शरद पवार गुट ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। अजित पवार गुट को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के रूप में मान्यता देने के चुनाव आयोग के फैसले को चुनौती दी है।
एनसीपी शरदचंद्र पवार के नेता शरद पवार ने कहा कि चुनाव आयोग ने न केवल हमारा चुनाव चिन्ह छीन लिया बल्कि हमारी पार्टी दूसरों को सौंप दी। उन्होंने ये भी कहा कि उन हाथों से पार्टी छीनी गई, जिन्होंने इसे स्थापित किया।
शरद पवार गुट ने चुनाव आयोग से 3 नामों की मांग की थी, जिसमें चुनाव आयोग ने एक नाम फाइनल कर दिया है। गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने मंगलवार को अजित पवार गुट को ही असली एनसीपी माना था।
अजित पवार गुट ने सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दाखिल किया और निर्वाचन आयोग द्वारा उसे मूल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) घोषित करने के आदेश को शरद पवार गुट की ओर से चुनौती दिये जाने की स्थिति में उसका पक्ष भी सुने जाने का अनुरोध किया।
आगामी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले शरद पवार को बड़ा झटका मिला है। चुनाव आयोग ने अजित पवार गुट को ही असली एनसीपी माना है। चुनाव आयोग ने आदेश देते हुए साफ माना है कि अजित पवार ही असली एनसीपी है।
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, चुनाव आयोग ने पार्टी संविधान के लक्ष्यों और उद्देश्यों का परीक्षण, पार्टी संविधान का परीक्षण और संगठनात्मक और विधायी, दोनों बहुमत के परीक्षण के आधार पर अजित गुट के पक्ष में फैसला सुनाया है।
शरद पवार के पोते रोहित पवार से गुरुवार को ईडी ने 8 घंटे तक पूछताछ की। रोहित पवार दस दिन में दूसरी बार ईडी के सामने पेश हुए। पूछताछ के बाद ईडी दफ्तर से बाहर आने के बाद उन्होंने कहा, मैं सारे दस्तावेज लेकर ईडी दफ्तर गया था। सभी सवालों का जवाब दिया।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि वह नीतीश ही थे, जिन्होंने विपक्षी दलों को एकसाथ लाने की प्रक्रिया शुरू की और पार्टियों को पटना में आमंत्रित किया था।
ईडी ने 5 जनवरी को बारामती, पुणे, औरंगाबाद और कुछ अन्य स्थानों पर रोहित पवार के स्वामित्व वाली कंपनी बारामती एग्रो और कुछ संबंधित संस्थाओं के परिसरों पर छापेमारी की थी।
अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समोराह को लेकर NCP के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि मंदिर के निर्माण में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का भी योगदान है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि मंदिर जहां बनना चाहिए था, ये उससे कुछ दूरी पर बन रहा है।
कई विपक्षी दलों के नेताओं ने निमंत्रण मिलने के बावजूद 22 जनवरी को हो रहे राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के आयोजन में भाग लेने से इनकार कर दिया है। इसी क्रम में शरद पवार ने भी बड़ा फैसला लिया है।
राम मंदिर के समारोह को लेकर सियासत तेज हो गई है। शरद पवार ने राम मंदिर को लेकर बीजेपी और आरएसएस पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। इससे पहले राहुल गांधी ने भी बीजेपी और आरएसएस पर राजनीति करने का आरोप लगाया था।
INDIA गठबंधन का अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को बनाया गया है। वहीं जब संयोजक पद के लिए नीतीश कुमार का नाम सामने आया तो उन्होंने यह पद स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
शरद पवार ने पीएम मोदी के अपमान, बिलकिस बानो केस, इंडिया गठबंधन, सीट शेयरिंग और भगवान राम को लेकर बयान दिया। इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि मेरी उम्र का जिक्र जो करते हैं, उस पर मुझे कोई जवाब नहीं देना है।
महाराष्ट्र में आज होने वाली इंडी अलायंस की एक बड़ी बैठक में 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे पर बातचीत होने वाली है।
महाविकास अघाड़ी की दिल्ली में होने वाली बैठक से पहले ही बड़ा अपडेट आया है कि उद्धव ठाकरे और शरद पवार दोनों ही बैठक में शामिल नहीं होंगे। बता दें कि बीते कई दिनों से उद्धव गुट राज्य की 23 लोकसभा सीटों पर दावा ठोक रहा है।
आज शरद पावर गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड के घर के बाहर अजीत गुट के कार्यकर्ताओं ने जमकर बवाल काटा है। आव्हाड ने एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए प्रभु राम पर विवादित टिप्पणी की थी।
NCP की कार्यकारी अध्यक्ष और सांसद सुप्रिया सुले ने कहा है कि उनके पास विकल्प था कि वह सत्ता और संघर्ष में से कोई एक चुनें और उन्होंने संघर्ष को चुना। सुले ने ये बात जुलाई में पार्टी में हुई दो फाड़ का जिक्र करते हुए कहा।
एनसीपी चीफ शरद पवार पीजेपी के प्रमुख बच्चू कडू के आवास पर 'चाय पर चर्चा' के लिए पहुंचे। दोनों नेताओं के बीच करीब 20 मिनट तक बंद कमरे में चर्चा चलती रही।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार को राम मंदिर के उद्घाटन के लिए आमंत्रित नहीं किया गया है। उन्होंने खुद इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि मैं आस्था के दो-तीन स्थानों पर जाता हूं जिनके बारे में मैं सार्वजनिक रूप से बात नहीं करता हूं।
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