प्रकाश अंबेडकर को बहुत हार्ड बार्गेनर माना जाता है। उनके इसी स्वभाव की वजह से सीट बंटवारे का मुद्दा इतना लंबा खिंच गया है। अब प्रकाश अंबेडकर को साथ लाने के लिए शरद पवार ने नई तरकीब निकाली है।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की बुआ सरोज पाटिल ने BJP पर भी गंभीर आरोप लगाए और कहा कि पार्टी सुप्रिया सुले को बारामती लोकसभा सीट से हटाना चाहती है और उनकी जगह सुनेत्रा पवार को लाना चाहती है।
सुप्रीम कोर्ट से शरद पवार गुट को बड़ा झटका लगा। शरद गुट की ओर से लोकसभा चुनावों में अजित पवार गुट द्वारा घड़ी चुनाव चिह्न के इस्तेमाल पर रोक लगाने की मांग की गई थी।
महा विकास अघाड़ी के दलों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर सहमति बन गई है। सूत्रों के मुताबिक, शिवसेना उद्धव गुट 22, कांग्रेस 16 और शरद पवार की पार्टी 10 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।
इस महारैली में इंडिया गठबंधन के तमाम नेता एक साथ मंच पर नजर आये। इसमें एनसीपी नेता शरद पवार, उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, आरजेडी प्रमुख तेजस्वी यादव, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला, आप नेता सौरभ भारद्वाज, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन और मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई नेता मौजूद रहे।
14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई भारत जोड़ो न्याय यात्रा का समापन आज मुंबई में हो गया। इस दौरान शिवाजी पार्क में एक रैली का आयोजन किया गया, जिसमें इंडिया गठबंधन के कई नेताओं ने हिस्सा लिया।
शरद पवार के इस ऐलान के बाद सभी की नजरें अजित पवार के फैसले पर टिक गई हैं। माना जा रहा है कि अजित पवार अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को सुप्रिया सुले के खिलाफ चुनाव में उतार सकते हैं।
अजित पवार अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को बारामती से चुनाव में उतार सकते हैं। सुनेत्रा बारामती में बतौर सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में काम करती हैं। अगर ऐसा होता है तो सुप्रिया सुले की उनसे सीधी टक्कर हो सकती है।
शरद पवार ने लोनावला में एक कार्यकर्ता सभा को संबोधित करते हुए अजित पवार को अप्रत्यक्ष रूप से चेतावनी दे दी। शरद पवार ने कहा कि मेरे रास्ते में आये तो फिर मुझे भी शरद पवार कहते हैं।
माना जा रहा है कि MVA के बीच सीट शेयरिंग को लेकर ये अंतिम दौर की बैठक हो सकती है। इस बीच सभी दलों के बीच सीट डिमांड को लेकर भी बड़ा अपडेट सामने आया है।
एनसीपी (शरद गुट) प्रमुख शरद पवार को लेकर कयासबाजी लग रही है. वो इसलिए क्योंकि उन्होंने पहले तो सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस और अजीत पवार को खाने पर बुलाया जब वे नहीं आए तो खुद नमो रोजगार मेले में पहुंच गए।
शरद पवार ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, दोनों उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और अजित पवार को 2 मार्च के दिन अपने आवास पर लंच के लिए आमंत्रित किया था। अब इन तीनों ही नेताओं ने शरद पवार के इस न्योते को ठुकरा दिया है।
महाराष्ट्र की राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार ने अपना एक और दांव चला है। उन्होंने 2 मार्च को सीएम एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और अजित पवार को खाने पर बुलाया है।
बारामती लोकसभा सीट पर इस बार लड़ाई बेहद ही रोचक रहने वाली है। इस बार चुनावों में ननद और भाभी एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ती हुई नजर आ सकती हैं। दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ तलवारें भी खींच ली हैं।
83 वर्षीय शरद पवार 4,400 फीट ऊंचे रायगढ़ किले के बेस में अपने वाहन से उतर गए और उन्हें एक खुली 'पालकी' पर बिठाया गया, जिसे थोड़ी दूर स्थित रोपवे प्रवेश द्वार तक आधा दर्जन कहार उठाकर ले गए।
महाराष्ट्र की राजनीति में लगातार उठा-पटक देखने को मिल रहा है। कभी कोई कांग्रेस का साथ छोड़ रहा है, तो कभी एनसीपी की कमान अजित पवार को मिल जा रही है। हालांकि इस बीच शरद पवार की पार्टी को नया चुनाव चिह्न मिल चुका है। आप भी जरूर देखिए।
लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां जोरों पर है। इस बीच राहुल गांधी और शरद पवार ने एक दूसरे से फोन पर बात की है। दरअसल राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में सीट बंटवारे को लेकर शरद पवार से चर्चा की और उसे जल्द से जल्द सुलझाने की बात कही है।
शरद पवार ने कहा कि संसद में आम लोगों से जुड़े मुद्दे और नीतिगत फैसलों पर चर्चा होती है लेकिन पीएम मोदी थोड़ी देर के लिए ही आते हैं।
पार्टी के चुनाव चिह्न को लेकर चल रहे विवाद के बीच आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले को शरद पवार ने लोकतंत्र की जीत बताया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम संविधान के लिए लड़ना जारी रखेंगे।
एनसीपी अब अजित पवार के नाम हो चुकी है। लेकिन इसपर लड़ाई और बयानबाजी अब भी जारी है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी के लिए एनसीपी-शरदचंद्र पवार नाम का वे इस्तेमाल अगले आदेश तक कर सकते हैं।
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