रिजर्व बैंक ने घरेलू गतिविधियों में नरमी तथा वैश्विक स्तर पर व्यापार युद्ध बढ़ने के मद्देनजर चालू वित्त वर्ष 2019-20 के लिए आर्थिक वृद्धि दर अनुमान को गुरुवार को कम कर 7 प्रतिशत कर दिया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मॉनेटरी कमिटी (Monetary policy) ने आज (Monetary policy) पॉलिसी रेट में 0.25 फीसदी की कटौती कर दी है। ताजा कटौती के बाद रेपो रेट 5.75 फीसदी पर आ गया है।
भारत के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने अपनी दरों को रेपो रेट से लिंक कर दिया है और इसके घटने के बाद वह भी अपनी ब्याज दरों में कटौती करेगा।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तरफ से आज चालू वित्त वर्ष 2019-20 की दूसरी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा नीति का ऐलान कर दिया गया है
इस बैठक में चर्चा होने के बाद ओसाका में जी-20 देशों के नेताओं का शिखर सम्मेलन होने वाला है। वित्त मंत्रियों की इस बैठक में बढ़ते संरक्षणवाद तथा वैश्विक वृद्धि एवं व्यापार पर इसके असर पर चर्चा हो सकती है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने रविवार को निर्वतमान वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की। दास ने ट्वीट में बताया कि यह एक शिष्टचार भेंट थी।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) 10 रुपए का नया नोट लाएगा जिस पर गवर्नर शक्तिकान्त दास के हस्ताक्षर होंगे।
केंद्रीय बैंक जल्द ही नए फीचर्स के साथ 20 रुपए का नया नोट जारी करने वाला है।
रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति पर तटस्थ रुख बरकरार रखा है। रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए 7.20 प्रतिशत की दर से जीडीपी वृद्धि का पूर्वानुमान लगाया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने 11 दिसंबर, 2018 को दास को तीन साल के लिए केंद्रीय बैंक का गवर्नर नियुक्त करने को मंजूरी दी थी।
अभी तक सात पेमेंट्स बैंक अपना परिचालन शुरू कर चुके हैं।
सूत्रों ने कहा कि नीतिगत बैठक से पहले परामर्श के लिए यह मुलाकात मुंबई में होगी। गवर्नर ने बैठक के लिए व्यापार संगठनों और क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों के अलावा ऑल इंडिया बैंक डिपॉजिटर्स एसोसिएशन को भी बुलाया है।
केंद्रीय बैंक ने एक विज्ञप्ति में कहा कि महात्मा गांधी श्रृंखला के तहत 100 रुपए के नोटों की नई श्रृंखला को जल्द व्यवस्था में डाला जाएगा। इस पर दास के हस्ताक्षर होंगे।
इस महीने की शुरुआत में रिजर्व बैंक ने प्रमुख नीतिगत रेपो दर को 0.25 प्रतिशत घटाकर 6.25 प्रतिशत कर दिया।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गुरुवार को छठी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा पेश की। इसकी मुख्य बातें निम्नलिखित हैं:
रेपो रेट में कटौती के बाद अब गेंद बैंकों के पाले में चली गई है, इस फैसले से बैंकों के पास लिक्विडिटी बढ़ेगी और बैंक इसका लाभ ब्याज दरों में कटौती करके ग्राहकों तक पहुंचा सकते हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने सोमवार को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) के साथ बैठक की। इस बैठक में गवर्नर ने बैंकों को बताया कि केंद्रीय बैंक की बैंकिंग क्षेत्र से क्या उम्मीदें हैं।
कुल मिलाकर 2017-18 के लिए रिजर्व बैंक ने सरकार को 50,000 करोड़ रुपए का लाभांश दिया था।
मंगलवार को मुंबई में गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के साथ उनकी स्थिति पर बातचीत की जाएगी।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को कहा कि कर्ज देने के लिए बैंकों की नकद धन की आवश्यकताओं को फिलहाल पूरा किया जा चुका है और यदि अर्थव्यवस्था में तरलता की दिक्कत हुई तो केंद्रीय बैंक आवश्यक और कदम उठाएगा।
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