पाकिस्तान में लोकसभा चुनाव 2023 की आहट तेज हो गई है। इस बीच पूर्व पीएम नवाज शरीफ और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के बीच गुप्त मुलाकात की भी खबरें हैं। इससे पाकिस्तान के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का माहौल गर्म है। इधर इमरान खान को सरकार ठंडा करने में जुटी है।
भारत के दुश्मन पाकिस्तान के साथ रूस करीबी बढ़ा रहा है। तेल के जहाज कराची पोर्ट भेजने के बाद अब रूस के डिप्टी विदेश मंत्री इस्लामाबाद की यात्रा पर आ रहे हैं। पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के बीच रूस का पाकिस्तान के करीब आना चौंकाने वाला कदम है।
पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने कोर्ट में कहा है कि उनके पास हत्या के प्रयास व धमकी के आरोपों के संबंध में पीएम शहबाज शरीफ, गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह समेत सेना के किसी अधिकारी के खिलाफ कोई सुबूत नहीं हैं। बता दें कि खान ने पैर में गोली लगने पर उक्त लोगों पर हत्या के प्रयास का आरोप लगाया था।
शपथग्रहण से पहले तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने सभी विदेशी मेहमानों का गले लगकर स्वागत किया। इस दौरान एर्दोगन से पाक पीएम शहबाज शरीफ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नकल करते हुए गले मिले। लेकिन पीएम मोदी की नकल में गले मिलना शहबाज को भारी पड़ गया।
पाकिस्तान के शिक्ष मंत्री ने एक जहरीला बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इमरान खान भारतीय गुप्तचर एजेंसी 'रॉ' के एजेंट हैं। उन्होंने कहा कि इमरान खान दुश्मनों के एजेंडे को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।
इमरान ने एक वीडियो ट्वीट कर लिखा- शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करने के लिए किसी भी लोकतांत्रिक देश में महिलाओं को कभी अपमानित नहीं किया गया।
इमरान खान ने बैकफुट पर आते हुए पाकिस्तान की सत्तासीन शहबाज सरकार से बातचीत का प्रस्ताव रखा। जिसे अब पाकिस्तान सरकार ने यह कहते हुए ठुकरा दिया कि 'आतंकियों' से बातचीत नहीं की जा सकती, बल्कि राजनेताओं से होती है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इमरान खान को ब्रह्मफांस में फंसा दिया है। इमरान की पार्टी पीटीआइ के ज्यादातर नेता इस्तीफा देकर इमरान खान का साथ छोड़ चुके हैं। ऐसे में इमरान की मुश्किल बढ़ गई है।
इमरान खान को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद तो सरकार और बौखला गई है। सरकार के इस खतरनाक रवैये पर अब इमरान खान बैकफुट पर आने लगे हैं।
गौरतलब है कि इस्लामाबाद उच्च न्यायालय परिसर से पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा खान की गिरफ्तारी के बाद नौ मई को हिंसक प्रदर्शन हुए थे। उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लाहौर कोर कमांडर के आवास, मियांवाली एअरबेस और फैसलाबाद में आईएसआई इमारत समेत कई सैन्य प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की थी।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान क्या वाकई अमेरिका में शरण लेने का प्लान बना चुके हैं, क्या वह राष्ट्रपति जो बाइडन से मदद मांगने के बाद देश छोड़कर भाग सकते हैं। पाकिस्तान सरकार के एक मंत्री के इस दावे ने हड़कंप मचा दिया है।
कुछ दिन पहले शहबाज सरकार ने यह इमरान खान को दो जगह का आफर दिया था कि वे चाहें तो दुबई या लंदन दो जगह जा सकते हैं, लेकिन इससे उलट, अब इमरान खान के देश छोड़कर जाने पर रोक लगा दी गई है।
पूर्व पीएम इमरान खान द्वारा लगाए जा रहे आरोपों के बाद पाकिस्तानी सेना के प्रमुख ने पहली बार जुबान खोली है। जनरल असीम मुनीर ने इमरान खान का नाम लिए बिना ही उन्हें कड़ी चेतावनी दे डाली है।
शहबाज शरीफ ने स्पष्ट किया है कि इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद हिंसक प्रदर्शन करने वालों पर सख्ती दिखाते हुए शरीफ ने कहा कि हिंसक प्रदर्शन करने वाली भीड़ को कानून 72 घंटे में अपनी गिरफ्त में लेगा।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सेना प्रमुख पर बेहद सनसनीखेज आरोप लगाया है। इमरान ने 9 मई को अपनी गिरफ्तारी के लिए सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही इमरान ने यह भी कहा कि मेरी गिरफ्तारी के बाद देश में जहां भी हिंसा की घटनाएं हुईं,उसके लिए मैं कैसे जिम्मेदार हो सकता हूं?
इस्लामाबाद हाईकोर्ट जब इमरान खान के मसले पर सुनवाई कर रहा था, ठीक उसी वक्त कैबिनेट मंत्रियों की मीटिंग कर रहे प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था। दरअसल शहबाज शरीफ इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से बिगड़े हालात और राजनीतिक अस्थिरता को देखते हुए पाकिस्तान में इमरजेंसी लगाने पर विचार कर रहे थे।
पाकिस्तान सरकार के प्रमुख गठबंधन सहयोगी ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के पक्ष में निर्णय लेने का सुप्रीम कोर्ट पर आरोप लगाया है। साथ ही इसके विरोध में सोमावर को हाईकोर्ट के समक्ष धरना देने की शुक्रवार को घोषणा की।
Pakistan News: इमरान खान आखिरकार इस्लामाबाद कोर्ट से निकल गए हैं. उन्हें बैकडोर से निकाला गया है. इससे पहले इमरान खान ने वीडियो मैसेज जारी करके कहा था कि मुझे पाकिस्तान की पुलिस ने बंधक बना लिया है.
पाकिस्तान के 75 साल के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ..पाकिस्तान में फौज के प्रतिष्ठानों की बड़ी प्रतिष्ठा रही है... फौज की एक इमेज रही है. इमरान की गिरफ्तारी के बाद ना तो फौज की वर्दी की इज्जत रह गई है और ना फौज की इमारतों की कमांडरों के घरों में आग लगा दी गई, फौज को दौड़ाया जा रहा है.
इमरान खान ने शहबाज सरकार को धमकी दी है. इमरान ने कहा है कि उनकी दोबारा गिरफ्तारी हुई तो 3 दिन पहले जैसे हालात पैदा हो जाएंगे. इमरान ने कहा कि वो नहीं चाहते हैं कि हालात फिर खराब हों.
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