बांग्लादेश में जमात की 'सरकार'..हिंदुओं पर शुरू अत्याचार?...इस्कॉन,काली मंदिर पर हमला..कट्टरपंथ का ऑर्डर निकला?..बांग्लादेश में हिंदुओं पर आफत..कैसे होगी हिफाजत ?
बांग्लादेश में छात्र आंदोलन के नाम पर जो हुआ है वह लोकतांत्रिक देशों के लिए एक बड़ा सबक है और भारत के लोगों को भी आने वाले दिनों में पूरी तरह सतर्क और सावधान रहना होगा।
Coffee Par Kurukshetra: क्या मोदी ने शेख हसीना की जान बचाई ? क्या शेख हसीना कुछ दिन भारत में ही रहेंगी ?
बांग्लादेश संकट के दौर से गुजर रहा है। पूरे देश में प्रदर्शन और हिंसा का दौर जारी है। प्रदर्शन की आड़ में हिंदुओं के घरों और मंदिरों में तोड़फोड़ और लूट की जा रही है। ऐसे में अब बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भारत सरकार से बड़ी अपील की है।
शेख हसीना के लिए एक के बाद एख बुरी खबर सामने आ रही है। अब अमेरिका ने शेख हसीना का वीजा रद्द कर दिया है। ब्रिटेन ने भी इससे पहले शेख हसीना को झटका दिया है।
बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने बांग्लादेश की स्थिति पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने बांग्लादेश में फंसे भारतीयों को लेकर एक खास पोस्ट भी साझा किया है। इस पोस्ट के जरिए उन्होंने वहां फंसे भारतीय को भारत वापस लाने के लिए सभी से सहियोग की अपील की है।
शेख हसीना ने जमात-ए-इस्लामी के खिलाफ एक्शन लिया लेकिन जमात ने छात्र नेताओं को सामने कर दिया। इन सारे छात्र नेताओं के तार कट्टर इस्लामिक संगठन जमात-ए-इस्लामी से जुड़े हैं। इन संगठनों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI पैसे देती है।
बांग्लादेश में हुई अब तक की हिंसा में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। आलम यह है कि अवामी लीग सरकार के मंत्रियों, पार्टी सांसदों और नेताओं के आवासों एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को भी निशाना बनाया गया है।
बांग्लादेश के पूर्व विदेश मंत्री हसन महमूद को एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया है। महमूद शेख हसीना की सरकार में मंत्री थे।
प्रदर्शनकारियों के सामने खुद को सरेंडर करते हुए शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और अपना मुल्क छोड़ भाग निकलीं। इस बीच, शेख हसीना के उन दावे को लेकर सवाल उठ रहा, जब उन्होंने कहा था कि उनके ऊपर विदेश से दबाव बनाया जा रहा है।
बांग्लादेश में संकट के बीच प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के कुछ घंटों बाद शेख हसीना सोमवार को हिंडन एयरबेस पर उतरीं थी। माना जा रहा था कि वह भारत से लंदन जाएंगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार समाप्त हो चुकी है और इसके बाद अल्पसंख्यकों पर हमले भी तेज हो गए हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को गुरुद्वारों और मंदिरों की सुरक्षा के लिए पत्र लिखा है।
बांग्लादेश में हालात खराब है। शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा देते हुए देश छोड़ दिया है। हसीना के देश छोड़ने के बाद से फैली अराजकता में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है।
TITLE : Tension In India Bangladesh Border :बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद भारत ने बॉर्डर पर बढ़ाई सेना DES: बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद भारत ने बॉर्डर पर बढ़ाई सेना बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद भारत सतर्क है।
बांग्लादेश में खूनी हिंसा के बाद पीएम शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और देश छोड़कर चली गई हैं। एक मशहूर ज्योतिषी ने शेख हसीना को पहले ही चेतावनी दी थी कि उनकी इस महीने में सत्ता जा सकती है और ये बात सच हो गई।
बांग्लादेश में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। सड़कों में खून-खराबा मचा हुआ है। शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने के बाद सोमवार को ढाका समेत पूरे देश में 135 लोगों के मारे जाने की खबर सामने आई है। राजधानी ढाका में हालात बेकाबू हो गए हैं।
बांग्लादेश की सियासी संकट पर भारत अपनी पैनी नजर बनाए हुए हैं। मोदी सरकार ने जहां बीते दिन मुद्दे को लेकर कैबिनेट मीटिंग, वहीं आज सर्वदलीय बैठक की है। बैठक में सरकार ने सभी पार्टी के नेताओं के सामने बात रखी है।
जब से बांग्लादेश का निर्माण हुआ तब से लकर अबतक देश में कई बार खूनी हिंसा और तख्तापलट की वारदात सामने आई हैं। शेख मुजीब-उर-रहमान से लेकर शेख हसीना तक कई बार ऐसा हुआ, जानिए-
संसद भवन में बांग्लादेश की स्थिति को लेकर सर्वदलीय बैठक हुई। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और विदेश मंत्री एस जयशंकर मौजूद रहे। विपक्षी दलों के बड़े नेता भी सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए।
बांग्लादेश के सियासी संकट पर देश के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। कई पार्टियों के नेताओं ने बांग्लादेश के इस हालात पर कहा कि हालात नाजुक हैं।
संपादक की पसंद