महा विकास आघाड़ी पर हमला करते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि एक दल रोटी घुमाने वाला, दूसरा छीनने वाला और तीसरा रोटी तोड़ने वाला है, लेकिन बीजेपी को गरीब व्यक्ति की रोटी की चिंता है।
तापसे ने कहा कि कुछ महीनों के भीतर पार्टी आगामी आम चुनावों के लिए प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र के लिए बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं और समन्वयकों की नियुक्ति करेगी।
शरद पवार ने कहा कि कर्नाटक के चुनाव में प्रधानमंत्री सहित बीजेपी के अन्य नेता और कार्यकर्ता कहते थे कि 100 प्रतिशत उन्हीं की सत्ता आएगी। लेकिन अभी तक जो रुझान आए हैं उसके मुताबिक बीजेपी 64 के आगे नहीं गई और कांग्रेस 134 पर आगे है।
उनके द्वारा अपनी आत्मकथा में यह लिखे जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट का फैसला जिसमें कोर्ट ने पुष्टि की कि बिना फ्लोर टेस्ट के इस्तीफा देना उद्धव ठाकरे की बड़ी भूल थी। जून 2022 में बिना फ्लोर टेस्ट के ही और विधानसभा में बिना बहुमत साबित किए बिना उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दे दिया था।
विपक्षी दलों कि एकता और गठबंधन कराने की जिम्मेदारी इस बार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने कंधो पर ली है। इसी क्रम में वह विपक्ष के तमाम नेताओं से मिल रहे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आज अपने मुंबई दौरे के दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे।
ED ने IL & FS में कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच 2019 में शुरू की थी।
दरअसल शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र 'सामना' में सोमवार को एक संपादकीय में दावा किया गया था कि पवार ऐसा उत्तराधिकारी ढूंढने में विफल रहे हैं जो उनकी पार्टी को आगे ले जा सके। इसी के जवाब में पवार ने ये बात कही।
एनसीपी के लोग बीजेपी में शामिल होने के लिए बैग भरकर तैयार थे। एनसीपी को लेकर लिखे संपादकीय के बाद अब एनसीपी नेता छगन भुजबल नाराज हो गए हैं।
इंडिया टीवी के खास शो आप की अदालत में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जनता के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार की जमकर तारीफ की। जानिए क्या कहा-
एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा वापस लेने के बाद शरद पवार ने कहा कि मेरे इस्तीफा वापस लेने में अजित पवार की बड़ी भूमिका थी। जानें पहली बार क्या कहा शरद पवार ने-
शरद पवार ने एनसीपी अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। उधर, इस फैसले पर अजित पवार के नाराज होने की खबरें सामने आने लगी थी। लेकिन अजित पवार ने कहा कि वे नाराज नहीं हैं।
शरद पवार जब प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे उसी वक्त इंडिया टीवी की तरफ से यह सवाल आया कि मंच पर अजित पवार क्यों नहीं हैं? इस सवाल पर शरद पवार मुस्कुराने लगे।
शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि वह पुराना निर्णय वापस ले रहे हैं।
शरद पवार के NCP के अध्यक्ष पद से इस्तीफे के ऐलान के बाद से ही पार्टी के कार्यकर्ता उनसे ये फैसला वापस लेने की लगातार मांग कर रहे थे। इस्तीफा देने के बाद शरद पवार के सुर बदले बदले नजर आ रहे थे। इसी कड़ी में वह गुरुवार को भी आंदोलन कर रहे कार्यकर्ताओं के बीच बात करने पहुंचे थे।
गुरुवार को सामना के प्रकाशित एक अंक में कुछ ऐसा लिखा गया जो चौंकाने वाला है। इस अंक में लिखा गया- शरद पवार के इस्तीफे के फैसले के बाद जो रो रहे हैं, उनका एक पैर भारतीय जनता पार्टी में है और दूसरा पैर एनसीपी में है।
इस दौरान उन्होंने कहा था कि मैं आप सभी की इच्छा को नजरअंदाज नहीं करूंगा और उसी के मुताबिक फैसला लूंगा। इस्तीफा देने के बाद शरद पवार के सुर बदले बदले नजर आ रहे हैं।
शरद पवार ने कहा कि मैं आप सभी की इच्छा को नजरअंदाज नहीं करूंगा और उसी के मुतबिक फैसला लूंगा, मैं अगले एक या दो दिन में फैसला लूंगा।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार द्वारा अपने उत्तराधिकारी के चयन पर निर्णय के लिए बनाई गयी समिति की बैठक शुक्रवार को होगी।
पवार साहब की खासियत यह है कि वो दाएं हाथ से जो करते हैं उसकी खबर बाएं हाथ को नहीं लगने देते। पवार ने मंगलवार जो कदम उठाया उससे इस बात का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता कि उनकी स्कीम में आगे क्या है।
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