भारतीय रिजर्व बैंक ने आज एक बड़ा फैसला सुनाते हुए देश के दो राज्यों में मौजूद दो बैंकों को बंद करने का आदेश दिया है।
शेयर मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि जिस तरह से बैंकों का एनपीए घटा है और बैलेंस सीट सुधरा है, वह बैंकिंग स्टॉक के लिए अच्छी खबर है। बैंक अब पहले से ज्यादा मजबूत हो गए हैं। इसका फायदा भारतीय अर्थव्यवस्था को भी मिलेगा। बैंक अपने कारोबार को विस्तार दे पाएंगे। इससे उनकी कमाई बढ़ेगी। कमाई बढ़ने पर शेयरों में तेजी आएगी। छोटे
ग्राहक सेवा महत्वपूर्ण है। ग्राहकों के लिये बैंक से जुड़ी शिकायतों के निपटान के लिये सीएमएस पोर्टल समेत कई कदम उठाये गये हैं। कुछ खामियां हैं जिनमें सुधार के लिए बैंक प्रबंधन को ध्यान देना होगा।
मूल्य के हिसाब से मार्च 2023 में कुल 3.62 लाख करोड़ रुपये के नोट 2,000 रुपये के थे।
MPC Meeting Details: सरकार ने RBI को खुदरा महंगाई को दो प्रतिशत घटबढ़ के साथ चार प्रतिशत तक सीमित रखने का दायित्व सौंपा हुआ है। केंदीय बैंक उस जिम्मेदारी को निभा रहा है।
RBI Governor instruction 2,000 Rupee Notes: अगर आपके पास 2,000 रुपये का नोट अभी भी बचा हुआ है तो ये खबर आपके लिए है। आरबीआई गवर्नर ने इसको लेकर बड़ी जानकारी दी है।
देश में घटती महंगाई और सुधरते आर्थिक माहौल के बीच रिजर्व बैंक (RBI) इस साल के अंत तक ब्याज की दरों में बदलाव कर सकता है। इससे होम (Home Loan) और कार लोन (Car Loan) लेने वालों को राहत मिल सकती है।
RBI Governor Shaktikanta Das: देश में महंगाई पर लगाम लगाने के लिए RBI लगातार काम कर रहा है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आने वाले समय में ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने को लेकर बड़ी जानकारी दी है।
RBI Governor On 2000 Note Banned: 2 हजार का नोट बदलने को लेकर RBI गवर्नर शक्तिकांत दास(Shaktikanta Das) का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि बाजार में दूसरे नोटों की कमी नहीं है।
2000 रुपये के नोट बैंक में जमा करने की आखिरी तारीख 30 सितंबर तय की गई है। इस पर जवाब देते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि उन्होंने उम्मीद है कि इस तरीख तक सारे नोट बैंक के पास आ जाएंगे।
2 हजार का नोट बदलने को लेकर RBI गवर्नर शक्तिकांत दास का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि इस नोट की लाइफ साइकिल पूरी हुई। बाजार में नोटों की कमी नहीं है।
गवर्नर ने इसके साथ ही बैंकों को सतर्क रहने के लिए आगाह करते हुए कहा कि दुनियाभर में परंपरा से हटकर नीतियां अपनाई जा रही हैं। ऐसे में वित्तीय क्षेत्र में किसी तरह का ‘आश्चर्य’ कहीं से भी देखने को मिल सकता है।
सरकार ने आरबीआई को यह जिम्मेदारी दी है कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रहे।
दास ने कहा कि जहां तक आरबीआई की बात है तो बीते कुछ वर्षों में केंद्रीय बैंक ने गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों समेत पूरी बैंकिंग प्रणाली पर निगरानी और नियमन को बेहतर और सख्त किया है।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक के कच्चे तेल के उत्पादन को घटाने के फैसले से मुद्रास्फीति का परिदृश्य गतिशील बना हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शक्तिकांत दास को वर्ष 2023 का गवर्नर ऑफ द ईयर पुरस्कार मिलने पर बधाई दी। मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि यह देश के लिए अत्यंत गर्व का विषय है कि दास को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
विनिमय दरों में जारी अस्थिरता के कारण बाहरी ऋण चुकाने की क्षमता पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में दास ने कहा, ‘‘हमें डरने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि हमारा बाहरी ऋण प्रबंधन योग्य है।
देश की मुद्रास्फीति जनवरी 2023 में बढ़कर 6.52 प्रतिशत हो गई, जो आरबीआई के सहनशील स्तर छह प्रतिशत से अधिक है।
सतत वृद्धि के व्यापक उद्देश्य को देखते हुए हमारा मानना है कि मौजूदा चक्र में यह ब्याज दरों में आखिरी वृद्धि है।
आरबीआई गवर्नर ने क्रिप्टोकरेंसी के भारत में बैन करने को लेकर बड़ा बयान दिया है। इससे पहले भी एक बार इस तरह की जानकारी सामने आई थी। आइए यहां पूरी रिपोर्ट पढ़ते हैं।
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