दक्षिण एशियाई देशों को सर्विस बिजनेस में मजबूत कारोबारी एजेंडे के साथ मिलकर काम करने की जरूरत है क्योंकि इसमें दक्षेस देशों में काफी संभावना है।
फरवरी के दौरान सर्विस सेक्टर की गतिविधि नए आर्डर में कमी के कारण तीन महीने के न्यूनतम स्तर पर रही। उम्मीद है कि रिजर्व बैंक नीतिगत दर में कटौती करेगा।
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