22 जनवरी को अयोध्या में होनेवाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले चारों शंकराचार्यों में मतभेद के सवाल पर पुरी के शंकाचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि किसी तरह का मतभेद नहीं है।
शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि ध्यान देने की आवश्यकता ये है कि लगभग 100 वर्षों से जिस ढंग से विकास को परिभाषित किया गया है, उसी वजह से ये हो रहा है।
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