बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री अपना देश छोड़कर भारत में शरण लिए हैं। अब पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया ने भी अचानक बांग्लादेश छोड़ दिया है। खबर है कि लंदन रवाना हो गई हैं।
बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना और 11 अन्य के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। जानिए क्या है वजह?
बांग्लादेश की अपदस्थ पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। हसीना के खिलाफ दूसरा गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। फिलाहल, हसीना भारत में सुरक्षित ठिकाने पर रह रही हैं।
वर्ष 2014, 2018 और 2024 के राष्ट्रीय चुनावों के बारे में माना जाता है कि ये व्यापक रूप से देश के इतिहास के सबसे विवादास्पद चुनावों में शामिल हैं।
शेख हसीना को बांग्लादेश के चुनाव आयोग ने बड़ी राहत दी है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि आवामी लीग को चुनाव लड़ने से रोकने के लिए कोई कानूनी बाधा नहीं है। चुनाव आयोग पूरी तरह स्वतंत्र है।
बांग्लादेश में शेख हसीना की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। भ्रष्टाचार रोधी समिति ने रूपपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र में गबन के आरोपों के संबंध में शेख हसीना और उनके परिवार के खिलाफ जांच शुरू की है।
बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने भारत सरकार से अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को वापस बांग्लादेश भेजने की मांग की है।
बांग्लादेश ने अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को वापस भेजने की मांग करते हुए भारत को एक पत्र भेजा है।
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने आम चुनावों को लेकर बड़ा ऐलान किया है। यूनुस ने कहा कि उन्होंने हमेशा इस बात पर जोर दिया है कि चुनाव से पहले जरूरी सुधार किए जाने चाहिए।
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने यूनुस को 'फासीवादी' बताते हुए आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार में महंगाई से जनता का बुरा हाल है।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना बड़े संकट में घिरती हुई नजर आ रही हैं। हसीना पर देश में जबरन लोगों को गायब करने का आरोप लगा है। अंतरिम सरकार के जांच आयोग ने अपनी एक रिपोर्ट यह बात कही है।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों खासकर हिंदुओ और उनके धार्मिक स्थलों पर हमले किए जा रहे हैं। हिंदुओं पर जारी हिंसा को लेकर अमेरिका में भी आवाज उठने लगी है। अमेरिकी कांग्रेस में भारतीय मूल के सदस्य श्री थानेदार ने इस मामले में बड़ी बातें कही हैं।
बांग्लादेश में हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास को कोर्ट से एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। बांग्लादेश की एक अदालत ने उनकी जमानत याचिका पर अग्रिम सुनवाई से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने कहा कि तय तारीख पर ही मामले की सुनवाई होगी।
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस पर तीखा हमला किया है। शेख हसीना ने कहा कि बांग्लादेश फासीवादी शासन की चपेट में है। यहां लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों को खत्म कर दिया गया है।
भारत और बांग्लादेश के बीच बिगड़े रिश्तों के बीच भारत के विदेश सचिव बांग्लादेश गए और वहां के विदेश सचिव और कार्यकारी पीएम मोहम्मद युनूस से बात की। जानिए कैसे बिगड़े दोनों देशों के संबंध और कैसे फिर से होगी दोस्ती?
बांग्लादेश और भारत के बीच संबंध सामान्य नहीं है। तनावपूर्ण संबंधों के बीच विदेश सचिव विक्रम मिसरी ढाका पहुंचे हैं। मिसरी का दौरा ऐसे वक्त पर हो रहा है जब बांग्लादेश में लगातार हिंदुओं और अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न जारी है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हर गुजरते दिन के साथ अत्याचार बढ़ता जा रहा है और इन सबके पीछे एक संगठन जमात-ए-इस्लामी का नाम लगातार सामने आ रहा है। आज हम आपको इसी संगठन के इतिहास और इसके मकसद के बारे में बता रहे हैं।
बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा को लेकर अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य राजा कृष्णमूर्ति ने अपनी आवाज बुलंद की है। राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि हिंसा स्वीकार नहीं की जा सकती है।
बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की सरकार का जुल्म जारी है। अब शेख हसीना के भाषणों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह फैसला शेख हसीना द्वारा न्यूयॉर्क में अवामी लीग पार्टी के समर्थकों को संबोधित करने के एक दिन बाद आया है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा जारी है। इस बीच अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस का बयान सामने आया है। उन्होंने बांग्लादेश के मौजूदा हालात के लिए पूर्व पीएम शेख हसीना को जिम्मेदार ठहराया है।
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