उतरीं। शेख हसीना को ब्रिटेन सरकार ने अभी लंदन में शरण देने की हरी झंडी नहीं दी है।
शेख हसीना ने बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। वह बांग्लादेश छोड़कर फिलहाल भारत आ गई हैं और उनके लंदन रवाना होने की संभावना है। इस बीच बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को भी डर सता रहा है।
शेख हसीना ने बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद देश छोड़ दिया है। उनके बेटे सजीब वाजेद ने बताया है कि शेख हसीना रविवार से ही इस्तीफा देने पर विचार कर रही थीं।
आज बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देकर देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा...शेख हसीना और उनकी बहन बांग्लादेश की सेना के विमान से ढाका से निकली.....और करीब साढ़े पांच बजे दिल्ली पहुंच गई
बांग्लादेश में आरक्षण आंदोलन की आग ऐसे भड़की की पीएम शेख हसीना को सत्ता त्याग कर जान बचाकर देश से भागना पड़ा...थोड़ी देर में साफ हो जाएगा कि शेख हसीना कहां पनाह लेंगी...लेकिन बांग्लादेश में जो हुआ उसने कई चिंताओं की हवा दे दी है.
बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों ने जमकर हंगामा किया है, जिसकी वजह से शेख हसीना को न केवल इस्तीफा देना पड़ा बल्कि बांग्लादेश छोड़कर जाना पड़ा है। इस दौरान राष्ट्रपति ने एक बड़ा फैसला लिया है।
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