पाकिस्तान में खंडित जनादेश आने के बाद रविवार को गठबंधन सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया। शहबाज शरीफ को पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने दूसरी बार पाकिस्तान का प्रधानमंत्री चुना है। अब सोमवार को राष्ट्रपति भवन में वह शपथ लेंगे। उन्हें 336 सदस्यीय सदन में 201 मत मिले हैं।
नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री पद के लिए सबसेप्रबल दावेदार हैं। हालांकि पीएम पद की शपथ कब ली जाएगी, नया प्रधानमंत्री कब सत्ता में आएगा, इसे लेकर अभी तक सस्पेंस बना हुआ था। लेकिन अब नए पीएम की शपथ के लिए तारीख तय हो गई है।
पाकिस्तान में हाल ही में संपन्न चुनाव के बाद अब निर्वाचित सदस्यों के लिए पहली बार संसद का सत्र आयोजित किया जा रहा है। जानिए यह सत्र किस तारीख को आयोजित होगा।
मरियम नवाज पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीएमएल—एन पार्टी के अध्यक्ष नवाज शरीफ की बेटी और शहबाज शरीफ की भतीजी हैं। जानिए गामा पहलवान और मरियम नवाज का क्या रिश्ता है?
पीएमएल-एन के नेता शहबाज शरीफ पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री होंगे। देश की दो मुख्य पार्टियां पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के बीच समझौता हो गया है।
पूरा चुनावी कैंपेन नवाज ने पीएम पद के प्रत्याशी के बतौर किया। लेकिन अचानक ये खबर आई कि नवाज शरीफ नहीं, अब उनके छोटे भाई शहबाज शरीफ पीएम बनेंगे। जानिए ऐसा क्यों हुआ?
पाकिस्तान में चुनावी नतीजों के साथ ही जोड़तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है। अब स्थिति ऐसी हो गई है कि कोई भी पार्टी अपने बूते पर सरकार नहीं बना सकती है। न तो इमरान की पार्टी न बिलावल और न ही नवाज की पार्टी। ऐसे में सरकार बनाने के लिए किसे बुलावा आता है। इस पर पेंच फंस गया है।
पाकिस्तान अपनी आजादी के बाद से ही पूर्ण लोकतांत्रिक सरकार के लिए तरस रहा है। सत्ता पर कुंडली मारकर बैठी पाक आर्मी ने किसी पीएम को 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं करने दिया। जानिए नवाज शरीफ से लेकर बेनजीर भुट्टो और इमरान खान तक कौन कितने दिन तक सत्ता में रह पाया?
सुप्रीम कोर्ट ने आज धारा 370 के मामले पर सुनवाई की। इस दौरान कोर्ट ने कहा कि केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को संविधान के दायरे में रहकर हटाया जो सही है। इसपर अब पाकिस्तान में खलबली मच गई है और पाकिस्तान के पूर्व पीएम ने बयान दिया है।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को जवाबदेही अदालत से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने उन्हें भ्रष्टाचार के एक बड़े मामले में बरी कर दिया है। शहबाज शरीफ पर आए इस फैसले से उनके विरोधियों को बड़ा झटका लगा है, वहीं उनके समर्थकों में खुशी की लहर है।
पाकिस्तान में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट में यह तारीख बताई गई है। पहले जनवरी में चुनाव कराने की घोषणा की गई थी। अब 11 फरवरी को पाकिस्तान में चुनाव होंगे।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की गाड़ी पर गुस्साई भीड़ द्वारा हमला करने का मामला सामने आया है। वे चुनाव के सिलसिले में लाहौर विजिट पर थे। तभी उनकी कार पर गुस्साई भीड़ ने हमला किया, शीशे फोड़े और अपशब्द कहे।
पाकिस्तान की राजनीति में उथल पुथल जारी है। इसी बीच भ्रष्टाचार के मामले में नवाज शरीफ, शहबाज शरीफ, आसिफ अली जरदारी जैसे नेताओं पर भी तलावर लटक रही है। इमरान खान पहले से ही जेल में बंद हैं। जानिए भ्रष्टाचार को लेकर ये नेता क्यों संकट में हैं।
नवाज शरीफ फिलहाल वापस पाकिस्तान नहीं आ रहे हैं। पीपीपी यानी पाकिस्तन पीपुल्स पार्टी के नेता ने कहा है कि वे वतन वापस नहीं आ रहे हैं, क्योंकि उनकी तबीयत खराब है।
पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ इस बार वतन वापसी करके दोबारा प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे थे। मगर उनकी उम्मीदों को एक के बाद एक फैसले से लगातार झटका लग रहा है। अब नवाज शरीफ की वतन वापसी पर पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज में ही मतभेद उभर आए हैं।
पाकिस्तान में शहबाज सरकार द्वारा इस्तीफा देने के बाद नए प्रधानमंत्री की नियुक्ति कर दी गई है। अनवारुल हक काकर अब इस नई भूमिका को निभाने वाले हैं। बता दें कि अनवारुल बलूचिस्तान के रहने वाले हैं।
राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने शहबाज शरीफ और राजा रियाज को लिखे पत्र में कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री की सलाह पर नेशनल असेंबली को नौ अगस्त को भंग कर दिया था। इसलिए शनिवार तक कार्यवाहक पीएम का नाम तय कर लिया जाए।
पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने फैसलों की समीक्षा करने वाले कानून को रद्द करके पूर्व पीएम नवाज शरीफ के दोबारा प्रधानमंत्री बनने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। उनके भाई व पाकिस्तान के निवर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ यह कानून लाए थे। ताकि नवाज को अपनी अयोग्ता को चुनौती देने का मौका मिल सके।
फिलहाल पाकिस्तान की मौजूदा शहबाज शरीफ सरकार का कार्याकाल पूरा होने से पहले ही राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने संसद को भंग कर दिया है। इसके बाद इमरान खान की मुख्य विपक्षी पार्टी पीटीआई ने ‘धन्यवाद एवं मुक्ति दिवस’ मनाना शुरू कर दिया है।
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के निर्धारित कार्यकाल पूरा होने से सिर्फ 3 दिन पहले ही संसद भंग कर दी गई। ऐसा करके शहबाज शरीफ ने बड़ा 'खेल' खेला है। सिर्फ तीन दिन पहले संसद भंग करवाकर जानिए क्या 'एडवांटेज' शहबाज सरकार को मिल जाएगा। इमरान खान की कौनसी मंशा पर शहबाज सरकार लगा रही है कुठाराघात, पढ़िए पूरी खबर।
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