महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं उससे पहले राजनीति चरम पर है। सीट बंटवारे के साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच शरद पवार गुट को बड़ा झटका लगा है, एक दिग्गज नेता ने भाजपा ज्वाइन कर लिया है।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले सीएम के नामों पर चर्चा हो रही है। महाविकास अघाड़ी में शरद पवार के सीएम फेस बनाए जाने की भी चर्चा हुई है। ऐसे में शरद पवार ने इस मसले पर जवाब दिया है।
महाविकास आघाडी में विधानसभा के लिए सीटों का बंटवारा मेरिट के आधार पर होगा और अब मेरिट का पैमाना बनाने के लिए इन दलों ने एक नोडल एजेंसी को नियुक्त किया है।
सुप्रिया सुले ने कहा कि बच्चू कडू महाराष्ट्र के अहम नेता हैं। बच्चू लगातार अच्छा काम कर रहें है। महाराष्ट्र के हित के लिए सभी अच्छे लोगों को साथ आना चाहिए। शरद पवार महाविकास अघाड़ी में सभी छोटे दलों को साथ लाने का प्रयास कर रहें है।
हमने ये जन सम्मान यात्रा क्यों निकाली? इस बजट में हम यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि हमने युवाओं और किसानों के लिए क्या नई योजनाएं रखी हैं और उन्हें लोगों तक सही ढंग से कैसे पहुंचाया जाए।
मणिपुर के हालात का जिक्र करते हुए शरद पवार ने कहा कि मणिपुर जैसे हालात महाराष्ट्र में भी ही सकते है। उन्होंने कहा कि दो समाज जो सालों से एक साथ रह रहे थे उनमें संघर्ष शुरू हो गया।
एनसीपी अजीत गुट) के सीनियर नेता बाबाजानी दुर्रानी आज शरद पवार की अगुवाई वाली एनसीपी में शामिल हो गए। चुनाव से पहले उन्होंने अजीत पवार को तगड़ा झटका दिया।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है। महाराष्ट्र के दिग्गज नेता शरद पवार ने खुद एकनाथ शिंदे से मिलने का वक्त मांगा है। दोनों ही नेताओं के बीच ये मुलाकात सोमवार दोपहर को होने वाली है।
पुणे में बीजेपी के अधिवेशन कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शरद पवार और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा है। अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी अनूठा उदाहरण पेश कर रहे हैं।
महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री और एनसीपी के वरिष्ठ नेता अनिल देशमुख ने इंडिया टीवी से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि अजित गुट के विधायकों के साथ-साथ भाजपा के भी कई नेता शरद पवार के साथ आना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी इस पर फैसला लेगी कि किसे साथ लेना है और किसे नहीं।
साल 2023 में एनसीपी में विद्रोह हुआ और पार्टी के ज्यादातर विधायकों के साथ अजित पवार भाजपा-शिवसेना की सरकार में शामिल हो गए थे। अब शरद पवार ने अजित की वापसी पर बड़ा बयान दिया है।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले सियासत तेज हो गई है। महाराष्ट्र सरकार के मंत्री छगन भुजबल ने शरद पवार से मुलाकात की है। दोनों नेताओं के मुलाकात के बाद राज्य के सियासी गलियारों में अटकलों का दौर शुरू हो गया।
छगन भुजबल और शरद पवार ने आज मुंबई में मुलाकात की। इसके अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं। ऐसे में बीजेपी अहज स्थिति में दिख रही है।
महा विकास अघाड़ी ने महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में एक भी मुस्लिम नेता को उम्मीदवारी नहीं दी है। इसे लेकर सपा नेता रईस शेख ने पत्र लिखकर चिंता जाहिर की है।
शरद पवार के एक बयान ने महाराष्ट्र की सियासत में हलचल पैदा कर दी है। उन्होंने कहा कि उनके भतीजे अजित पवार के साथ गए पार्टी के कुछ विधायकों ने उनके गुट के वरिष्ठ नेता जयंत पाटिल से मुलाकात की है।
महाविकास आघाडी में मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर विवाद बढ़ता दिख रहा है। कांग्रेस के बाद अब शरद पवार ने भी एक बड़ा बयान दे दिया है।
लोकसभा के स्पीकर पद को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ गया है। अब इस मुद्दे पर शरद पवार ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि मैंने तो पहले ही सुझाव दे दिया था।
महाराष्ट्र की दिग्गज नेता सूर्यकांता पाटिल ने 2014 में भारतीय जनता पार्टी से जुड़ी थीं। वह केंद्र में मंत्री भी रह चुकी हैं। बीजेपी से नाराजगी के चलते उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।
लोकसभा चुनाव में पार्टी के अच्छे प्रदर्शन के बाद शरद पवार ज्यादा सीटें चाहते हैं। वहीं, संजय राउत का कहना है कि उनकी पार्टी ने भी मेहनत की थी और सभी का बराबर का हक है।
शरद पवार ने राज्य की सत्ता में वापसी का विश्वास जताया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सत्ता में आई तो राज्य के किसानों के मुद्दों का समाधान करेगी।
संपादक की पसंद