एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के इस्तीफे के बाद अगला मुखिया कौन होगा-सुप्रिया सुले या अजीत पवार, आज भी इसपर फैसला नहीं हो सका है। जानिए प्रफुल्ल पटेल ने क्या कहा है?
एनसीपी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे के ऐलान के बाद से शरद पवार चर्चा में बने हुए हैं। एनसीपी कार्यकर्ता लगातार उनसे इस फैसले को वापस लेने के लिए कह रहे हैं। यहां पढ़ें सभी अपडेट्स-
एनसीपी के प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को अचानक अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज कर दी, हालांकि दिनभर चली गहमागहमी के बाद उन्होंने इस्तीफे पर फिर से विचार करने के लिए तीन से चार दिन का समय मांगा है।
एनसीपी सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि पार्टी में एक्टिंग प्रेसिडेंट के लिए सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल के नाम की चर्चा है। शरद पवार के पद छोड़ने के बाद ये चर्चा है कि उनका उत्तराधिकारी कौन होगा?
शरद पवार के इस फैसले से कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के साथ विरोधी पार्टी बीजेपी भी सकते में है। इसे लेकर बीजेपी की ओर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है।
एनसीपी के मुखिया पद से शरद पवार ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया है जिसके बाद महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। सबसे बड़ा सवाल ये है कि एनसीपी का नया मुखिया कौन होगा। कहा जा रहा है शरद ने खुद नया नाम तय कर लिया है। जानें डिटेल्स-
महाराष्ट्र की सियासत में शरद पवार के इस्तीफे से बड़ी हचलच मच गई है। आइए जानते हैं कि एनसीपी के संस्थापक शरद पवार की एजुकेशन क्वालिफिकेशन क्या है?
शरद पवार के राजनीतिक रिटायरमेंट के ऐलान के बाद उनके भतीजे अजित पवार ने कहा कि शरद पवार को पद छोड़ना ही था। शरद पवार फैसला वापस नहीं लेंगे। उम्र को देखते हुए शरद पवार ने ये फैसला लिया है।
महाराष्ट्र में इस बड़े घटनाक्रम के बाद अब यह सवाल खड़ा हो गया है कि पवार के बाद एनसीपी का नया बॉस कौन होगा? आखिर पवार यह पद किसे सौंपने जा रहे हैं।
महाराष्ट्र की सियासत से बड़ी खबर सामने आई है। शरद पवार ने NCP अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला किया है। पीटीआई के हवाले से ये जानकारी सामने आई है।
महाराष्ट्र Apmc यानी कृषि बाजार समितियों के चुनाव में बीजेपी राज्य में भले ही नंबर बनकर उभरी हो पर महाविकास आघाडी की जीत ने बीजेपी और एकनाथ शिंदे को चिंता में डाल दिया है। जानकारी दे दें कि महाविकास अघाड़ी ने इस चुनाव में बड़ी जीत हासिल की है।
राज ठाकरे ने बाल ठाकरे की शिवसेना से नाता तोड़कर 2006 में अपनी नई पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की आधारशिला रखी थी।
मुंबई में आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम में शरद पवार के बयान से कयास लगाए जा रहे हैं कि आनेवाले दिनों में एनसीपी में बड़ा फेरबदल हो सकता है।
महाराष्ट्र में एकतरफ सत्तापक्ष बीजेपी शिवसेना में मुख्यमंत्री पद को लेकर अटकलें तेज है वही विपक्ष महाविकास आघाड़ी में भी मुख्यमंत्री पद को लेकर घमासान छिड़ गया है।
महाराष्ट्र की सियासत में इन दिनों गरमागरमी चल रही है। इस तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या अजित पवार बगावत करने वाले हैं? क्या वह 40 विधायकों के साथ अजित पवार महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार में शामिल हो जाएंगे?
महाराष्ट्र के महाविकास अघाड़ी गठबंधन में सब ठीक नहीं चल रहा है। एक तरफ तो उद्धव ठाकरे और संजय राउत ने कहा है कि कभी भी चुनाव हो सकते हैं और हम तैयार हैं तो वहीं दूसरी तरफ शरद पवार ने साथ चुनाव लड़ने पर बड़ी बात कह दी है।
अजित पवार ने खुलासा किया कि 2004 में जब एनसीपी ने गठबंधन की अपनी सहयोगी कांग्रेस से ज्यादा सीटें जीती थीं, तो उस वक्त उनके सहकर्मी दिवंगत आर आर पाटिल मुख्यमंत्री बन सकते थे, लेकिन दिल्ली से एक संदेश आया कि उनकी पार्टी को उपमुख्यमंत्री पद मिलेगा।
अडाणी और पवार की मुलाकात के बाद राउत ने भी एनसीपी प्रमुख से मुलाकात की। राउत ने कहा, हम बैठक करते रहते हैं और पवार महा विकास अघाड़ी (MVA) के एक प्रमुख नेता हैं। अगर हम या कांग्रेस के नेता पवार से मिलें तो आश्चर्य क्या है।
अजीत पवार ने एक बयान में कहा था कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से ईवीएम पर पूरा भरोसा है, और ईवीएम से छेड़छाड़ संभव नहीं है।
मंच पर एनसीपी के सभी बड़े नेताओं के नाम की कुर्सियां लगी थीं लेकिन अजित पवार का नाम और उनकी कुर्सी गायब थी।
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