महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और उससे पहले राजनीति चरम पर है। शरद पवार ने सीएम एकनाथ शिंदे की सरकार को अगले दो महीने में सत्ता से बेदखल करने की बात कही है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच शरद पवार की सुरक्षा नया मुद्दा बन गया है। दिल्ली सूत्रों के मुताबिक, शरद पवार ने केंद्र सरकार द्वारा दी गई जेड प्लस सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया है।
महराष्ट्र के बीड जिले के जिला परिषद स्कूल का मामला है, जहां बच्चे शौचलय साफ करते देखे गए। छात्र ने बताया कि यह काम उनसे रोजाना ही करवाया जाता है।
24 अगस्त को महाराष्ट्र में होने वाली बंद टाल दी जाए। यह अपील एनसीपी (शरद पवार) के चीफ शरद पवार ने अपने घटक दलों और कार्यकर्ताओं से की है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले शरद पवार को जेड प्लस सुरक्षा दी गई है। ये सुरक्षा केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा दी गई है। विधानसभा चुनाव को लेकर शरद पवार कई जिलों के दौरे पर रहते हैं।
शरद पवार ने शुक्रवार को साफ कर दिया कि उनकी पार्टी से कोई भी नेता मुख्यमंत्री नहीं बनेगा। उन्होंने कहा कि वे खुद भी अब मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। शरद ने यह बात पुणे में कही।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की कोशिश है कि चुनावों से पहले महा विकास अघाड़ी के सीएम पद के चेहरे का ऐलान हो जाए लेकिन इस मसले पर कांग्रेस और NCP SP कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही हैं।
शरद पवार को Z प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल से महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री को सुरक्षा मुहैया कराने को कहा है।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इसी क्रम में मंगलवार को मुंबई कांग्रेस की रैली हुई जिसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, उद्धव ठाकरे और शरद पवार समेत कई अन्य नेता भी शामिल हुए।
महाराष्ट्र में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव है। राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है। एनसीपी-एसपी, कांग्रेस, बीजेपी और उद्धव गुट की शिवसेना अपने-अपने उम्मीदवारों के नामों की तलाश में जुटी हुई है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं घोषणा कर रहा हूं कि चाहे वह वक्फ बोर्ड हो या कोई मंदिर या अन्य धार्मिक संपत्ति, मैं किसी भी कीमत पर उन संपत्तियों को छूने नहीं दूंगा। यह मेरा वादा है।
महाराष्ट्र में जल्द ही विधानसभा चुनाव का आयोजन होने वाला है। सभी दल अपनी-अपनी तैयारियों में लगे हुए हैं। इन सब के बीत इस बात को लेकर चर्चा तेज है कि नवाब मलिक अजित और शरद पवार में से किसके साथ जाएंगे।
महाराष्ट्र में लाडली बहना योजना की वजह से उद्ध ठाकरे, शरद पवार और कांग्रेस के एक बड़े वोट बैंक के विधानसभा चुनावों में खिसकने को लेकर बातें शुरू हो गई हैं।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं उससे पहले राजनीति चरम पर है। सीट बंटवारे के साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच शरद पवार गुट को बड़ा झटका लगा है, एक दिग्गज नेता ने भाजपा ज्वाइन कर लिया है।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले सीएम के नामों पर चर्चा हो रही है। महाविकास अघाड़ी में शरद पवार के सीएम फेस बनाए जाने की भी चर्चा हुई है। ऐसे में शरद पवार ने इस मसले पर जवाब दिया है।
महाविकास आघाडी में विधानसभा के लिए सीटों का बंटवारा मेरिट के आधार पर होगा और अब मेरिट का पैमाना बनाने के लिए इन दलों ने एक नोडल एजेंसी को नियुक्त किया है।
सुप्रिया सुले ने कहा कि बच्चू कडू महाराष्ट्र के अहम नेता हैं। बच्चू लगातार अच्छा काम कर रहें है। महाराष्ट्र के हित के लिए सभी अच्छे लोगों को साथ आना चाहिए। शरद पवार महाविकास अघाड़ी में सभी छोटे दलों को साथ लाने का प्रयास कर रहें है।
मणिपुर के हालात का जिक्र करते हुए शरद पवार ने कहा कि मणिपुर जैसे हालात महाराष्ट्र में भी ही सकते है। उन्होंने कहा कि दो समाज जो सालों से एक साथ रह रहे थे उनमें संघर्ष शुरू हो गया।
एनसीपी अजीत गुट) के सीनियर नेता बाबाजानी दुर्रानी आज शरद पवार की अगुवाई वाली एनसीपी में शामिल हो गए। चुनाव से पहले उन्होंने अजीत पवार को तगड़ा झटका दिया।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है। महाराष्ट्र के दिग्गज नेता शरद पवार ने खुद एकनाथ शिंदे से मिलने का वक्त मांगा है। दोनों ही नेताओं के बीच ये मुलाकात सोमवार दोपहर को होने वाली है।
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