सेंट्रल ड्रग अथॉरिटी के एक एक्सपर्ट पैनल ने 2 से 17 साल तक के बच्चों पर कोवोवैक्स के 2/3 चरण के ट्रायल को शुरू करने के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को मंजूरी देने की सिफारिश की थी।
अलग अलग कंपनियों के साथ करार के तहत देश में 30 करोड़ से ज्यादा स्पूतनिक वैक्सीन के उत्पादन का लक्ष्य है। वहीं सीरम इंस्टीट्यूट में वैक्सीन का पहला बैच सितंबर में तैयार होगा।
देशभर के विभिन्न निजी अस्पतालों ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित की गई नई नीति के तहत कोविड-19 रोधी टीकों की खरीद को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है और इसकी वजह से उनके केंद्रों पर टीकाकरण स्थगित करना पड़ा है।
महाराष्ट्र सरकार ने शुक्रवार को बंबई हाईकोर्ट को बताया कि यदि कोविड-19 रोधी वैक्सीन कोविशील्ड के निर्माता सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला को सुरक्षा मुहैया कराने का अनुरोध किया जाता है तो वह सुरक्षा प्रदान करने को तैयार है।
DCGI ने स्पुतनिक-वी के निर्माण के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को मंजूरी दे दी है। मालूम हो कि भारत में रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-वी बनाने के लिए सीरम ने डीसीजीआइ से ट्रायल लाइसेंस की अनुमति मांगी थी। डीसीजीआई की मंजूरी के बाद सीरम भारत में स्पुतनिक-वी का निर्माण कर सकेगा।
भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) को भारत में निश्चित शर्तों के साथ अध्ययन, परीक्षण तथा विश्लेषण के लिए कोविड-19 रोधी टीके स्पूतनिक वी के उत्पादन की मंजूरी दे दी है।
प्रमुख घरेलू टीका विनिर्माता कंपनी, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कहा कि उसे भी कोविड टीका दायित्व के तहत क्षतिपूर्ति सुरक्षा मिलनी चाहिये।
सीरम इंस्टीट्यूट इस समय हर महीने कोविशील्ड वैक्सीन की 6.5 करोड़ ख़ुराक बना रहा है। जो जुलाई के अंत तक बढ़कर 11 करोड़ डोज़ तक हो जाएगी। भारत बायोटेक 19 लाख डोज़ की क्षमता के साथ शुरू हुई। इस समय हर महीने 2 करोड़ कोवैक्सिन बना रहा है।जुलाई तक वो हर महीने 5.5 करोड़ वैक्सीन बनाने लगेगा।
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ विनोद के पॉल ने गुरुवार को भारत के कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम पर मिथकों को साफ़ किया। उन्होंने कहा कि ये मिथक विकृत बयानों, अर्धसत्य और खुले झूठ के कारण पैदा हो रहे हैं। भारत वैक्सीन के जल्द से जल्द आयात के लिए फाइजर और मॉडेर्ना के साथ बातचीत कर रहा है।
राजस्थान इस समय वैक्सीन की कमी से जूझ रहा है। इसलिए राज्य में 18+ आयु के टीकाकरण अभियान को फिलहाल रोक दिया गया है।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की चपेट में घिरे भारत में वैक्सीन की कमी है जिसे लेकर सीरम इंस्टिट्यूट ने सफाई दी है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने एक बयान जारी कर कहा है कि भारत आबादी के हिसाब से दुनिया का दूसरा सबसे बड़े देश है।
भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट देश में दो प्रमुख वैक्सीन निर्माता कंपनी हैं। दोनों ने अबतक कई राज्यों को वैक्सीन की आपूर्ति की है और यह लगातार जारी है।
भारत बायोटेक द्वारा यह कहे जाने के बाद कि वह दिल्ली को फिलहाल कोवैक्सिन की और अधिक खुराकों की आपूर्ति नहीं कर सकता है, दिल्ली सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) से मदद के लिए आगे आने और कोविशील्ड टीका प्रदान करने का आग्रह किया।
कोविशील्ड वैक्सीन की दो डोज के बीच का गैप 6 से 8 हफ्ते से बढ़ाकर 12 से 16 हफ्ते कर दिया गया है। राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकर समूह (एनटीएजीआई) की सिफारिश पर यह फैसला लिया गया।
भारत सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के उस आग्रह को ठुकरा दिया है, जिसके तहत उसने ब्रिटेन को कोविशिल्ड की 50 लाख डोज एक्सपोर्ट करने की इजाजत मांगी थी।सरकार का कहना है कि उसकी पहली प्राथमिकता देशवासियों को बचाने की है।
फार्मा सेक्टर की एक अन्य भारतीय कंपनी ग्लोबल जीन कॉर्प द्वारा अगले पांच वर्षों के दौरान 5.9 करोड़ पाउंड का निवेश किया जाएगा।
भारत के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने कोरोना वायरस की वैक्सीन के लिए ब्रिटेन में पहले चरण का परीक्षण भी शुरू कर दिया है।
भारत सरकार के अधिकारियों के मुताबिक पूनावाला को वाई श्रेणी की सुरक्षा इसलिए प्रदान की गई है क्योंकि उन्हें धमकियां मिल रही हैं।
मुंबई पुलिस ने आज BKC जंबो COVID19 टीकाकरण केंद्र से कुछ लाभार्थियों को वापस भेज दिया । एक लाभार्थी ने कहा, 'कोई भी अभी तक यहां नहीं आया है। हमें बताया जा रहा है कि हमें टीके नहीं लगेंगे। ' एक अन्य लाभार्थी कहते हैं, 'मुझे दोपहर के लिए समय दिया गया था लेकिन मैं जल्दी पहुंच गया।'
केवल छह राज्य- महाराष्ट्र, राजस्थान, यूपी, छत्तीसगढ़, गुजरात और ओडिशा में 18 से 44 आयु वर्ग के लिए टीकाकरण शुरू करेंगे, जब राष्ट्रव्यापी अभियान शनिवार शुरू किया जा रहा है।
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