दिल्ली की हवा में अब सांस लेना मुश्किल हो गया है। इस सीजन में पहली बार बुधवार (13 नवंबर) की हवा सबसे गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई है। किस इलाके की हवा कितनी प्रदूषित है, यहां देखें पूरी लिस्ट।
पूरा उत्तर भारत फिलहाल कड़ाके की ठंड की चपेट में है। शीतलहर के साथ ही घने कोहरे ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। मौसम विभाग ने दिल्ली सहित कई राज्यों में घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है।
दिल्ली में पिछले कई दिनों से वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर श्रेणी में दर्ज की जा रही है। दिल्ली और आसपास के इलाकों में हवा में सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है। इसपर लगाम लगाने के कई उपाय किए जा रहे हैं।
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय अब अत्यंत गंभीर चक्रवात में बदलता जा रहा है। 15 जून के इसके गुजरात के समुद्री तट से टकराने की संभावना है। कराची जा रहा तूफान अचानक गुजरात कैसे मुड़ गया-जानिए।
मौसम विभाग के मुताबिक जिन क्षेत्रों में चक्रवाती तूफान वायु की वजह से सबसे ज्यादा हानि हो सकती है उनमें गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, दीव, गिर सोमनाथ, अमरेली और भावनगर जिले शामिल हैं।
राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर आज कुछ कम हुआ लेकिन अब भी वह ‘खतरनाक’ स्तर पर बना हुआ है। अधिकारियों ने उम्मीद जताई कि प्रदूषक तत्वों के कम होने के कारण दिन में वायु की गुणवत्ता में सुधार होगा।
केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने दिल्ली के ऊपर छायी धूल की धुंध के लिये राजस्थान में आयी धूल भरी आंधी को मुख्य वजह बताया है। मंत्रालय की ओर से जारी आधिकारिक बयान में अगले तीन दिनों तक दिल्ली में यह स्थिति बरकरार रहने की आशंका व्यक्त की गयी है।
नेपाल के तराई और बिहार के सीमांचल क्षेत्रों में सप्ताहभर से हो रही बारिश की वजह से बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है। राज्य के 12 जिलों की 65 लाख से ज्यादा की आबादी बाढ़ की चपेट में है।
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