एलआईसी ने वित्त वर्ष 2024-25 में अप्रैल-जून के दौरान शेयर बाजार में करीब 38,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। पिछले साल पहले इसी अवधि में ये राशि 23,300 करोड़ रुपये थी।
रेगुलर प्लान वाली म्यूचुअल फंड स्कीम्स का एक्सपेंस रेशो ज्यादा होता है। ज्यादा एक्सपेंस रेशो का निवेशकों के ओवरऑल रिटर्न पर प्रभाव पड़ता है क्योंकि फंड हाउस, डिस्ट्रिब्यूटर या एजेंट को दी जाने वाली फीस को निवेशकों पर डाल देता है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि भविष्य में बाजार में तेजी बने रहने की स्थिति में विदेशी निवेशक अधिक बिक्री कर सकते हैं। इसकी वजह यह है कि भारतीय इक्विटी बाजार का मूल्यांकन तुलनात्मक रूप से ऊंचा बना हुआ है।
इंफोसिस के मार्केट कैप में 20,973.19 करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की गई और ये घटकर 7,35,277.28 करोड़ रुपये हो गया। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का मार्केट कैप 19,157.77 करोड़ रुपये घटकर 15,30,469.11 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड में वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा, "इस सप्ताह सबका ध्यान वैश्विक बाजारों पर रहेगा क्योंकि हम स्थिरता की लंबी अवधि के बाद कमजोरी का असर देख सकते हैं।
शुक्रवार को कंपनी के शेयर 6.25 रुपये (1.19%) की अच्छी बढ़त के साथ 529.40 रुपये के भाव पर बंद हुए थे। कंपनी के शेयरों का मौजूदा भाव, इसके 52 हफ्तों के उच्च स्तर के आसपास ही बना हुआ है।
बीएसई के आंकड़ों के मुताबिक बाजार में लिस्टिंग होने के साथ ही निवेशक एफकॉम होल्डिंग्स के शेयर खरीदने के लिए टूट पड़े। कुछ ही देर में कंपनी के शेयरों में 5 प्रतिशत का अपर सर्किट लग गया और कंपनी के शेयर अपने लिस्टिंग वाले दिन ही 215.45 रुपये के भाव पर पहुंच गए।
दवा कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में अरबिंदो फार्मा के रेवेन्यू में भी अच्छी बढ़ोतरी हुई है और ये 10.5 प्रतिशत की उछाल के साथ 7,567 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
आईआरएफसी ने इस हफ्ते शेयर बाजार एक्सचेंजों को बताया था कि 12 अगस्त, 2024 को कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की एक अहम बैठक होने जा रही है।
38 साल के भाविश अग्रवाल के पास कंपनी की लिस्टिंग के समय ओला इलेक्ट्रिक के 1,36,18,75,240 शेयर (36.94 प्रतिशत हिस्सेदारी) थे। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक, भाविश की नेट वर्थ में 1.4 बिलियन डॉलर का इजाफा हुआ है।
5 मई को बाजार में बड़ा भूचाल आया था। कमजोर अमेरिकी डाटा और जापान की येन को लेकर आई खबर ने बाजार को जोर का झटका दिया था। हालांकि तब से आज 9 अगस्त के दौरान घरेलू शेयर बाजार ने करीब 1000 अंकों की रिकवरी कर ली है।
इस कंपनी के आईपीओ को तीन दिनों की बोली के आखिरी दिन कुल मिलाकर 303.03 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था। निवेशकों ने 45.86 लाख शेयरों के मुकाबले 138.98 करोड़ शेयरों के लिए बोली लगाई।
एनबीसीसी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि इस प्रोजेक्ट के लिए श्रीनगर विकास प्राधिकरण ने उन्हें 15,000 करोड़ रुपये का ठेका दिया है। इस प्रोजेक्ट के तहत जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के बेमिना में एनबीसीसी को 406 एकड़ में एक सैटेलाइट टाउनशिप का निर्माण करना है।
ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ 2 अगस्त को खुला था और 6 अगस्त को बंद हुआ था। कंपनी के आईपीओ को कुल 4.5 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था। आज कंपनी की शेयर बाजार में लिस्टिंग हो गई।
गुरुवार को बड़ी गिरावट के बाद शुक्रवार को हफ्ते के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार तेज बढ़त के साथ खुले हैं। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में अच्छी तेजी देखने को मिल रही है।
NSE को शुरुआती 4 करोड़ निवेशक रजिस्टर करने में 25 साल का समय लगा था। जिसके बाद NSE ने हर साल औसतन 6-7 महीनों में 1 करोड़ नए निवेशक जोड़े। आखिरी के 1 करोड़ निवेशकों को जोड़ने में सिर्फ 5 महीने का समय लगा।
2 अगस्त को खुला ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ 6 अगस्त को बंद हो गया था। कंपनी के आईपीओ को निवेशकों का बहुत अच्छा समर्थन नहीं मिला।
आज मिडस्मॉल हेल्थकेयर में 0.90 फीसदी, निफ्टी हेल्थकेयर में 0.13 फीसदी, निफ्टी प्राइवेट बैंक में 0.09 फीसदी और निफ्टी फार्मा में 0.35 फीसदी की तेजी दर्ज हुई।
शेयर बाजार में पिछले हफ्ते शुक्रवार से चल रही गिरावट आखिरकार बुधवार को थम गई। बुधवार को सेंसेक्स 874.94 अंकों की तेजी के साथ 79,468.01 अंकों पर बंद हुआ था। वहीं दूसरी ओर निफ्टी भी 304.95 अंकों के उछाल के साथ 24,297.50 अंकों पर बंद हुआ था।
यह इश्यू पूरी तरह से 2.56 करोड़ इक्विटी शेयरों की पेशकश-बिक्री (ओएफएस) है, जिसकी कीमत बैंड के ऊपरी छोर पर 276.6 करोड़ रुपये है। इसलिए, पूरी आय बेचने वाले शेयरधारकों को जाएगी।
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