21 अक्टूबर को खुला और 23 अक्टूबर को बंद हुए वारी एनर्जीज़ के आईपीओ के तहत निवेशकों को सिर्फ 1503 रुपये के भाव पर शेयर अलॉट किए गए थे। 28 अक्टूबर को कंपनी के शेयर 66.3 प्रतिशत के जबरदस्त प्रीमियम के साथ 2500 रुपये के भाव पर लिस्ट हुए थे।
निफ्टी पैक के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट अडानी पोर्ट्स में 2.12 फीसदी, ट्रेंट में 1.25 फीसदी, श्रीराम फाइनेंस में 0.97 फीसदी, एचडीएफसी लाइफ में 0.81 फीसदी और रिलायंस में 0.79 फीसदी देखी गई।
सेबी ने अपने स्टेटमेंट में कहा, ऐसी गतिविधियां निवेशकों की सुरक्षा के लिए बनाए गए प्रतिभूति अनुबंध (विनियमन) अधिनियम 1956 और सेबी अधिनियम 1992 का उल्लंघन हैं।
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि 23,500 पर निफ्टी का मजबूत सपोर्ट लेवल है। अगर बाजार एक बार टूटकर 23,500 पर जाता है तो वहां से रिकवरी देखने को मिल सकती है। एक्सपर्ट का कहना है कि बाजार निवेशकों को अभी साइड में बैठकर तमाशा देखना बेहतर होगा।
अगर पिछले महीने की बात करें तो निवेशकों के 31 लाख करोड़ रुपये डूब गए। अक्टूबर की शुरुआत में बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 4,74,86,463.65 रुपये था जो 31 अक्टूबर को घटकर 4,44,71,429.92 रह गया। इस तरह पिछले महीने निवेशकों के एक झटके में 30 लाख करोड़ रुपये डूब गए।
सेंसेक्स में 26 स्टॉक्स लाल निशान में और सिर्फ 4 शेयर हरे निशान में ट्रेड कर रहे हैं। अमेरिकी चुनाव से पहले बाजार में यह बड़ी गिरावट आई है।
एफपीआई की बिकवाली की वजह से प्रमुख सूचकांक अपने शीर्ष स्तर से करीब 8% नीचे आ गए हैं। आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने समीक्षाधीन अवधि के दौरान बॉन्ड से सामान्य सीमा के माध्यम से 4,406 करोड़ रुपये निकाले हैं।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, वैश्विक बाजार कुछ दिन तक अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों पर प्रतिक्रिया देंगे, जिसके बाद अमेरिका के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि, मुद्रास्फीति और फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर निर्णय जैसे बुनियादी कारक बाजार की चाल को प्रभावित करेंगे।
इन्फोसिस की बाजार हैसियत 38,054.43 करोड़ रुपये घटकर 7,31,442.18 करोड़ रुपये पर आ गई। भारती एयरटेल का मूल्यांकन 27,299.54 करोड़ रुपये घटकर 9,20,299.35 करोड़ रुपये रह गया। टीसीएस के मूल्यांकन में 26,231.13 करोड़ रुपये की गिरावट आई।
आज आयोजित किए गए मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में कंपनी के शेयर 7.30 रुपये (0.24%) की बढ़त के साथ 3079.15 रुपये के भाव पर बंद हुए। गुरुवार को कंपनी के शेयर 3071.85 रुपये के भाव पर बंद हुए थे लेकिन आज मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान ये गिरावट के साथ 3068.05 रुपये के भाव पर खुले थे।
मुहूर्त ट्रेडिंग का महत्व काफी अहम है। यह अनुभवी निवेशकों के लिए अपने पोर्टफोलियो में नए स्टॉक जोड़ने या मौजूदा स्टॉक में अपनी होल्डिंग बढ़ाने का भी एक अच्छा समय है।
25 अक्टूबर को हुई कंपनी की बोर्ड मीटिंग में शेयरहोल्डरों के लिए डिविडेंड का ऐलान किया गया था। कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया था कि बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने शेयरहोल्डरों के लिए 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले प्रत्येक शेयर पर 63 रुपये का डिविडेंड देना का ऐलान किया है।
शेयरों के बदले लोन (LAS) उधारकर्ताओं को ओवरड्राफ्ट सुविधा के तहत दिया जाता है। इसमें इक्विटी होल्डिंग्स को गिरवी रखने लोन दिया जाता है। उदाहरण के लिए, यदि ₹10 लाख मूल्य के शेयर गिरवी रखे गए हैं, तो ₹5 लाख तक का लोन मिल जाएगा।
आपको बता दें कि आज मंथली एक्सपायरी के चलते बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है। इसलिए ट्रेड सावधानी से करें।
एल्सिड इंवेस्टमेंट्स के शेयरों में ये बढ़ोतरी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर आयोजित एक स्पेशल कॉल ऑक्शन सेशन के बाद हुई, जिसका उद्देश्य होल्डिंग कंपनियों की कीमतों का पता लगाना था, जहां एल्सिड के शेयरों की कीमत 2.25 लाख रुपये थी।
पिछले एक महीने में कंपनी के शेयरों का भाव 7.60 प्रतिशत गिरा है। लेकिन पिछले 1 साल में कंपनी के शेयरों ने करीब 63 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। टॉरेंट फार्मा ने अपने निवेशकों को पिछले 5 साल में 255.94 प्रतिशत और पिछले 10 साल में 622.23 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
शेयर बाजार की गिरावट में बहुत सारे निवेशक पैसा लगाते हैं। हालांकि, हमेशा यह रणनीति सहीं नहीं होती है। बहुत बार आपको बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।
बीएसई सेंसेक्स 341.72 अंक टूटकर 80,027.31 अंक पर खुला है। वहीं, एनएसई निफ्टी 116.30 अंक गिरकर 24,350.55 अंक पर खुला है।
ओला इलेक्ट्रिक पर वैश्विक ब्रोकिंग फर्म एचएसबीसी ने सबसे पहले ओला इलेक्ट्रिक के शेयर प्राइस का टारगेट 140 रुपये से घटाकर 110 रुपये कर दिया है।
निफ्टी पैक के शेयरों में मंगलवार को सबसे अधिक तेजी एसबीआई में 5.05 फीसदी, बीईएल में 4.89 फीसदी, आयशर मोटर्स में 3.38 फीसदी, एचडीएफसी लाइफ में 3.32 फीसदी और एसबीआई लाइफ में 3.18 फीसदी दर्ज हुई।
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