'हम हमेशा पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी जैसा संबंध चाहते हैं। लेकिन ऐसा अनुकूल माहौल होना चाहिए जिसमें आतंक, दुश्मनी या हिंसा न हो।'
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि पाकिस्तान ने एक ''सबक'' सीख लिया है और वह भारत के साथ शांति से रहना चाहता है।
पीएम मोदी का एक पुराना वीडियो शेयर करते हुए एक पाकिस्तानी ट्विटर यूजर ने लिखा, 'अगली बार नरेंद्र मोदी को 'इस्लामिक विरोधी' कहने से पहले दो बार सोचें।'
''बातचीत के लिए भीख मांगना पाकिस्तान की नीति नहीं है और हम शहबाज शरीफ के रुख का कड़ा विरोध करते हैं। उन्हें कश्मीर बेचने की इजाजत नहीं दी जाएगी।''
अप्रैल 2022 में अविश्वास प्रस्ताव के जरिये इमरान खान को प्रधानमंत्री पद से हटाए जाने के बाद नेशनल असेंबली के 131 PTI सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो पाकिस्तान में इन दिनों खूब वायरल हो रहा है। इसमें पीएम मोदी कह रहे हैं कि 'हमने पाकिस्तान को दुनियाभर में कटोरा लेकर भीख मांगने के लिए मजबूर कर दिया है। इस वीडियो को लेकर इमरान खान की पार्टी के नेता शहबाज सरकार को घेर रहे हैं।
पाकिस्तान के पीएम ने वित्तीय सहायता के लिए सऊदी अरब को धन्यवाद भी दिया। उन्होंने कहा कि पिछले 75 वर्षो के दौरान विभिन्न सरकारें, चाहे राजनीतिक नेतृत्व के नेतृत्व में हों या सैन्य तानाशाहों की, आर्थिक मुद्दों का समाधान नहीं कर सकी हैं।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि राष्ट्रपति आरिफ अल्वी जल्द ही प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से विश्वास मत का सामना करने के लिए कहेंगे। खान का यह बयान ऐसे समय आया है जब उन्होंने देश में मध्यावधि चुनाव के लिए सरकार पर दबाव बनाने के प्रयास तेज कर दिये हैं।
सर्दी के मौसम में पाकिस्तान की सियासत एक बार फिर गर्म हो गई है। पाकिस्तान की पंजाब विधानसभा को भंग कर दिया गया है। इसके साथ ही पूर्व पीएम इमरान खान ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर देश में जल्द चुनाव का दबाव बनाना तेज कर दिया है।
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने कहा, अतीत में अराजकता और विरोध प्रदशनों पर समय बर्बाद किया गया था। उन्होंने कहा कि सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त किया जाता, तो विदेशों से कर्ज से लेने से बचा जा सकता था।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश की सरकार में शामिल नेताओं पर जमकर निशाना साधा है, जबकि भारत की तारीफ में कसीदे पढ़े हैं।
राष्ट्रीय आम सहमति बनाने के बजाय देश के प्रभावशाली तबके, राजनेता और मीडिया समेत सभी लोग अपनी गलतियों पर पर्दा डालने और विरोधियों के खिलाफ कीचड़ उछालने में व्यस्त हैं।
पाकिस्तान में महंगाई की वजह से हालात बिगड़ गए हैं। लोगों के पास खाने के लिए आटा नहीं है। आटे की कालाबाजारी हो रही है, जिसकी वजह से लोग सड़कों पर उतर आए हैं। जनता के बीच आक्रोश का माहौल है और गृह युद्ध जैसे हालात हैं।
आर्थिक रूप से कंगाल और कर्ज के जाल में जकड़े पाकिस्तान की महंगाई ने भी कमर तोड़ दी है। शहबाज शरीफ सरकार सत्ता संभालने के बाद से कोई भी बड़ी मदद पाकिस्तान के गरीबों को नहीं दे पाई है। यहां आटे और चावल जैसे खाद्यान्न के भाव आसमान छू रहे हैं। जानें वहां क्या हैं हालात?
पाकिस्तान ने आईएमएफ से छह अरब डॉलर की मदद मांगी थी, लेकिन अभी तक इस मदद में 1.1 अरब डॉलर की मंजूरी नहीं मिली है। यह राशि नवंबर में ही मिलनी थी।
कंगाल होने की कगार पर पहुंच गया है पाकिस्तान, लेकिन अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है। झूठ और फरेब पाकिस्तान की रगों में है। इसका उदाहरण खुद पाक पीएम शहबाज शरीफ ने दिया है। उन्होंने कर्ज के लिए आईएमएफ से जुड़ा गलत दावा पाक की जनता के सामने पेश किया, लेकिन उनकी पोल खुल गई। पढ़िए क्या है पूरा मामला?
पाकिस्तान पुलिस ने शनिवार को पंजाब प्रांत में एक खुफिया अभियान के दौरान टीटीपी के पांच आतंकवादियों को गिरफ्तार किया। वहीं दक्षिण वजीरिस्तान के मुख्यालय वाना में शुक्रवार को 5,000 से अधिक स्थानीय लोगों ने अपने क्षेत्रों में बढ़ती हिंसा, आतंकवाद और अपहरण के खिलाफ एक रैली निकाली।
अवामी मुस्लिम लीग सुप्रीमो शेख राशिद अहमद ने आरोप लगाया है कि शहबाज शरीफ की सरकार पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता इमरान खान को धीमा जहर देकर मारने की कोशिश कर रही है।
''प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अमेरिका को खुश करने के लिए पूरी पार्टी को झोंक दिया है। बिलावल अभी बच्चा हैं, इस बेचारे ने अभी तक युद्ध की स्थिति नहीं देखी है।''
Ex PM Imran Khan on Pakistan Election: महीनों से प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के खिलाफ मोर्चा खोल रहे पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने पाकिस्तान सरकार की ओर से नेशनल एसेंबली के इलेक्शन की तारीख घोषित नहीं करने पर पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा की विधानसभा भंग करने की तारीख भी बता दी है।
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