सरकार ने खास रणनीति के तहत मीटिंग का समय बदला और जो बैठक शाम पांच बजे होनी थी, वह दोपहर 11 बजे ही शुरू हो गई। बैठक के बाद जब किसान मोहाली पहुंचे तो सरकार ने एक्शन शुरू कर दिया था।
पंजाब पुलिस ने एक साल से अधिक समय से डेरा डाले किसानों को शंभू और खनौरी सीमा से हटा दिया है। शंभू बॉर्डर आम लोगों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है। सड़क की मरम्मत का काम जारी है।
पंजाब पुलिस ने शंभू और खनौरी बॉर्डर से 13 महीने बाद किसानों को हटा दिया, और 200 से अधिक किसानों को हिरासत में लिया। पुलिस ने टेंट, शेड और मंच बुलडोज़र से हटा दिए हैं।
इससे पहले चंडीगढ़ में किसानों और सरकार के बीच सातवें दौर की बातचीत बेनतीजा रही। हालांकि, बाचतीत में शामिल केंद्रीय मंत्रियों ने किसानों के हित को सर्वोपरि बताया।
शंभू और खन्नौरी बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है। इस बीच खाप पंचायतों ने इस आंदोलन को संमर्थन देने के संकेत दिए हैं। खाप पंचायतों का कहना है कि केंद्र सरकार अगर 10 दिन में मु्द्दों का निपटारा नहीं करती तो 29 दिसंबर को महापंचायत बड़ा फैसला लेगी।
पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर आंसू गैस के गोले लगने से कुछ किसानों के घायल होने के बाद प्रदर्शनकारी किसानों ने MSP के लिए कानूनी गारंटी समेत विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली की ओर अपना पैदल मार्च शुक्रवार को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया।
पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर पिछले 9 महीने से कैंप लगाकर बैठे किसानों का दिल्ली कूच शुरू हो गया है.. 101 किसानों का जत्था शंभू बॉर्डर से दिल्ली की ओर बढ़ रहा है।
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है। आज शुक्रवार को पंजाब-हरियाणा के बॉर्डर पर किसानों को रोक दिया गया। आइये जानते हैं कि किसानों की प्रमुख मांगें क्या हैं...
शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसानों के प्रदर्शन के बीच आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने एक कमेटी का गठन किया है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि किसानों के मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट 22 अगस्त को शंभू बॉर्डर को खोलने के मामले पर अहम सुनवाई करने वाला है। शंभू बॉर्डर पर 13 फरवरी से किसान ट्रैक्टर और ट्रॉलियों के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने शंभू बॉर्डर को आंशिक रूप से खोलने का आदेश दिया है। कोर्ट ने कहा कि एंबुलेंस, सीनियर सिटीजन्स, महिलाओं, छात्रों आदि के लिए हाइवे का एक लेन खोल देना चाहिए।
12 जुलाई को शीर्ष अदालत ने हरियाणा सरकार से बैरिकेड्स हटाने को कहा था और राजमार्ग अवरुद्ध करने के उसके अधिकार पर सवाल उठाया था।
पंजाब के शंभू बॉर्डर पर रेलवे ट्रैक से किसानों का धरना खत्म होगा। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि किसान शंभू बॉर्डर पर रेलवे ट्रैक को किसान आज खाली कर देंगे।
पंजाब और आसपास के इलाकों में चल रहे किसानों के आंदोलन की वजह से अंबाला के व्यापारियों का काफी नुकसान हो रहा है जिसके बाद उन्होंने इस मामले का हल निकालने के लिए देश के चीफ जस्टिस और चुनाव आयोग को पत्र लिखा है।
किसान आंदोलन का आज 12वां दिन है..किसानों के प्रोटेस्ट को अभी 2 हफ्ते भी नहीं हुए हैं और ये सवाल पूछा जाने लगा है कि क्या किसान आंदोलन दम तोड़ रहा है..ये सवाल गैरवाजिब भी नहीं है..किसान नेता अपने दिल्ली कूच के एलान को लेकर जिस तरह एक के बाद एक सीज़फायर की डेडलाइन बढ़ाते जा रहे हैं, उसे देखते हुए ये क
अंबाला पुलिस ने नोटिस जारी करते हुए ऐलान किया है कि किसान आंदोलन के नाम पर सरकारी व प्राइवेट सम्पत्ति को किए गए नुकसान की भरपाई आन्दोलनकारियों से ही की जाएगी। इसे लेकर नोटिस भी जारी किया गया है।
हरियाणा और पंजाब की सीमा पर किसानों का जमावड़ा अभी भी लगा हुआ है। वहीं शंभू बॉर्डर पर सरकार द्वारा की गई घेराबंद को हटाने के लिए किसानों ने पूरी तैयारी कर ली है। इसके लिए पोकलेन मशीन भी मंगाई गई है।
प्रदर्शनकारी किसान हरियाणा के साथ लगती राज्य की सीमा पर दो बिंदुओं शंभू और खनौरी पर रुके हुए हैं। पंजाब के भीतर किसानों को आवाजाही में ज्यादा समस्या नहीं हुई लेकिन हरियाणा बोर्डर पर उन्हें रोक दिया गया।
चंडीगढ़ में हुई इस बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए सरकार ने कहा कि कुछ मुद्दों पर सहमति बनी है। हालांकि कुछ विषयों पर अभी वार्ता जारी है। अब रविवार को चौथे दौर की वार्ता भी चंडीगढ़ में ही होगी।
वीडियो में दिख रहा है कि लोगों की भीड़ पत्थर इकट्ठा करके ला रही है, फिर उन्हें तोड़कर पुलिस के ऊपर फेंक रही है। हरियाणा पुलिस ने हा कि यह एक साजिश है क्योंकि वे कैरी बैग में पत्थर लेकर आए थे और उन्होंने अपना चेहरा भी ढक लिया था।
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