Shani Chalisa: शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा का विधान है। इस दिन शनि चालीसा का पाठ करना उत्तम माना जाता है। शनिवार के दिन शनि चालीसा का पाठ करने से शनि की महादशा से मुक्ति मिलती है।
Graha Rashi Parivartan: शनि मार्गी अवस्था में रहकर कई राशियों को धन दौलत और शोहरत से सराबोर करने वाले हैं।
Shani Pradosh Upay: 5 नवंबर को शनि प्रदोष व्रत है। शनिवार को पड़ने वाले प्रदोष व्रत को शनि प्रदोष व्रत कहा जाता है। ऐसे में इन कुछ आसान उपाय की मदद से शनिदेव को खुश किया जा सकता है।
Shani Upay: शनिदेव से जुड़े कुछ उपायों को करने से व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं।
Shani Shubh Sanket: यदि शनिदेव नाराज़ हो जाएं, तो लोगों का जीवन बर्बाद हो जाता है। लेकिन शनि की कृपा बरसने लगे तो जीवन में कभी कोई तकलीफ नहीं होगी।
Shaniwar Upay:आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए कुछ ऐसे उपाय, जिन्हें अगर आप शनिवार के दिन करते हैं तो इससे आपके घर में माँ लक्ष्मी का आगमन होगा।
न्याय के देवता शनिदेव 23 अक्टूबर से अपनी चाल बदलेंगे और मार्गी हो जाएंगे। जिसका असर सभी राशियों पर देखने को मिलेगा। कर्मों के हिसाब से फल देने वाले शनिदेव प्रसन्न हो तो व्यक्ति को सुख-संपत्ति, वैभव और मोक्ष मिलता है।
Shani Mahadasha Upay: हर व्यक्ति के कुंडली में शनि की स्थिति अलग होती है। इतना ही नहीं, अपने कर्मों के अनुसार शनि के प्रभावों से व्यक्ति को गुजरना पड़ता है। ऐसे में शनि की महादशा से बचने के लिए करें ये उपाय।
Shani Margi 2022: 23 अक्टूबर, शुक्रवार को शनि ग्रह की चाल में परिवर्तन होगा। शनि वर्तमान में मकर राशि में वक्री अवस्था में हैं। 23 अक्टूबर को शनि मार्गी हो जाएंगे।
Shaniwar Upay: तरक्की, शुभ फलों की प्राप्ति और संतान सुख के लिए आपको कौन से उपाय करने चाहिए ये सब जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, भादो मास में शनि अमावस्या का होना काफी दुर्लभ माना जाता है। क्योंकि ऐसा संयोग 2008 में बना था। ज्योतिषों के अनुसार, 14 साल पहले 30 अगस्त 2008 को भादो मास में शनि अमावस्या का योग बना था।
Shanivar Ke Upay: जानिए मनोवांछित फल पाने के लिए शनिवार के दिन आपको कौन से विशेष उपाय करने चाहिए?
Shani Vakri 2022: शनि देव के मकर राशि में प्रवेश करने से इन 3 राशियों को होगा जबरदस्त धनलाभ, जाने कौन सी हैं वो राशियां?
Shani Dev Puja: शनिवार का दिन शनिदेव की पूजन के लिए विशेष होता है। शनि वह देवता हैं जो रंक को राजा बना सकते हैं, लेकिन इनकी पूजा में कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
Shani Transit 2022: कल 12 जुलाई 2022 को शनि मकर राशि में जाएंगे और उसके बाद वो इन 5 राशि वालों की जिंदगी में साढ़े साती और ढैय्या का बेहद मुश्किल समय लाएंगे।
Shani Vakri Gochar 2022: शनि आज यानी कि 12 जुलाई को वक्री गति करते हुए मकर राशि में गोचर कर चुके हैं। इस दौरान मिथुन राशि पर शनि की ढैय्या और मकर, कुंभ राशि पर साढ़ेसाती शुरू गई। ये गोचर किन राशियों के लिए अशुभ फल दे रहा है आइए जानते हैं।
Shani Vakri Gochar 2022: शनि की उल्टी चाल 5 राशियों पर बहुत भारी पड़ने वाली है, क्योंकि किसी की लगने वाली है साढ़े साती, तो किसी के जीवन में शनि की ढैया का असर दिखेगा।
शनि ग्रह 12 जुलाई को सुबह 10 बजकर 27 मिनट पर मकर राशि में गोचर करने वाले हैं। इसके बाद 6 माह इस राशि में रहने का बाद 7 जनवरी 2023 तक शनि कुंभ राशि में गोचर करेगा।
5 जून को शनि ग्रह इसी प्रकार कुंभ राशि में 141 दिनों के लिए वक्री हो चुके हैं। शनि का यह वक्री गति में भ्रमण करना कई महत्वपूर्ण प्रभाव आम जनमानस पर डालेगा। ज्योतिषी पिनाकी मिश्रा से जानते हैं।
चिराग बेजान दारूवाला से जानिए शनि की साढ़ेसाती के दौरान क्या लक्षण मिलते हैं और किन उपायों से आप शनि की साढ़ेसाती के दुष्प्रभावों से बच सकते हैं।
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