दिल्ली के शाहीनबाग में भीषण आग लगने की वजह से 3 रेस्टोरेंट जलकर खाक हो गए हैं। हालांकि फायर बिग्रेड ने आग पर काबू पा लिया है। आग शाहीनबाग के चालीस फुटा रोड पर लगी थी।
2019 में दिल्ली का शाहीन बाग सीएए-एनआरसी विरोधी आंदोलन का सबसे बड़ा मरकज बना था... जिस शाहीन बाग से देश में सीएए विरोधी माहौल का बीज रोपा गया... वो पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट का हिस्सा है... इस सीट पर मुसलमान 18.9 फीसदी... सिख और पंजाबी मिलकर 16 फीसदी... ब्राह्मण 11.9 फीसदी.. दलित 15.9 फीसदी... वैश्य
देश में CAA लागू होने के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया के कुछ छात्रों ने सोमवार की शाम परिसर में विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद वहां सुरक्षा बढ़ा दी गई।
अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए DDA ने शाहीन बाग में फर्नीचर की कई दुकानों पर बुलडोजर चलवा दिया। DDA की कार्रवाई को देखते हुए इलाके में बड़ी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई है।
एक नया मुस्लिम महागठबंधन बन रहा है. इस बार Delhi से करीब 300 किमी दूर बन रहा है. हल्द्वानी में नई बिरयानी पक रही है.पकाने वाले तो कुछ लोग वही हैं जो शाहीन बाग में पका रहे थे. एक नया मुस्लिम आंदोलन पटरी पर आ गया. छोटे छोटे बच्चों के हाथों में तख्तियां हैं.
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान एक नाम सबसे ज्यादा मशहूर हुआ था वो नाम था मुस्लिम बहुल इलाका शाहीन बाग। दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में 5 वार्ड आते हैं। इस सीट के सभी वार्डों पर नतीजे आ गए हैं।
दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में काफी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान संपन्न हुआ था। इस इलाके में दिल्ली पुलिस, अर्धसैनिक बल के जवानों के साथ ही उत्तर प्रदेश से आए हजारों होमगार्ड सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए थे।
PFI: गृह मंत्रालय के द्वारा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) बैन लगाने के बाद दिल्ली पुलिस ने यह पहली गिरफ्तारियां की हैं। हालांकि पुलिस ने गिरफ्तार किये गए लोगों का नाम नहीं बताया है।
दिल्ली में बुलडोजर का एक्शन लगातार जारी है। 13 मई तक दिल्ली के अलग-अलग जगहों पर अवैध कब्जे हटाए जाएंगे। पर MCD की लिस्ट में जामिया कॉलोनी का नाम नहीं है। बता दें, सूखी यमुना तट पर जामिया कॉलोनी का विस्तार तेजी से हो रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि इस विस्तार पर MCD का बुलडोजर कब चलेगा?
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) ने अमानतुल्लाह खान और उनके समर्थकों के खिलाफ सोमवार को शाहीन बाग में अतिक्रमण रोधी अभियान में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के शाहीन बाग में अतिक्रमण रोधी अभियान के खिलाफ सोमवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) द्वारा दायर याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया और कहा कि वह मामले में किसी राजनीतिक दल के कहने पर हस्तक्षेप नहीं कर सकता।
अतिक्रमण रोधी अभियान को अंजाम देने के लिए दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) के अधिकारियों के बुलडोजर के साथ सोमवार को नगर के शाहीन बाग इलाके में पहुंचते ही महिलाओं सहित सैकड़ों स्थानीय लोगों ने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया।
दिल्ली का शाहीनबाग एक बार फिर हंगामे से गूंज रहा है। आज सोमवार को यहां अतिक्रमण हटाने के लिए फिर एमसीडी की टीम पहुंची।
शाहीनबाग में आज सोमवार को एमसीडी की शाहीनबाग में अतिक्रमण विरोधी मुहिम चल रही है।
दिल्ली में आज बुलडोजर नहीं चलेगा। शाहीन बाग, कालिंदी कुंज और जामिया नगर में अतिक्रमण के विरोध में कार्रवाई होनी थी। बता दें अवैध निर्माण के खिलाफ दक्षिणी दिल्ली नगर निगम कार्रवाई कर रहा है। बताए गए प्लान के मुताबिक बुधवार को तुगलकाबाद के करणी शूटिंग रेंज इलाके में अतिक्रमण हटाया गया।
अब तक इस मामले में कुल 4 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। इस पूरे मामले में नार्को-आतंकवाद से संबंध की कड़ियां जुड़ने लगी हैं।
एक बार फिर से दिल्ली में अवैध कब्जे के खिलाफ बुलडोजर चलाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए 12 जगहों की पहचान कर ली गई है। सर्वेक्षण का काम किया जा रहा है।
सोमवार तक फिलहाल हिजाब पहनना मना है। लेकिन हिजाब पर सियासत अभी भी चालू है। आज उत्तर प्रदेश चुनाव में ओवैसी भाईजान ने हिजाब का मुद्दा एक बार फिर उठाया। इससे भी बड़ी घटना दिल्ली में हुई। वही पुराने नारे सुनाई दिए। वही पुराने कैरेक्टर दिखाई दिए। शाहीन बाग़ में अब एक नई प्रयोगशाला खुली है। हकीकत क्या है में आज जानिए शाहीन बाग में क्या हो रहा है?
योगी आदित्यनाथ ने सीएए के नाम पर सांप्रदायिक उन्माद भड़काने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।
यूपी के चुनावी संग्राम में शाहीन बाग की एंट्री हो गई है। किसानों के नाम पर मुस्लिम वोट बैंक के लिए शाहीन बाग का कार्ड खेला जा रहा है। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी के बाराबंकी में शाहीन बाग का जिक्र किया। उन्होंने मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि कृषि कानूनों की तरह CAA कानून भी वापस लिया जाए और अगर ऐसा नहीं होता है तो दिल्ली की तर्ज पर यूपी में जगह-जगह शाहीन बाग बनाएंगे। देखिए मुक़ाबला अजय कुमार के साथ।
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