बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग की रैली की मंशा को बड़ा झटका लगा है। अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने हसीना की पार्टी को फासीवादी करार देते हुए रैली की इजाजत देने से इनकार कर दिया है।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और आवामी लीग पार्टी की अध्यक्ष शेख हसीना ने राष्ट्रपति चुनावों में जीत दर्ज करने पर डोनाल्ड ट्रंप को बधाई दी है।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की सहयोगी पार्टी के दफ्तर में प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी है। चिंताजनक बात ये है कि जिस दौरान खुद को छात्र बनाने वाले प्रदर्शनकारी तोड़फोड़ और आगजनी कर रहे थे, उस दौरान वहां पुलिस बल मौजूद नहीं था।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अंतरिम सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग को बड़ा झटका दिया है। सरकार ने अवामी लीग के स्टूडेंट विंग पर बैन लगा दिया है।
बांग्लादेश में एक बार फिर प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन को पद से हटाने की मांग करते हुए राष्ट्रपति भवन को घेर लिया। पुलिस में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया है।
बांग्लादेश में एक बार फिर से छात्रों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। प्रदर्शनकारी छात्र अब बांग्लादेश के राष्ट्रपति का इस्तीफा मांग रहे हैं। इस कारण शेख हसीना के पीएम पद से इस्तीफे को लेकर सामने आया ट्विस्ट है।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किल अब बहुत बढ़ गई है। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है।
बांग्लादेश में हिंदू अपना सबसे बड़ा त्योहार दुर्गा पूजा मना रहे हैं। दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई है। शेख हसीना के देश छोड़कर जाने के बाद हुई हिंसा के दौरान अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय को निशाना बनाया गया था।
बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हमले रुके नहीं है...मंदिरों को लेकर तलिबानी फरमान जारी हो रहा है...मूर्तियां तोड़ी जा रही हैं...पूजा समितियों से दुर्गा पूजा कराने के एवज में 5-5 लाख टका वसूला जा रहा है...
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि शेख हसीना की सरकार के खिलाफ आंदोलन 'पूर्वनियोजित' था।
शेख हसीना को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री पद से हटाने की योजना 2019 में ही शुरू हो गई थी बस इंतजार था एक उचित अवसर का। अमेरिकी एजेंसियों ने अपने इस प्रोजक्ट पर पानी की तरह पैसा बहाया।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने भारत की तरफ से वित्तपोषित परियोजनाओं को लेकर अपना रुख साफ कर दिया है। अंतरिम सरकार की तरफ से कहा गया है कि बड़ी परियोजनाएं हैं और इन्हें जारी रखा जाएगा।
बांग्लादेश में बहुत बड़ा घटनाक्रम हुआ है। यह पहली बार है जब देश के निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने कार्यकाल पूरा होने से पहले ही इस्तीफा दे दिया है।
बांग्लादेश में हिंदूओं पर हुए हमलों को लेकर अंतरिम सरकार के मुखिया मुहम्मद यूनुस ने बड़ी बात कही है। यूनुस ने कहा कि हिंदुओं पर हमले सांप्रदायिक नहीं हैं इसे बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया है।
बांग्लादेश सरकार के कार्यवाहक मोहम्मद यूनुस ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को चुप्पी साधने की सलाह दी है। यूनुस ने कहा कि भारत में बैठकर वह कुछ बोलती हैं तो यहां के लोगों को रास नहीं आता। जब तक उनका प्रत्यर्पण नहीं हो जाता, तब तक उनको चुप रहना चाहिए।
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। हसीना के खिलाफ हत्या के दो और मामले दर्ज किए गए हैं। शेख हसीना फिलहाल भारत में हैं।
जमात और बीएनपी ने कहा है कि ह भी किसी राजनीतिक दल के लोकतांत्रिक अधिकारों को छीनने की राजनीति में विश्वास नहीं करती है। अंतरिम सरकार ने पिछले हफ्ते जमात पर लगा प्रतिबंध हटा दिया था।
यूट्यूब पर एक वीडियो चलाया गया कि शेख हसीना भारत में पीएम मोदी के साथ भाषण दे रही है। इंडिया टीवी की फैक्ट चेक टीम ने इसे पाया कि ये फेक है।
Sheikh Hasina in Bangladesh: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को लेकर भारत सरकार धर्म संकट में है। दरअसल, बीते माह पांच अगस्त को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रहीं शेख हसीना अभी भी भारत में रह रही हैं। इस बीच बांग्लादेश सरकार ने पासपोर्ट रद्द कर दिया है. तो क्या अब शेख हसीना की होगी देश वापसी
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने एक और बड़ा झटका दिया है। सरकार ने हसीना और उनके परिवार की सुरक्षा को वापस ले लिया है।
संपादक की पसंद