शरद पवार ने आज एक बार फिर कहा कि एनसीपी का अध्यक्ष में ही हूं। उन्होंने दिल्ली में पार्टी कार्यकारिणी की बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये बात कही।
मैं शरद पवार की इस हिम्मत की दाद दूंगा कि स्वास्थ्य उनका साथ नहीं देता, उम्र भी उनकी तरफ़ नहीं है, वो सारे नेता जिन्हें उन्होंने बनाया था साथ छोड़ गए, तो भी वो युद्ध के मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं.
दिल्ली में शरद पवार के आवास पर एनसीपी कार्यकारिणी की अहम बैठक हुई। इस बैठक प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे और शिंद सरकार में शामिल होनेवाले 9 विधायकों को पार्टी से निकालने से फैसला लिया गया।
अजित पवार ने अपने चाचा व एनसीपी चीफ शरद पवार से बगावत कर दी है। लेकिन यह इकलौती ऐसी पार्टी नहीं है जिसमें चाचा और भतीजे के बीच विवाद देखने को मिला है। इससे पहले भी कई बार चाचा-भतीजे के बीच विवाद देखने को मिला है जो चर्चा का कारण बन चुका है।
महाराष्ट्र की सियासत में सबसे बड़े ट्विस्ट के बाद अब एनसीपी में कब्जे की जंग शुरू हो गई है। चाचा शरद पवार और भतीजे अजित पवार के बीच पार्टी और पार्टी के निशान को लेकर खींचतान जारी है। इसके लिए आज शरद पवार दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर रहे हैं।
इस पोस्टर में शरद पवार की पीठ पर प्रफुल्ल पट्टेल को तलवार से हमला करते हुए दिखाया गया है। यह तस्वीर फिल्म बाहुबली के पोस्टर से ली गई है जिसमें कटप्पा बाहुबली की पीठ में तलवार मारता है।
महाराष्ट्र में बुधवार को दिनभर चले एनसीपी के सियासी ड्रामे के बाद शरद पवार के चहेते अनिल देशमुख ने अजित पवार को करारा जवाब दिया है। अजित ने शरद के रिटायरमेंट की बात कही तो देशमुख ने कहा-टाइगर अभी जिंदा है।
महाराष्ट्र में एनसीपी में आई दरार की पटकथा पहले ही लिखी जा चुकी थी। आखिर पवार परिवार में फूट क्यों पड़ी? जानिए इनसाइड स्टोरी-
महाराष्ट्र की सियासत में एनसीपी की एक मजबूत भूमिका रही है। लेकिन अब यह पार्टी लगभग दो भागों में बंट चुकी है। बागी गुट ने अजित पवार को एनसीपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया है। वहीं पार्टी पर कब्जे की लड़ाई अब चुनाव आयोग में भी पहुंच चुकी है।
एनसीपी में टूट के बाद चाचा-भतीजे के बीच सियासी जंग जारी है। भतीजे अजित पवार को चाचा शरद पवार ने दो टूक जवाब दिया है और कहा है कि पार्टी का चुनाव चिह्न हमारे पास है और हमारे पास ही रहेगा।
महाराष्ट्र की राजनीति में आज का दिन काफी उतार-चढ़ाव वाला चल रहा है। अजित पवार गुट और शरद गुट अपने-अपने समर्थकों के साथ जोर आजमाइश में लगा है। अजित पवार ने शरद के बारे में कहा तो सुप्रिया सुले ने करारा जवाब दिया।
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने चाचा शरद पवार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि शरद पवार अकेले फैसला लेते रहे, मैं उनका साथ देता रहा। शरद पवार के कहने पर मैंने सांसदी छोड़ दी थी।
NCP सुप्रीमो शरद पवार और उनके भतीजे अजीत पवार में पार्टी पर कब्जे के लिए चल रही जंग के बीच जूनियर पवार को बड़ा झटका लगा है।
शरद पवार ग्रुप की तरफ से विधायकों और पदाधिकारियों का एफिडेविट यानी कि प्रतिज्ञा पत्र बनवाया जा रहा है। शरद पवार गुट के विधायकों से ये लिखित में लिया जा रहा है कि वो शरद पवार के प्रति वफादार हैं और उनकी निष्ठा शरद पवार के प्रति है और वही उनके नेता हैं।
एनसीपी पर अजित पवार का दावा है कि उनके पास 40 विधायकों का समर्थन है तो वहीं शरद पवार गुट का कहना है कि 9 विधायक जिन्होंने शपथ ली है, उनको छोड़कर कोई उनके (अजित) साथ नहीं है।
शरद पवार और अजित पवार ने आज बैठक बुलाई है। जिससे इस बात का फैसला होगा कि असली एनसीपी कौन है। एक तरफ शरद पवार अपने पास संख्या बल होने का दावा कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ अजित पवार भी डटे हुए हैं।
महाराष्ट्र की सियासत के लिए बुधवार का दिन अहम रहने वाला है। टूट के बाद एनसीपी के दोनों धड़ों ने बैठक बुलाई है। उससे पहले अजित पवार ने कहा है कि ज्यादा विधायक हमारे पास हैं।
शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से मंगलवार को मुलाकात की। इस बड़ी मुलाकात के बाद संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने दावा किया कि जल्द ही महाराष्ट्र को नया सीएम मिलने जा रहा है।
महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा फेरबदल हुआ है और शरद पवार की एनसीपी में टूट होने के बाद सियासत चरम पर है लेकिन एनसीपी में टूट, धोखा है या गेम प्लान-जानिए इस ब्लॉग में।
पार्टी में हुई बगावत के बाद एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने विरोधी गुट को सख्त चेतावनी दी है कि वे उनसे इजाजत लिए बिना उनकी तस्वीर का इस्तेमाल नहीं करें।
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