अजित पवार को यह उम्मीद थी की पार्टी के 53 विधायकों में से 35 से ज्यादा विधायक उनके साथ जुड़ जाएंगे लेकिन वे इसमें कामयाब नहीं हो पाए। सूत्रों के मुताबिक अजित पवार ने खुद विधायकों से बात भी की थी।
योगी आदत्यनाथ ने साफ कर दिया है कि वह राजनीतिक हमले झेल लेंगे लेकिन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में कोई कमी नहीं आएगी।
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर तंज कसा है और कहा है कि देश में कानून है संविधान है लेकिन ये जो हो रहा वो सही नहीं है।
अजित पवार के एनसीपी से बगावत करने को लेकर तमाम चर्चाएं हैं। सवाल उठ रहे हैं कि क्या अजित पवार बगावत करने वाले हैं? क्या 40 विधायकों के साथ अजित पवार महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार में शामिल हो जाएंगे? क्या अजित पवार महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के लिए शरद पवार को धोखा देंगे?
महाराष्ट्र में सियासी भूचाल तेज है। एनसीपी के नेता अजित पवार के बीजेपी में जाने की संभावना को लेकर अटकलबाजी तेज है। अजित पवार ने इस बीच बड़ा बयान दिया है। जानें पल-पल की खबर
समाजवादी पार्टी के मुंबई से विधायक अबू आजमी ने शरद पवार के भाजपा के साथ गठजोड़ करने को लेकर कहा है कि शरद पवार देश के एक बड़े नेता है। वो सेक्युलरिज्म के लिए काम करते हैं।
महाविकास आघाड़ी के सूत्रों ने बताया कि सही समय आने पर ये विधायक बीजेपी में शामिल होने को लेकर फैसला लेंगे। कल नागपुर की रैली के लिए महाविकास आघाड़ी के सभी नेता इकट्ठा हुए थे।
दिल्ली में हुई इस मुलाकात की एक तस्वीर भी शेयर की गई है, जिसमें राहुल गांधी, शरद पवार, मल्लिकार्जुन खड़गे और केसी वेणुगोपाल दिख एकसाथ नजर आ रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, अब कांग्रेस ने तय किया है कि शरद पवार UPA का हिस्सा जरूर रहेंगे लेकिन अहम रणनीतिक चर्चाओं में उन्हें शामिल नहीं किया जाएगा।
संजय राउत ने महाविकास अघाड़ी में अनबन की खबरों पर कहा कि शरद पवार हमारे अलायंस के गार्डियन हैं। हम सब उनके साथ हैं। उद्धव ठाकरे भी उनके साथ हैं।
माना जा रहा है कि उद्धव ठाकरे और संजय राउत ने पवार से मिलकर अडानी, पीएम मोदी की डिग्री और अन्य मुद्दों पर उनका पक्ष समझने की कोशिश की है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि पवार और उनकी पार्टी सावरकर हो, ईवीएम हो या मोदी की डिग्री हो, उस पर अलग राय रख रही है।
वीर सावरकर के अपमान के मुद्दे पर बीजेपी और एकनाथ शिंदे की सरकार गौरव यात्रा के जरिए कांग्रेस और ठाकरे सेना को आड़े हाथों ले रही है। इस विवाद को थामने के लिए कांग्रेस ने अब फैसला किया है कि सावरकर पर कोई बयान नहीं दिया जाएगा लेकिन शिंदे सरकार ने सावरकर पर एक नई चाल चल दी है।
पृथ्वीराज चव्हाण ने शरद पवार और गौतम अडानी पर जमकर हमला बोला। शरद पवार ने जिन मुद्दों पर अडानी को डिफेंड करने की कोशिश की थी उन सभी मुद्दों पर चव्हाण ने पवार को आड़े हाथों लिया।
पिछले हफ्ते से शरद पवार की एनसीपी लगातार प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से बीजेपी को लेकर नरम रुख अपना रही है। अडानी-जेपीसी विवाद के बाद अब प्रधानमंत्री मोदी के डिग्री विवाद पर भी शरद पवार ने दो टूक राय रखते हुए इसे गैर जरूरी बता दिया। पवार के इस बयान के बाद विपक्ष में विवाद पैदा हो सकता है।
शरद पवार ने साल 2015 में मराठी भाषा में प्रकाशित अपनी आत्मकथा ‘लोक माझे सांगाती’ में अडानी की खूब तारीफ की है और उन्हें एक ‘‘मेहनती, साधारण, जमीन से जुड़ा’’ और बुनियादी ढांचा क्षेत्र में कुछ बड़ा करने की महत्वाकांक्षा रखने वाला व्यक्ति बताया है।
कांग्रेस नेता अलका लांबा ने शरद पवार और गौतम अडानी की एक पुरानी तस्वीर साझा कर हमला बोला था। इस पर जब अजित पवार से सवाल किया गया तो उन्होंने अडानी का समर्थन करते हुए कहा कि किसी अंडरवर्ल्ड डॉन के साथ तस्वीर तो नहीं ली ना।
शरद पवार के बयान और अजित पवार के बयान के बाद महाराष्ट्र में सियासत तेज हो गई है। शिंदे गुट के नेता भरत गोगावले ने शरद पवार के बयान पर बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा है कि पवार बिना सोचे-समझे नहीं बोलते।
अडानी मामले पर शरद पवार ने जेपीसी को लेकर विपक्ष से अलग अपनी राय रखी थी। जिसपर अलका लंबा ने ट्वीट कर उन्हें "डरे और लालची लोग" बताया था।
पवार ने कहा कि अधिकांश पार्टियां जेपीसी जांच की मांग कर रही हैं, अगर उनके सदस्यों की संख्या को ध्यान में रखा जाए तो वे जेपीसी का हिस्सा नहीं हो पाएंगे।
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