बांग्लादेश में हुई हिंसा के दौरान प्रदर्शनकारियों की हत्या के मामले में संयुक्त राष्ट्र ने बड़ी पहल की है। संयुक्त राष्ट्र की एक टीम जांच के लिए बांग्लादेश का दौरा करेगी।
बांग्लादेश में हिंसक आंदोलन के बाद प्रधानमंत्री पद छोड़ने को मजबूर हुई शेख हसीना की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। हसीना और उनकी पार्टी के कई अन्य नेताओं पर अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय में सामूहिक नरसंहार का केस दर्ज कराया गया है।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रही शेख हसीना को हटाने की साजिश के आरोपों पर अमेरिका का पहला बयान सामने आया है। अमेरिका ने बांग्लादेश के इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए हास्यास्पद और बेतुका करार दिया है।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने एक हॉटलाइन स्थापित की है। हॉटलाइन स्थापित कर लोगों से कहा गया है कि हिंदू मंदिरों, गिरजाघरों या किसी अन्य धार्मिक स्थल पर हमले हों तो इसके बारे में जानकारी दें।
बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के बाद हिंदू आबादी को निशाना बनाया गया है। हिंसा के दौरान हिंदुओं की संपत्तियों को लूटा गया है साथ ही कई मंदिरों को भी नष्ट कर दिया गया है। इसे लेकर अब आंकड़ा भी सामने आ गया है।
बांग्लादेश छोड़ने के बाद से शेख हसीना भारत में हैं। इस बीच हसीना ने पहली बार सार्वजनिक बयान दिया है। शेख हसीना ने जो कहा है उसे उनके बेटे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने हैंडल से पोस्ट किया है।
तख्तापलट के बाद शेख हसीना भारत में हैं लेकिन उनकी पार्टी आवामी लीग के कई नेता बांग्लादेश में देश में ही हैं। इस बीच बांग्लादेश के आर्मी चीफ जनरल वाकर-उज़-ज़मां ने बड़ा खुलासा किया किया है।
Sheikh Hasina Murder Case: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। बांग्लादेश में तख्तापलट हो चुका है और शेख हसीना फिलहाल भारत में हैं।
बांग्लादेश में तख्तापलट के दौरान भारत में शरण लेने वाली शेख हसीना ने न्याय की मांग की है। उन्होंने बांग्लादेश के लोगों के नाम एक पत्र लिखा है।
बांग्लादेश के आर्मी चीफ ने शेख हसीना को डबल क्रॉस किया। जब उन पर यकीन करके शेख हसीना ने अपनी रैली कैंसिल कर दी, उसके बाद सेना ने जमात-ए-इस्लामी के लोगों को शहर में एंट्री दे दी।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। बांग्लादेश में तख्तापलट हो चुका है और शेख हसीना फिलहाल भारत में हैं।
Sheikh Hasina ने Bangladesh में तख्तापलट के लिए America को ज़िम्मेदार बताया हैं। उनके मुताबिक America की दिलचस्पी Saint Martin द्वीप पर थी। लेकिन उसे Sheikh Hasina से ग्रीन फ्लैग नहीं मिला। देखिये क्यों ज़रूरी है Saint Martin।
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के विदेश मामलों के सलाहकार एवं पूर्व विदेश सचिव मोहम्मद तौहीद हुसैन ने अपनी सरकार का रुख साफ कर दिया है। हुसैन ने कहा कि उनका देश भारत के साथ अच्छे संबंध रखना चाहता है।
बांग्लादेश में हालात तेजी से बदल रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के करीबियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है जिनमें पूर्व प्रधान न्यायाधीश ओबैदुल हसन का नाम भी शामिल है। इस बीच अंतरिम सरकार के मुखिया मुहम्मद यूनुस ने बड़ी बातें कही हैं।
बांग्लादेश में हिंसा के बाद सियासी तख्तापलट के आरोपों को लेकर अमेरिका ने पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि इसमें हमारा कोई हाथ नहीं। बता दें कि शेख हसीना ने कहा था कि इसमें अमेरिका का हाथ हो सकता है।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने हिंसा रोकने के लिए बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने प्रदर्शनकारियों से सात दिन के अंदर सभी अवैध हथियार सौंपने के लिए कहा है।
बांग्लादेश में पुलिसिया सिस्टम फिर से पटरी पर लौटता हुआ नजर आ रहा है। पुलिस कर्मियों के प्रतिनिधियों ने अंतरिम सरकार से मिले आश्वासन के बाद हड़ताल वापस लेने की घोषणा कर दी है।
बांग्लादेश में शेख हसीना के इस्तीफे के बाद अंतरिम सरकार बन चुकी है और मोहम्मद यूनुस इस सरकार के मुखिया मनोनीत हुए हैं। अब कोर्ट ने उन्हें भ्रष्टाचार के मामले में बड़ी राहत दी है। जानिए क्या था केस?
बांग्लादेश में शेख हसीना के इस्तीफे के बाद से हिंदू समुदाय के लोगों पर हमले तेज हो गए हैं। अपनी जान बचाने के लिए हिंदू समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आए हैं। अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस से हिंदुओं ने खास अपील की है।
बांग्लादेश में जारी बवाल के बीच शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने कहा है कि हालही में एक अखबार में मेरी मां के नाम से प्रकाशित इस्तीफे का बयान पूरी तरह से गलत और मनगढ़ंत है।
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