शेयर बाजार में पिछले हफ्ते शुक्रवार से चल रही गिरावट आखिरकार बुधवार को थम गई। बुधवार को सेंसेक्स 874.94 अंकों की तेजी के साथ 79,468.01 अंकों पर बंद हुआ था। वहीं दूसरी ओर निफ्टी भी 304.95 अंकों के उछाल के साथ 24,297.50 अंकों पर बंद हुआ था।
यह इश्यू पूरी तरह से 2.56 करोड़ इक्विटी शेयरों की पेशकश-बिक्री (ओएफएस) है, जिसकी कीमत बैंड के ऊपरी छोर पर 276.6 करोड़ रुपये है। इसलिए, पूरी आय बेचने वाले शेयरधारकों को जाएगी।
Stock market news : बाजार में आज सबसे अधिक तेजी ओएनजीसी में 7.45 फीसदी, कोल इंडिया में 6.24 फीसदी, अडानी एंटरप्राइजेज में 3.70 फीसदी और अडानी पोर्ट्स में 3.35 फीसदी दर्ज हुई।
एवरेजिंग करते वक्त कंपनी की बैलेंस शीट, कारोबारी मॉडल, वैल्यूएशन और आउटलुक जरूर देखें। ऐसा नहीं कि आप जिस भाव पर एवरेजिंग कर रहे हैं, उस भाव पर भी वह स्टॉक महंगा है।
जब भारत की बात आती है, तो यहां के बाजार की स्थिति ज्यादा बेहतर और अधिक लचीला नजर आता है, जैसा कि हमें सोमवार को देखने को मिला। भारतीय शेयर बाजार ने मंगलवार को एक बार फिर से बेहतर वापसी की।
Share Market Outlook : दिग्गज अमेरिकी निवेशक जिम रोजर्स का कहना है कि शेयर बाजार में अगली बिकवाली भयंकर होगी। यह उनके जीवन की सबसे बड़ी बिकवाली होगी। इसलिए वे नकदी जुटाकर बैठे हुए हैं।
ओला इलेक्ट्रिक शेयर की अनुमानित लिस्टिंग कीमत ₹78.5 प्रति शेयर बताई गई, जो कि ₹76 के आईपीओ मूल्य से 3.29% अधिक है। ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के ₹6,145 करोड़ के आरंभिक सार्वजनिक निर्मगप्रस्ताव को सोमवार को बोली के दूसरे दिन पूरी तरह से सब्सक्राइब किया गया था।
Share market news : भारतीय शेयर बाजार आज बढ़त के साथ खुला था। कारोबार के दौरान भी करीब 1000 अंक की तेजी सेंसेक्स में दिखी। लेकिन धीरे-धीरे बाजार ने सारी तेजी खो दी और लाल निशान पर बंद हुआ।
अमेरिकी आर्थिक विश्लेषण ब्यूरो द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल अप्रैल से जून तिमाही के दौरान अमेरिकी जीडीपी 2.8 प्रतिशत की दर से बढ़ी। अमेरिकी विकास दर इतनी जल्दी नकारात्मक में जाने की संभावना नहीं है।
अमेरिकी मार्केट का असर भारतीय शेयर बाजार पर जोरदार दिखा। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक सेंसेक्स आज 2222 अंक की गिरावट के साथ 78,759 पर बंद हुआ।
Why share market fall today : ताइवान के स्टॉक एक्सचेंज में 57 साल की सबसे बड़ी गिरावट आई है। वहीं, जापान का शेयर बाजार 13 फीसदी गिर गया। साल 1987 के बाद यह जापानी शेयर बाजार में आई सबसे बड़ी गिरावट है।
Why share market fall today : अमेरिका में मंदी को लेकर चिंताओं के बढ़ने और मिडिल ईस्ट में इरान और इजराइल के बीच संघर्ष के व्यापक होने के खतरे के चलते आज दुनियाभर के शेयर बाजारों में गिरावट आई है।
‘फ्रंट-रनिंग’ एक ब्रोकर द्वारा शेयर या किसी अन्य वित्तीय परिसंपत्ति का व्यापार है, जिसे भविष्य के लेनदेन के बारे में अंदरूनी जानकारी होती है जो उस लेनदेन की कीमत को काफी हद तक प्रभावित करने वाला होता है।
अमेरिका द्वारा जारी किए गए आर्थिक आंकड़ों के बाद मंदी का जोखिम बढ़ने की संभावना गहरा गई है। जिसकी वजह से निवेशक शेयर बेचकर पैसा निकाल रहे हैं।
अमेरिका की खराब जॉब रिपोर्ट से शुरू हुआ गिरावट का सिलसिला लगातार जारी है और इसका पूरी दुनिया पर व्यापक असर देखने को मिल रहा है। सबसे पहले इसका असर शेयर बाजारों पर दिखा और अब करेंसी भी इसकी चपेट में आ गई है।
ग्लोबल मार्केट में जारी गिरावट की चपेट में भारतीय शेयर बाजार भी फंस गया है। हफ्ते के पहले ही दिन सोमवार को भारतीय शेयर बाजार भयानक गिरावट के साथ खुले। निवेशकों के लाखों करोड़ डूब गए हैं। ऐसे में अगर आप बाजार में पैसा लगाते हैं क्या करें?
सोमवार को दोपहर 2.28 बजे तक Nikkei 225 इंडेक्स 4,186.97 अंकों (11.66%) की भारी-भरकम गिरावट के साथ 31,722.73 अंकों पर कारोबार कर रहा था। पिछले हफ्ते शुक्रवार को भी Nikkei 225 में 5.8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी।
ग्लोबल मार्केट में भारी बिकवाली के दबाव में भारतीय शेयर बाजार में आज भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। सोमवार को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों भयानक गिरावट के साथ खुले। इस गिरावट में टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल भी फंस गई।
ग्लोबल मार्केट में जारी गिरावट के बीच भारतीय शेयर बाजार सोमवार को खुलते ही धड़ाम हो गया। बीएसई सेंसेक्स 2394 अंक और निफ्टी 415 अंकों की गिरावट के साथ खुले।
देश की सॉलिड अर्थवस्वस्था और सरकारी नीतियों को ध्यान में रखते हुए विदेशी निवेशकों ने इस साल जुलाई में कुल 32,365 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं। हालांकि, अगस्त के शुरुआती दो दिनों में उन्होंने 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर बेचकर पैसे निकाले हैं।
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